X
X

Fact Check: नेपाल में सभी निजी भारतीय न्यूज चैनल्स को प्रतिबंधित किए जाने का दावा गलत

नेपाल में डीडी न्यूज को छोड़कर सभी निजी भारतीय न्यूज चैनलों पर प्रतिबंध लगाए जाने का दावा गलत है। 2020 में कुछ समय के लिए ऐसा किया गया था, जिसे बाद में वापस ले लिया गया था। इसी पुरानी खबर को हाल का बताकर गुमराहपूर्ण दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया यूजर्स एक पोस्ट को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि नेपाल ने दूरदर्शन को छोड़कर सभी भारतीय न्यूज चैनल्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया।

नेपाल ने साल 2020 में कुछ दिनों के लिए भारतीय न्यूज चैनलों पर प्रतिबंध लगाया था और इसकी वजह तत्कालीन प्रधानमंत्री के पी ओली के बारे में “आपत्तिजनक” सूचनाओं का प्रसारण था। हालांकि, बाद में इस प्रतिबंध को हटा लिया गया था और वर्तमान में नेपाल में भारतीय न्यूज चैनल्स पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Bhashan Ya Rashan’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “नेपाल ने DD न्यूज़ को
छोड़कर सारे भारतीय चैनल्स को बैन किया… डंकापति के डंके की चोट से परेशान हो गया था नेपाल…।” कई अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/roshnikushal/status/1679538281363697664

पड़ताल

नेपाल में भारत के निजी चैनलों को प्रतिबंधित किए जाने को लेकर की गई न्यूज सर्च में हमें कई रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इसका जिक्र है। हालांकि, सभी रिपोर्ट्स पुरानी हैं। 10 जुलाई 2020 की ‘अल-जजीरा’ की रिपोर्ट के मुताबिक, “नेपाल के केबल और सैटेलाइट प्रदाताओं ने भारतीय न्यूज चैनलों के प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसकी वजह प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के बारे में ‘आपत्तिजनक’ सामग्री के प्रसारण के खिलाफ मिली जन शिकायतें रहीं।”

अल जजीरा की वेबसाइट पर 10 जुलाई 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट।

रिपोर्ट के मुताबिक, “जी न्यूज पर ओली के साथ नेपाल में चीन की राजदूत के साथ करीबी संबंधों का दावा किए जाने की रिपोर्ट के प्रसारित होने के एक दिन बाद ही नेपाल में भारतीय चैनलों के प्रसारण को रोक दिया गया।” कई अन्य न्यूज चैनलों ने भी इस प्रतिबंध की जानकारी दी है। भारत के अंग्रेजी न्यूज चैनल ‘वियॉन’ ने अपने बुलेटिन में इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि नेपाल ने कई भारतीय न्यूज चैनलों पर प्रतिबंध लगाया है, जिसमें वियॉन भी शामिल है।

हालांकि, इस प्रतिबंध को कुछ समय बाद हटा लिया गया था। न्यूज एजेंसी एएनआई ने दो अगस्त 2020 को डिश होम, नेपाल के प्रबंध निदेशक सुदीप आचार्च का बयान साझा किया है, जिसमें उन्होंने जी न्यूज, आज तक, इंडिया टीवी और एबीपी न्यूज समेत सभी भारतीय न्यूज चैनल्स के प्रसारण को शुरू किए जाने की जानकारी दी है, जिन्हें पहले प्रतिबंधित कर दिया गया था।

अतिरिक्त पुष्टि के लिए हमने नेपाल के अखबार कांतिपुर समाचार के पत्रकार घनश्याम खाड़का से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि नेपाल में फिलहाल किसी भी भारतीय न्यूज चैनल पर कोई प्रतिबंध नहीं है। उन्होंने कहा, “यह पुरानी घटना है, जब कुछ भारतीय चैनलों पर के पी ओली और नेपाल में चीन की राजदूत को लेकर आपत्तिजनक खबरों का प्रसारण किया गया था। इसके बाद कुछ समय के लिए निजी भारतीय न्यूज चैनल्स पर बैन लगा दिया गया था, जिसे बाद में हटा लिया गया था।”

वायरल पोस्ट को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 21 हजार लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: नेपाल में डीडी न्यूज को छोड़कर सभी निजी भारतीय न्यूज चैनलों पर प्रतिबंध लगाए जाने का दावा गलत है। 2020 में कुछ समय के लिए ऐसा किया गया था, जिसे बाद में वापस ले लिया गया था। इसी पुरानी खबर को हाल का बताकर गुमराहपूर्ण दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

  • Claim Review : नेपाल में डीडी न्यूज को छोड़कर सभी निजी भारतीय न्यूज चैनल्स को प्रतिबंधित किया गया।
  • Claimed By : FB User-Bhashan Ya Rashan
  • Fact Check : भ्रामक
भ्रामक
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later