Fact Check: रघुराम राजन ने नहीं दिया भारत के मंदी की चपेट में आने का बयान, मजाक में लिखी गई खबर को सही मानकर शेयर कर रहे यूजर्स

भारतीय अर्थव्यवस्था के मंदी की गिरफ्त में आने के दावे के साथ रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के नाम से वायरल हो रहा बयान काल्पनिक है, जो एक व्यंग्य वेब पोर्टल पर मनोरंजन के लिहाज से लिखी गई काल्पनिक खबर का हिस्सा है और इसी खबर के अंश को सोशल मीडिया यूजर्स सही मानकर शेयर कर रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के नाम से एक बयान वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने कहा कि अगर भारत दुनिया के अन्य देशों की तरह मंदी से प्रभावित नहीं होता है तो वह वैश्विक स्तर पर अलग-थलग पड़ जाएगा और इस वैश्विक अलगाव से बचने के लिए भारत का मंदी की गिरफ्त में आना जरूरी है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वास्तव में रघुराम राजन के भारत के मंदी की गिरफ्त में आने के दावे के साथ जो बयान वायरल हो रहा है, वह एक मजाकिया वेब पोर्टल पर लिखी गई काल्पनिक खबर है और इसमें शामिल किया गया उनका बयान हास्य और मनोरंजन के लिहाज से काल्पनिक तौर पर लिखा गया है। इस पोर्टल की खबर और उसमें शामिल राजन के काल्पनिक बयान को सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स वास्तविक समझ कर शेयर कर रहे हैं।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Make In India 360 News’ ने रघुराम राजन की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”Former Governor of RBI and Super Star Economist Raghuram Rajan said : “India must get hit by recession to show inclusivity.”
He means to say that if India not getting hit by recession like rest of world will make India get cornered
Albert Einstein once famously said :Two things are infinite: universe & human stupidity; & I’m not sure about the universe. Very aptly said Einstein Uncle 🤣🤣.”

रघुराम राजन के नाम से वायरल हो रहा फर्जी बयान

कई अन्य यूजर्स ने इस दावे को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। सभी पोस्ट में रघुराम राजन के उसी बयान को शेयर किया है, जिसमें वैश्विक अलगाव से बचने के लिए भारत के मंदी की चपेट में आने का जिक्र है।

https://twitter.com/mk07_13/status/1565998016846352385

पड़ताल

वायरल बयान के आधार पर कीवर्ड सर्च में thefauxy.com की वेबसाइट पर दो सितंबर को समान हेडलाइन, ‘India will be cornered if it doesn’t get hit by recession like rest of the world: Raghuram Rajan’ से प्रकाशित खबर मिली।

इसी खबर के दूसरे पैराग्राफ में रघुराम राजन के बयान को कोट करते हुए लिखा गया है, ‘Former Governor of the Reserve Bank of India, Raghuram Rajan has said that India not getting hit by recession like rest of the world will make India get cornered. Speaking to The Fauxy, Raghuram Rajan said “India must get hit by a recession to show inclusivity.’

(भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि अगर भारत मंदी की चपेट में नहीं आता है तो वह अलग-थलग पड़ जाएगा। समावेशी व्यवहार दिखाने के लिए भारत को मंदी की चपेट में आना ही पड़ेगा।)

एंटरटेनमेंट पोर्टल फॉक्सी पर हास्य के लिहाज से लिखी गई काल्पनिक खबर

पूरी खबर को पढ़ कर यह स्पष्ट हो जाता है कि कोई भी अर्थशास्त्री इस तरह का बयान दे ही नहीं सकता है और यह मजाक या तंज जैसा नजर आ रहा है।

thefauxy.com वेबसाइट के ‘डिस्क्लेमर’ और ‘हमारे बारे में’ सेक्शन को देखने से यह स्पष्ट हो जाता है, जिसमें साफ-साफ लिखा है कि फॉक्सी एक एंटरटेनमेंट पोर्टल है और इस वेबसाइट पर प्रकाशित की जाने वाली सामग्री या कंटेंट शुद्ध रूप से मनोरंजन के मकसद से लिखी जाती है। इसमें पाठकों से यह आग्रह किया गया है कि वह इस वेबसाइट पर लिखी खबरों को सही और तथ्यात्मक समझने की भूल न करें।

Fauxy वेबसाइट के डिस्क्लेमर में साफ-साफ इसके एंटरटेनेंट पोर्टल होने की जानकारी दी गई है, जहां केवल मनोरंजन के लिहाज से गैर तथ्यात्मक और काल्पनिक खबरें शेयर की जाती रही हैं

वायरल बयान को लेकर हमने बिजनेस स्टैंडर्ड के डिप्टी न्यूज एडिटर नीलकमल सुंदरम से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि जो बयान रघुराम राजन के नाम से वायरल हो रहा है, वह सटायर है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में भारत की वित्त मंत्री ने देश में मंदी की संभावनाओं को खारिज करते हुए अन्य देशों के मुकाबले मजबूत वृद्धि का जिक्र किया था।

रघुराम राजन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर आधिकारिक रूप से मौजूद हैं और समय-समय पर वैश्विक और भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अपने विचारों और दृष्टिकोणों को साझा करते रहते हैं। कुछ समय पहले प्रकाशित न्यूज रिपोर्ट राजन ने श्रीलंका में गंभीर कर्ज संकट के बीच उन आशंकाओं को खारिज किया था, जिसमें कहा जा रहा था कि भारत भी श्रीलंका के रास्ते पर है।

गौरतलब है कि हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने आने वाले समय में वैश्विक अर्थव्यवस्था की चुनौतीपूर्ण हालत का जिक्र किया था।

हालांकि, इन चुनौतीपूर्ण स्थितियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर मजबूत संभावनाएं जताई गई है। हाल ही में मैकिंजी के सीईओ बॉब स्टरनफेल्स ने कहा था कि यह दशक ही केवल भारत का दशक नहीं है, बल्कि यह शताब्दी भारत का है। ईटी की रिपोर्ट में स्टर्नफेल्स के बयान का जिक्र है, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के लिए भविष्य की प्रतिभा का कारखाना है।

ईटी की वेबसाइट पर दो सितंबर को प्रकाशित रिपोर्ट

वहीं, न्यूयॉर्क टाइम्स में सात सितंबर को प्रकाशित रिपोर्ट में भी भारत की मजबूत आर्थिक संभावनाओं का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘जहां वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी पड़ रही है और अधिकांश बड़ी अर्थव्यवस्थाएं मंदी की गिरफ्त में आ रही है, वहीं भारत इसके अपवाद के तौर पर सामने आ रहा है।’

न्यूयॉर्क टाइम्स की वेबसाइट पर सात सितंबर को प्रकाशित रिपोर्ट

वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब 350 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: भारतीय अर्थव्यवस्था के मंदी की गिरफ्त में आने के दावे के साथ रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के नाम से वायरल हो रहा बयान काल्पनिक है, जो एक व्यंग्य वेब पोर्टल पर मनोरंजन के लिहाज से लिखी गई काल्पनिक खबर का हिस्सा है और इसी खबर के अंश को सोशल मीडिया यूजर्स सही मानकर शेयर कर रहे हैं।

False
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