Fact Check: मुकदमे की धमकी के बाद राहुल गांधी के सावरकर पर किए गए ट्वीट को डिलीट करने का दावा गलत

रंजीत सावरकर की तरफ से एफआईआर की चेतावनी दिए जाने के बाद राहुल गांधी के वी डी सावरकर पर किए गए ट्वीट को अपनी टाइमलाइन से डिलीट किए जाने का दावा गलत और राजनीतिक दु्ष्प्रचार है। उनकी ट्विटर टाइमलाइन पर अभी भी सावरकर पर किया गया ट्वीट मौजूद हैं, जिसमें उन्होंने सावरकर को 'माफीवीर' करार दिया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मानहानि मामले में गुजरात की स्थानीय अदालत के दोषी ठहराए जाने के बाद विनायक दामोदर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर की तरफ से मुकदमा दर्ज कराए जाने के मामले में चेतावनी दिए जाने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने अपनी ट्विटर प्रोफाइल से बी डी सावरकर पर किए गए अपने सभी ट्वीट को हटा लिया है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। रंजीत सावरकर की धमकी के बाद राहुल गांधी के सावरकर पर ट्वीट हटा दिए जाने का दावा गलत और भ्रामक है, बल्कि राहुल गांधी की ट्विटर टाइमलाइन पर ऐसे ट्वीट मौजूद हैं, जिसमें वह सावरकर पर बोलते हुए नजर आ रहे हैं।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Vikas Chopra’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “वीर सावरकर जी के खिलाफ अपमानजनक और निराधार बयानों के लिए सावरकर जी के पोते द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज करने की धमकी के बाद, राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर अपने सभी ट्वीट हटा दिए हैं। ये पट्ठा इतने दिनों से हवाबाजी कर रहा था, कि मैं माफ़ी नहीं मांगूगा, मैं सावरकर नहीं। आज एक FIR कि धमकी सुनते ही सब delete कर दिया 🤣🤣”

सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल पोस्ट

कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

सभी सोशल मीडिया पोस्ट में इस बात का जिक्र है कि वीर सावरकर के खिलाफ अपमानजनक और निराधार बयानों के लिए सावरकर जी के पोते द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की धमकी के बाद राहुल गांधी ने वीर सावरकर पर अपने सभी ट्वीट हटा दिए हैं। सर्च में दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 28 मार्च को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसके मुताबिक विनायक दामोदर सावरकर पर टिप्पणी किए जाने के मामले में उनके पोते रंजीत सावरकर ने राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराए जाने की बात कही है।

रिपोर्ट के मुताबिक, “एएनआई से बातचीत में रंजीत सावरकर ने कहा कि अगर राहुल गांधी सावरकर पर दिए अपने बयान पर माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ हम एफआईआर दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब राहुल ने सावरकर का अपमान किया है, इससे पहले भी उन्होंने उनका अपमान किया है।”

न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी रंजीत सावरकर के बयान को अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट भी किया है।

रंजीत सावरकर ने यह बयान राहुल गांधी की एक टिप्पणी को लेकर दिया था। 25 मार्च को हुए संवाददाता सम्मेलन में राहुल गांधी से पूछा गया था कि क्या वह उस बयान के माफी मांगेंगे, जिसकी वजह से संसद ने उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था, “मेरा नाम सावरकर नहीं गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता।”

25 मार्च 2023 तक के राहुल गांधी की ट्विटर टाइमलाइन के आर्काइव के मुताबिक, उनके कुल ट्वीट्स की संख्या 6,782 है।

छह अप्रैल तक उनके ट्वीट्स की संख्या 6,795 है। यानी अभी तक उनके ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट की संख्या में इजाफा ही हुआ है। अगर कोई ट्वीट डिलीट हुआ होता तो यह संख्या कम हुई होती। सोशल ब्लेड वेबसाइट के आंकड़ों के मुताबिक, 23 मार्च से 29 मार्च के बीच राहुल गांधी की ट्विटर प्रोफाइल से 10 ट्वीट को पोस्ट किया गया।

राहुल गांधी की ट्विटर टाइमलाइन पर इन ट्वीट्स को देखा भी जा सकता है। इस दौरान अगर राहुल गांधी ने कोई ट्वीट डिलीट किया होता तो इस संख्या में कमी आती। राहुल गांधी की ट्विटर टाइमलान पर 15 मार्च 2022 का एक ट्वीट मौजूद है, जिसमें एक वीडियो को पोस्ट किया गया है। वीडियो के थंबनेल में बिरसा मुंडा बनाम सावरकर की तस्वीर ‘असली वीर बनाम माफी वीर’ के साथ लगी हुई है। स्पष्ट है कि अगर राहुल गांधी ने सावरकर पर किसी ट्वीट को डिलीट किया होता तो यह ट्वीट उनकी टाइमलाइन पर नहीं होता।

स्पष्ट है कि राहुल गांधी ने सावरकर के पोते की चेतावनी के बाद अपने ट्विटर टाइमलाइन से किसी ट्वीट को डिलीट नहीं किया। वायरल दावे को लेकर हमने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी के खिलाफ राजनीतिक दुष्प्रचार की कोशिश है।

वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर ढाई लाख लोग फॉलो करते हैं। हिंदी और अंग्रेजी समेत कुल 12 भाषाओं में विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: रंजीत सावरकर की तरफ से एफआईआर की चेतावनी दिए जाने के बाद राहुल गांधी के वी डी सावरकर पर किए गए ट्वीट को अपनी टाइमलाइन से डिलीट किए जाने का दावा गलत और राजनीतिक दु्ष्प्रचार है। उनकी ट्विटर टाइमलाइन पर अभी भी सावरकर पर किया गया ट्वीट मौजूद हैं, जिसमें उन्होंने सावरकर को ‘माफीवीर’ करार दिया है।

False
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