Fact Check : बेंगलुरु में शख्स को पॉपकॉर्न में यूरिन मिलाने के आरोप में गिरफ्तार करने का दावा गलत

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पॉपकॉर्न में यूरिन कर बेचने के आरोप में  वायरल वीडियो वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। यह वीडियो साल 2022 का है। पॉपकॉर्न विक्रेता को 11 जून, 2022 को लालबाग में एक तेल पैन में थूकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में, जांच के दौरान, यह पता चला था कि आरोपी पैन में तेल डालने के लिए तेल के पैकेट को अपने दांतों से फाड़ रहा था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बेंगलुरु में मुस्लिम समुदाय के एक शख्स को पॉपकॉर्न में नमक की जगह यूरिन मिलाने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। यह वीडियो साल 2022 का है। पॉपकॉर्न विक्रेता को 11 जून, 2022 को लालबाग में एक तेल पैन में थूकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में जांच के दौरान, यह पता चला था कि आरोपी पैन में तेल डालने के लिए तेल के पैकेट को अपने दांतों से फाड़ रहा था।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर नरेंद्र कुमार ने 23 जून 2024 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है,“बेंगलुरु में एक पॉपकॉर्न स्टॉल के मजहबी मालिक को नमक की जगह पेशाब से पॉपकॉर्न बनाते रंगे हाथों पकड़ा गया…..इससे पहले थूकते मूतते वीडियो तो सैकड़ों आज भी सोशलमीडिया में घूम रहे…… हमारे लोग इनके रंगे हाथों पकड़े जाने पर भी नहीं समझ रहे हैं…….विनाश काले विपरीत बुद्धि !”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो को गौर से देखा हमने पाया कि वायरल वीडियो पर टीवी9 कन्नड़ का लोगो लगा हुआ है। सर्च करने पर हमें वीडियो रिपोर्ट 11 जून 2022 को अपलोड हुई मिली। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बेंगलुरु में एक पॉपकॉर्न विक्रेता को पॉपर्कन के तेल में थूक मिलाने के आरोप में पकड़ा था। 

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट द न्यूज मिनट और टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 14 जून 2022 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शख्स का नाम नवाज पाशा है और वो बेंगलुरु के लालबाग में पॉपकॉर्न बेचा करता था। लोगों ने शख्स पर पॉपर्कन के ऑयल में थूकने और उसके बाद उसे बेचने के आरोप लगाए, जिसके बाद पुलिस ने वहां पर पहुंचकर शख्स को गिरफ्तार किया। 

पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट द न्यूज मिनट के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिली। वीडियो को 20 जून 2022 को अपलोड किया गया था। वीडियो में 1.26 मिनट पर एफआईआर की कॉपी को दिखाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, शख्स को पॉपकॉर्न के तेल में थूक मिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

द हिंदू की वेबसाइट पर प्रकाशित एक की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट के अनुसार, जांच में सामने आया था कि शख्स दांतों से तेल के पैकेट को खोलता था ना कि तेल में थूकता था।

अधिक जानकारी के लिए हमने बेंगलुरु के पत्रकार यासिर खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि यह घटना करीब दो साल पुरानी है और तेल में थूकने के आरोप में शख्स को गिरफ्तार किया गया था। 

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को करीब दो हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर गाजियाबाद का रहने वाला है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पॉपकॉर्न में यूरिन कर बेचने के आरोप में  वायरल वीडियो वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। यह वीडियो साल 2022 का है। पॉपकॉर्न विक्रेता को 11 जून, 2022 को लालबाग में एक तेल पैन में थूकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में, जांच के दौरान, यह पता चला था कि आरोपी पैन में तेल डालने के लिए तेल के पैकेट को अपने दांतों से फाड़ रहा था।

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