Fact Check: अमर्त्य सेन की मृत्यु की अफवाह, फेक X अकाउंट के झांसे में आए न्यूज वेबसाइट्स और सोशल मीडिया यूजर्स
नोबेल अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन की मृत्यु का दावा अफवाह है। जिस एक्स हैंडल से उनकी मृत्यु की अफवाह फैलाई गई थी और जिसके आधार पर न्यूज रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया, वह क्लाउडिया गोल्डिन के नाम पर बना फेक एक्स हैंडल है। क्लाउडिया गोल्डिन को 2023 के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- By: Abhishek Parashar
- Published: Oct 10, 2023 at 07:06 PM
- Updated: Oct 11, 2023 at 11:43 AM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारतीय अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन की मृत्यु का दावा गलत है। भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स और न्यूज वेबसाइट क्लाउडिया गोल्डिन के नाम से बने एक्स (पूर्व में ट्विटर) फेक हैंडल के झांसे में आ गए, जिससे सेन की तस्वीर को पोस्ट करते हुए उनकी मृत्यु का दावा किया गया था।
अर्थशास्त्री क्लाउडिया को 2023 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला है। गोल्डिन के नाम से बना यह प्रोफाइल (आर्काइव लिंक) मई 2023 से एक्स पर मौजूद है और इससे अभी तक कुल पांच पोस्ट किए गए हैं।
क्या है वायरल?
भारतीय न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) ने अपने वेरिफाइड एक्स हैंडल (आर्काइव लिंक) से अमर्त्य सेन की मृत्यु की सूचना दी। हालांकि, बाद में इस पोस्ट को डिलीट कर दिया।
बिजनेस टुडे, डेक्कन हेराल्ड, जी न्यूज, फर्स्ट पोस्ट समेत कई अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट्स (आर्काइव लिंक) और हिंदी न्यूज वेबसाइट्स (आर्काइव लिंक) ने क्लाउडिया गोल्डिन के नाम से बने एक्स हैंडल की तरफ से दी गई जानकारी को सच मानते हुए अमर्त्य सेन की मृत्यु की खबर प्रकाशित कर दी।
deccanchronicle.com ने इसी हैंडल के आधार पर अमर्त्य सेन की मृत्यु की रिपोर्ट को प्रकाशित किया, हालांकि बाद में इस रिपोर्ट को अपडेट कर दिया।
क्लाउडिया गोल्डिन के नाम से बने फेक हैंडल से दी गई जानकारी को सच मानते हुए सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई यूजर्स सेन की मृत्यु की अफवाह को सच मान बैठे।
जांच
अमर्त्य सेन की मृत्यु का दावा गलत और तथ्यहीन है। सोशल मीडिया पर अमर्त्य सेन की मृत्यु की अफवाह फैलने के बाद सेन की बेटी नंदना सेन ने अपने एक्स हैंडल से उनकी मृत्यु का खंडन करते हुए अपने पिता के साथ एक तस्वीर को भी साझा किया है।
उन्होंने लिखा है, “दोस्तों, आपकी चिंता के लिए धन्यवाद, लेकिन यह कोई झूठी खबर है। बाबा पूरी तरह से स्वस्थ है। हमने हाल ही में परिवार के साथ कैम्ब्रिज में साथ मे एक शानदार हफ्ता बिताया है।”
सेन ने लिखा है, “वह (अमर्त्य सेन) हार्वर्ड में हफ्ते में दो कोर्सेज पढ़ा रहे हैं और अपनी पुस्तक पर काम कर रहे हैं। हमेशा की तरह व्यस्त!”
विश्वास न्यूज ने सेन की मृत्यु की अफवाह को लेकर उनकी बेटी अंतरा देव सेन से संपर्क किया। सेन की मृत्यु का खंडन करते हुए उन्होंने बताया, “प्रोफेसर सेन पूरी तरह से स्वस्थ हैं। मैं उनके साथ क्रैम्ब्रिज में हूं। यह पूरी तरह से फेक न्यूज है।”
सेन की मृत्यु की गलत सूचना जारी करने के बाद क्लाउडिया गोल्डिन के नाम से बने अकाउंट (आर्काइव लिंक) से एक और पोस्ट जारी कर इसे होक्स अकाउंट बताया गया है। जाहिर है यह क्लाउडिया गोल्डिन के नाम से एक्स पर मौजूद फेक अकाउंट है।
हार्वर्ड की वेबसाइट पर गोल्डिन का प्रोफाइल मौजूद है, जिसमें उनका संपर्क विवरण दिया गया है। गोल्डिन को 2023 में अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया है।
‘द नोबेल प्राइज’ एक्स पर वेरिफाइड हैंडल (आर्काइव लिंक) के साथ मौजूद है और इसी हैंडल से नोबेल मिलने की घोषणा करते हुए क्लाउडिया गोल्डिन के एक्स हैंडल (@PikaGoldin) को टैग किया गया है, जो उनका वास्तविक एक्स हैंडल है।
क्लाउडिया गोल्डिन का वास्तविक एक्स हैंडल @PikaGoldin के नाम से मौजूद है, न कि @profCGoldin (आर्काइव लिंक)के नाम से, जिससे अमर्त्य सेन की मृत्यु की अफवाह उड़ाई गई।
इस प्रोफाइल के बायो में उनके हार्वर्ड (https://scholar.harvard.edu/) की प्रोफाइल का लिंक भी दिया है, जिसमें उनका अन्य संपर्क विवरण मौजूद हैं।
निष्कर्ष: हमारी जांच से स्पष्ट है कि नोबेल अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन की मृत्यु का दावा अफवाह है। जिस एक्स हैंडल से उनकी मृत्यु की अफवाह फैलाई गई थी और जिसके आधार पर न्यूज रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया, वह क्लाउडिया गोल्डिन के नाम पर बना फेक एक्स हैंडल है। क्लाउडिया गोल्डिन को 2023 के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...