Fact Check : देवी चित्रलेखा के पति को लेकर एक बार फिर वायरल हुई आपत्तिजनक और झूठी पोस्‍ट

पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। उनके पति माधव तिवारी है। वे कान्यकुब्ज ब्राह्मण परिवार से आते हैं।

Fact Check : देवी चित्रलेखा के पति को लेकर एक बार फिर वायरल हुई आपत्तिजनक और झूठी पोस्‍ट

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। देश की चर्चित कथावाचिका देवी चित्रलेखा और उनके पति को लेकर एक बार फिर से अफवाह उड़ाई जा रही है। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर उनकी शादी की एक तस्‍वीर को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि उन्‍होंने एक मुस्लिम व्‍यक्ति से निकाह किया है। विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी ऐसी ही वायरल पोस्‍ट की जांच की थी। पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। उनके पति माधव तिवारी है। वे कान्यकुब्ज ब्राह्मण परिवार से आते हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर विजय सिंह ने 17 दिसंबर को चित्रलेखा और उनके पति की तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए लिखा, ‘जिस महिला कथावाचिका का अपनी इंद्रियों पर कोई नियंत्रण नहीं,माता पिता की भावनाओं को रोंद एक विधर्मी से निकाह करके विधर्मी हो गई हो और हिंदु धर्म को भ्रष्ट करके सनातन पतन के षड्यन्त्र में लगी हुई है वो आम लोगों को क्या घण्टा आध्यात्मिक दर्शन करवाएगी…? शादी के समय ना मांग में सिंदूर,ना माथे पर बिंदी और ना गले में मंगलसूत्र क्या आपने कभी किसी हिन्दू महिला को इस रुप मे देखा हैं,कोई भी हिंदू महिला अपनी शादी में श्वेत वस्त्र धारण नही करती,स्वेत वस्त्र धारण करने का मतलब हिन्दू धर्म में क्या होता है ये सभी लोग अच्छे से जानते हैं,हिन्दू महिलाएं सुहागन रहते हुए अपने पूरे जीवन में कभी गलती से भी स्वेतवस्त्र धारण नहीं करती,क्योंकि यह विधवा की निशानी होती है…? मोहतरमा चित्रलेखा का थुकल शौहर,बिल्कुल सही पढ़ा आपने चित्रलेखा का थुकला शौहर कभी चित्रलेखा का ड्राईवर ही हुआ करता था,शादी के बाद इसने अपना नाम माधव राज रख लिया ताकि कथा बेचने में कोई दिक्कत न हो,हिन्दूओ को पागल बना कर धंधा आराम से चलता रहे,जो महिला खुद एक विधर्मी हैं,वो आपको कैसे अध्यात्मिक मार्ग बता सकती हैं,मुर्ख बन रहे हिन्दू जागो…???’

इस पोस्ट की बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले गूगल ओपन सर्च के जरिए चित्रलेखा के बारे में सर्च करना शुरू किया। हमें सूर्या वृंदावन नाम के एक यूट्यूब पर एक वीडियो मिला। इसे कुछ तस्‍वीरों के माध्‍यम से बनाया गया था। 17 अक्‍टूबर 2020 को अपलोड इस वीडियो में चित्रलेखा के परिवार के अलावा शादी की कई तस्‍वीरों को देखा जा सकता है। शादी पूरे हिंदू रीति-रिवाज से हुई थी।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए चित्रलेखा के फेसबुक पेज को स्‍कैन किया गया। यहां हमें 2 जून 2020 को अपलोड एक पोस्‍ट मिली। इसमें बताया गया कि दिनांक 23 मई 2017 को गौसेवा धाम हॉस्पिटल के ही पावन प्रांगण में देवी चित्रलेखा जी का विवाह बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के ‘कश्यप गोत्रीय’ कान्यकुब्ज ब्राह्मण परिवार में श्री अरुण तिवारी जी के सुपुत्र श्री माधव तिवारी जी के साथ हिंदू रीति-रिवाज़ों के साथ संपन्न हुआ। कृपया अफ़वाहों को नजरअंदाज करें। साथ में पोस्‍ट में लिखा गया कि कुछ लोग विवाह के बारे में गलत अफवाहें फैला रहे हैं। देवी जी का विवाह न किसी मुसलमान से और ना ही ड्राइवर से हुआ है। यह पोस्‍ट नीचे देखी जा सकती है।

विश्‍वास न्‍यूज से बातचीत में चित्रलेखा के मीडिया को-ऑर्डिनेटर राहुल शर्मा ने जानकारी दी कि देवी चित्रलेखा के खिलाफ लंबे वक्‍त से ऐसा अभियान जारी है। पहले भी यह साफ किया जा चुका है कि उनके पति का नाम माधव तिवारी है। वे कान्यकुब्ज ब्राह्मण परिवार से आते हैं।

पड़ताल के अंत में चित्रलेखा के पति को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर विजय सिंह बि‍हार के बक्‍सर से आते हैं। फिलहाल वे मुंबई में रहते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में चित्रलेखा के पति को लेकर वायरल दावा बेबुनियाद साबित हुआ। उनके पति का नाम माधव तिवारी है। वे कान्यकुब्ज ब्राह्मण परिवार से आते हैं। उनके विवाह की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल फर्जी दावे के लिए किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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