Fact Check : राकेट लॉन्‍च के पुराने ग्राफ़िक वीडियो को सूर्य यान के लॉन्‍च के नाम पर किया गया वायरल

विश्वास न्यूज़ ने इस पोस्ट की जांच की और पाया कि यह दावा गलत है। यह सूर्य यान के लॉन्च का वीडियो नहीं है। भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 को 2 सितम्बर को लॉन्च किया जाएगा।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। चंद्रयान-3 मिशन के दौरान लैंडर विक्रम ने 23 अगस्‍त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग की। इसके बाद पूरी दुनिया की नज़र भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 पर टिकी हैं। इसी बीच एक राकेट लॉन्च  के वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह सूर्य यान के लॉन्च  का वीडियो है। इस वीडियो में एक गोलाकार रॉकेट को लॉन्च  होते देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज़ ने इस पोस्ट की जांच की और पाया कि यह दावा गलत है। यह सूर्य यान के लॉन्च  का वीडियो नहीं है।  भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 को 2 सितम्बर को लॉन्च  किया जाएगा।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

उमर चौधरी नाम के फेसबुक पेज ने वायरल वीडियो को 31 अगस्त को शेयर किया। इस वीडियो के ऊपर लिखा था, “भारत का सूर्य यान – 1”

पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखा जा सकता है।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने इस वीडियो के स्क्रीनग्रैब्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें यह वीडियो Hazegrayart नाम के यूट्यूब चैनल पर 3 जून 2020 को अपलोड मिला। वीडियो के साथ लिखे डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह ग्राफ़िक वीडियो कार कंपनी क्रिसलर के 1970 के दशक में बनाये गए स्पेस शटल प्रोग्राम प्रपोजल पर आधारित है।

ढूंढ़ने पर हमें पता चला कि कार कंपनी क्रिसलर एक समय पर स्पेस शटल प्रोग्राम में काफी काम कर रही थी। यहाँ तक स्पेस यात्री मिशन के लिए इन्होने काफी प्रपोजल भी तैयार किये थे।  मगर किन्हीं कारणों से यह प्रोग्राम आगे नहीं बढ़ पाया। इस मामले में ज़्यादा जानकारी इस खबर में पढ़ी जा सकती है।

क्या है भारत का सूर्य  मिशन?

कीवर्ड्स की मदद से ढूंढ़ने पर हमें कई खबरें मिलीं, जिनमें सूर्य मिशन को लेकर जानकारी थी। ख़बरों के अनुसार, सूर्य का अध्ययन करने के लिए दो सितंबर को दोपहर 11 बजकर 50 मिनट पर श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से ‘आदित्य-एल1’ मिशन (Aditya L-1) को लॉन्च किया जाएगा। इस मामले में ज़्यादा जानकारी इन ख़बरों में पढ़ी जा सकती है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सूर्य मिशन पर ज़्यादा जानकारी के लिए देखें जागरण के इस यूट्यूब वीडियो को।

इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने डिफेंस एंड एयरोस्पेस  एक्सपर्ट गिरीष लिंगन्ना से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि यह दावा फर्जी है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सूर्य मिशन आदित्य-एल1 को दो सितंबर को दोपहर 11 बजकर 50 मिनट पर श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा।

अंत में हमने गलत दावा करने वाले यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया। Ãmår Chåûdhåry नाम के यूजर के 2000 से अधिक फॉलोअर्स हैं।  

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने इस पोस्ट की जांच की और पाया कि यह दावा गलत है। यह सूर्य यान के लॉन्च का वीडियो नहीं है। भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य एल-1 को 2 सितम्बर को लॉन्च किया जाएगा।

False
Symbols that define nature of fake news
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