Fact Check: मणिपुर के नोनी जिले में हुए भूस्खलन की नहीं हैं ये वायरल तस्वीरें

वायरल तस्वीरों का मणिपुर के नोनी जिले में हुए भूस्खलन से कोई संबंध नहीं है। दोनों ही फोटो पुरानी हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। करीब एक हफ्ते पहले मणिपुर में हुए भूस्खलन को लेकर सोशल मीडिया पर दो फोटो वायरल हो रही हैं। इसमें पहली फोटो में सड़क पर आर्मी के जवान दिख रहे हैं, जबकि दूसरी में कई लोग छाता पकड़े हुए नजर आ रहे हैं। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ये तस्वीरें मणिपुर के नोनी जिले में हुए भूस्खलन की हैं, जिसकी चपेट में आकर सेना के सात जवानों की मौत हो गई है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि दोनों तस्वीरें पुरानी हैं। इनका हाल में हुए हादसे से कोई संबंध नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Rohit Prajapati (आर्काइव लिंक) ने 30 जून को फोटो पोस्ट करते हुए लिखा,
दुःखद व हृदय विदारक हादसा –
मणिपुर – भूस्खलन में धंसा आर्मी कैंप,
आर्मी के 55 जवान मिट्टी के मलबे में दबे रेस्क्यू ऑपरेशन जारी अभी तक 7 जवानों के शव निकाले गए !
ईश्वर सभी जवानों की रक्षा करें !
शहीद जवानों को अश्र्पूर्ण श्रद्धांजलि !

सोशल मीडिया पर वायरल क्लेम।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले पहली फोटो को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। इसमें हमें 4 मई 2015 को firstpost में छपी खबर का लिंक मिला। इसमें वायरल फोटो भी मिल गई। फोटो के कैप्शन में लिखा है- प्रतीकात्मक तस्वीर, रायटर्स।

15 जून 2017 को hindustantimes ने मणिपुर के उखरुल में हुए आईईडी ब्लास्ट को लेकर खबर छापी थी। इसमें भी वायरल फोटो अपलोड की गई है। कैप्शन में लिखा है, मणिपुर के आईईडी ब्लास्ट में एक जवान की मौत हो गई (रायटर्स फाइल फोटो)। मतलब यह फोटो पुरानी है।

इसके बाद हमने दूसरी फोटो को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। इसमें हमें india.com पर 11 जुलाई 2018 को छपी खबर मिली। इसमें वायरल फोटो का इस्तेमाल किया गया है। खबर के मुताबिक, मणिपुर के तामेंगलांग में भूस्खलन से नौ लोगों की मौत हो गई।

11 जुलाई 2018 को इस बारे में एएनआई ने भी फोटो व खबर ट्वीट की है। इसमें भी वायरल फोटो को देखा जा सकता है।

2 जुलाई को jagran में छपी खबर के मुताबिक, 29 जून की देर रात को नोनी जिले में तुपुल रेलवे स्टेशन के पास भूस्खलन हुआ था। वहां प्रादेशिक सेना के जवान भी तैनात थे। इस भूस्खलन की चपेट में उनका कैंप भी आ गया था। तलाशी अभियान में अब तक प्रादेशिक सेना के 15 जवानों और पांच नागरिकों समेत 20 के शव बरामद किए जा चुके हैं।

अधिक पड़ताल के लिए हमने वायरल तस्वीरों को मणिपुर बेस्ड न्यूज वेबसाइट ‘Ukhrul Times‘ को भेजा। उनका कहना है,’ये तस्वीरें हाल में हुए भूस्खलन से संबंधित नहीं हैं। आर्मी के जवानों वाली फोटो पुरानी है और लैंड स्लाइड वाली दूसरी फोटो नोनी जिले में हुए भूस्खलन की नहीं है।

पुरानी फोटो को हाल में हुए हादसे से जोड़कर वायरल करने वाले फेसबुक पेज ‘रोहित प्रजापति‘ को हमने स्कैन किया। 3 अप्रैल 2019 को बने इस पेज को 1390 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: वायरल तस्वीरों का मणिपुर के नोनी जिले में हुए भूस्खलन से कोई संबंध नहीं है। दोनों ही फोटो पुरानी हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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