अनाज की बोरियों पर पाइप से पानी मारने वाला यह वीडियो पंजाब का नहीं, हरियाणा के फतेहाबाद का है और यह करीब तीन साल पुराना है। इस वीडियो का मौजूदा किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति अनाज से भरी बोरियों पर पाइप से पानी डाल रहा है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पंजाब में एमएसपी पर गेहूं खरीदकर उस पर जानबूझकर पानी डालते हैं, ताकि गेहूं सड़ जाए और फिर इसे शराब फैक्ट्रियों में बेचा जाता है। यही किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने पोस्ट की पड़ताल की और पाया कि वायरल वीडियो पंजाब का नहीं, हरियाणा का है और करीब तीन साल पुराना है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर RaghuRaam Mallaadi ने यह पोस्ट शेयर करते हुए अंग्रेजी में लिखा। जिसका हिंदी अनुवाद हैः ये पंजाब का सीन है, यहां एमएसपी पर गेहूं खरीदने के बाद बोरियों पर जानबूझकर पानी छिड़का जाता है, ताकि गेहूं सड़ जाए। फिर सड़ा हुआ गेहूं शराब फैक्ट्रियों को बेचा जाता है। यही फाइव स्टार किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। सब पैसे का खेल है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले इनविड टूल की मदद से वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स काटे और फिर उनमें से एक कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा। हमें यह वीडियो सोशल मीडिया पर साल 2018 से मौजूद मिला। हमें यूट्यूब पर द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक वीडियो रिपोर्ट भी मिली, जिसके टाइटल में लिखा गया है कि यह व्यक्ति अनाज की बोरियों का वजन बढ़ाने के लिए लिए उस पर पानी डाल रहा है।
इसके बाद हमने इंटरनेट पर कीवर्डस की मदद से इस वीडियो के बारे में ढूंढना शुरू किया तो हमें 8 मई 2018 को पब्लिश एबीपी सांझा की वीडियो रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के अनुसार, यह वीडियो हरियाणा के फतेहाबाद का है, जहां फतेहाबाद अनाज मंडी में दुकान नंबर 124 बी में गेहूं का वजन बढ़ाने के लिए इस पर पानी डाला जा रहा था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यह दुकान इंडियन नेशनल लोक दल के लीडर कुलजीत कुलड़िया की है और मामले की जांच की जा रही है।
हमने मामले पर ज्यादा जानकारी के लिए जागरण फतेहाबाद ब्यूरो चीफ मणिकांत से संपर्क किया जिन्होंने पुष्टि की कि यह मामला फतेहाबाद का ही है और यह मामला 27 अप्रेल 2018 का था।
हमें मार्केट कमेटी फतेहाबाद की ओर से दुकान नंबर 124 बी के मालिक कुलजीत कुलड़िया एंड ब्रदर्स को दिए गए कारण बताओ नोटिस की काॅपी भी मिली। काॅपी का स्क्रीनशाॅट यहां देखा जा सकता है।
हालांकि, ऐसे कुछ मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जिनमें जानबूझकर गेहूं सड़ाने और फिर सड़े हुए अनाज को शराब की कंपनियों को बेचने के आरोप लगाए जा चुके हैं।
अब बारी थी फेसबुक पर इस पोस्ट को साझा करने वाले यूजर RaghuRaam Mallaadi के बारे में जानने की। हमने यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया तो पाया कि खबर लिखे जाने तक उसे फेसबुक पर 380 लोग फॉलो कर रहे थे।
निष्कर्ष: अनाज की बोरियों पर पाइप से पानी मारने वाला यह वीडियो पंजाब का नहीं, हरियाणा के फतेहाबाद का है और यह करीब तीन साल पुराना है। इस वीडियो का मौजूदा किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है।
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