Fact Check : केदारनाथ नहीं, 2 साल पहले पाकिस्तान के स्वात घाटी में आई बाढ़ का है वायरल वीडियो

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो का केदारनाथ से कोई संबंध नहीं है, असल में यह वीडियो सितंबर 2020 में पाकिस्तान के स्वात घाटी में आई बाढ़ का है। जिसे कुछ यूजर्स अब केदारनाथ का बताते हुए शेयर कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। उत्तराखंड में भारी बारिश से आफत आ गई है। लगातार हो रही बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें पानी के तेज बहाव को देखा जा सकता है। अब कुछ यूजर्स इस वीडियो को केदारनाथ का हालिया वीडियो बताते हुए शेयर कर रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो का केदारनाथ से कोई संबंध नहीं है। वीडियो साल 2020 में पाकिस्तान के स्वात घाटी में आई बाढ़ का है, जिसे अब केदारनाथ का बताकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल ?

‘Satsang-सत्संग-पौराणिक कहानियाँ-ध्यान-भक्ति-रीति रिवाज़ व वैज्ञानिक आधार’ नाम के फेसबुक पेज पर शांतिलाल प्रजापत नाम के यूजर ने 14 अगस्त 2023 को वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है। वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “केदारनाथ में पानी की बहाड़ आई देखिए इस वीडियो में।”

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल इमेज पर डालकर सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट ‘aushimalaya.net’ की वेबसाइट पर मिली। यहां वीडियो से जुड़े स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया है। यहां इसे स्वात घाटी का  बताया गया है।

हमें वायरल वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट ‘हम न्यूज स्वात’ के ब्यूरो चीफ शेरीन ज़दा के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी मिली। 1 सितंबर 2020 को अपलोड वीडियो में वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्यों को देखा जा सकता है। वीडियो में पत्रकार को स्वात बहरीन में आए बाढ़ के बारे में बताते हुए देखा जा सकता है। हमें इसी चैनल पर इस बाढ़ से जुड़ी एक और वीडियो रिपोर्ट मिली।

वायरल वीडियो ‘टोटल इन्फो’ नाम के यूट्यूब चैनल पर 2 सितंबर 2020 को दुसरे एंगल से अपलोड किया हुआ मिला। ये वायरल वीडियो से बिल्कुल मेल खाता है। यहां भी इसे पाकिस्तान के स्वात घाटी में आई बाढ़ का बताया गया है।

फेसबुक पर भी कई यूजर्स ने वायरल वीडियो से मिलते-जुलते वीडियो को स्वात घाटी का बताकर शेयर किया है। ᗷᗩしᗩᒍ ᏀᖇᗩᑭᕼᎩ नाम के यूजर द्वारा 1 सितंबर 2020 को शेयर वीडियो को यहां देखा जा सकता है।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने रुद्रप्रयाग में दैनिक जागरण के जिला प्रभारी बृजेश भट्ट से संपर्क किया। उनका कहना है,”यह वीडियो केदारनाथ का नहीं है। उन्होंने बताया कि  उत्तराखंड में भारी बारिश से कई जगह बहुत तबाही हुई है। कई जगह मार्ग को बंद कर दिया गया है, लेकिन वायरल वीडियो यहां का नहीं है।”

हमने रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार से भी इस वीडियो को लेकर संपर्क किया। उन्होंने बताया, “इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा यह वीडियो रुद्रप्रयाग (केदारनाथ) का नहीं हैं। यही नहीं, रुद्रप्रयाग जिले के किसी भी क्षेत्र का नहीं है।”

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर गुजरात के धानेरा का रहने वाला है। यूजर को 5 हजार लोग फेसबुक पर फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो का केदारनाथ से कोई संबंध नहीं है, असल में यह वीडियो सितंबर 2020 में पाकिस्तान के स्वात घाटी में आई बाढ़ का है। जिसे कुछ यूजर्स अब केदारनाथ का बताते हुए शेयर कर रहे हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट