Fact Check: नहीं, सैमसंग कोरोना वायरस महामारी के दौरान छात्रों को ऑनलाइन क्लासेज के लिए फ्री फोन नहीं दे रहा है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़): सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि सैमसंग कोरोना वायरस महामारी के दौरान ऑनलाइन पढ़ाई के लिए छात्रों को मुफ्त फोन दे रहा है। Vishvas News ने इसकी पड़ताल की और पाया कि यह वायरल पोस्ट फर्जी है।

क्लेम

फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें लिखा है: “हेलो एवरीवन!! सभी छात्रों को यहां आना चाहिए और इस महामारी के दौरान ऑनलाइन क्लासेज लेने के लिए सैमसंग के फ्री फोन के लिए आवेदन करना चाहिए। सैमसंग छात्रों को ऑनलाइन क्लासेज में भाग लेने के लिए 5000 फ्री फोन्स दे रहा है। छात्रों और आपके बच्चों के लिए फ्री फोन्स। सैमसंग फोन जीतने के लिए जितना हो सके Me कमेंट करें। यह स्कैम नहीं है कृपया मदद करें। फिर सेंड मैसेज के बटन के जरिए जो स्क्रीनशॉट के नीचे दिया गया है, इनबॉक्स में आएं।

पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

Vishvas News ने विश्वसनीय रिपोर्टों की सर्च कर पड़ताल की कि क्या सैमसंग कोरोना वायरस महामारी के दौरान छात्रों को फ्री फोन दे रहा है। इस तरह के किसी भी दावे को सही साबित करने के लिए कोई विश्वसनीय स्रोत नहीं था।

हमने सैमसंग के सोशल हैंडल्स और कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इस क्लेम को सर्च किया, लेकिन कंपनी के किसी भी आधिकारिक पेज पर इस तरह का कोई मैसेज नहीं दिया गया है।

सैमसंग की वेबसाइट पर ऐसा कोई पोस्ट नहीं है, जैसा वायरल पोस्ट में बताया गया है।

सैमसंग ने हमें इस बात की सूचना फेसबुक मैसेंजर पर भी दी: “हेलो, हमारे साथ संपर्क करने के लिए धन्यवाद। फिलहाल हम ऐसा कोई ऑफर नहीं दे रहे हैं।”

वायरल पोस्ट को लेकर Vishvas News ने सैमसंग से संपर्क किया। ग्राहक सेवा विभाग के एक अधिकारी श्री सुमित ने बताया कि यह वायरल पोस्ट फर्जी है। उन्होंने कहा, “यह एक फेक मैसेज है। सैमसंग कोरोना वायरस महामारी के दौरान फ्री फोन नहीं दे रहा है। हमें इन दिनों सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि दुनियाभर में अलग-अगल साइबर क्राइम एक्टिविटीज की जा रही हैं। यह एक ऐसा उदाहरण है।”

निष्कर्ष

नहीं, सैमसंग कोरोना वायरस महामारी के दौरान छात्रों को फ्री फोन नहीं दे रहा है। यह वायरल पोस्ट फर्जी है। सैमसंग ने इस तरह के फिशिंग स्कैम से सावधान रहने की नसीहत दी है।

Disclaimer: विश्वास न्यूज की कोरोना वायरस (COVID-19) से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरी को पढ़ते या उसे शेयर करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिन आंकड़ों या रिसर्च संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया है, वह परिवर्तनीय है। परिवर्तनीय इसलिए ,क्योंकि इस महामारी से जुड़े आंकड़ें (संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या, इससे होने वाली मौतों की संख्या ) में लगातार बदलाव हो रहा है। इसके साथ ही इस बीमारी का वैक्सीन खोजे जाने की दिशा में चल रहे रिसर्च के ठोस परिणाम आने बाकी हैं और इस वजह से इलाज और बचाव को लेकर उपलब्ध आंकड़ों में भी बदलाव हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि स्टोरी में इस्तेमाल किए गए डेटा को उसकी तारीख के संदर्भ में देखा जाए।

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