चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल का प्रसारण गुजरात के दूसरे और अंतिम चरण के मतदान के बाद किया जाएगा। गुजरात में दूसरे और अंतिम चरण का मतदान पांच दिसंबर को है। ऐसे में सोशल मीडिया पर इन दोनों राज्यों के एग्जिट पोल को लेकर किया जा रहा दावा मनगढ़ंत और फेक है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की तारीखों के नजदीक आने के साथ ही सोशल मीडिया पर इससे जुड़े राजनीतिक दुष्प्रचारों में तेजी आई है। सोशल मीडिया यूजर्स गुजरात चुनाव के रुझानों के बारे में दावा करते हुए अलग-अलग आंकड़ों के साथ चुनावी सर्वेक्षणों के आंकड़ों को शेयर कर रहे हैं। दल विशेष के समर्थक विरोधी दल के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा के तहत गुजरात चुनाव को लेकर एग्जिट पोल के आंकड़ों को शेयर करते हुए अपने-अपने दल की सरकार बनने का दावा कर रहे हैं। ऐसे ही एक पोस्ट में गुजरात चुनाव के महा एग्जिट पोल का जिक्र करते हुए दावा किया जा रहा है कि राज्य में कांग्रेस भारी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। वहीं, एक अन्य यूजर्स ने ऐसे ही एग्जिट पोल को शेयर करते हुए दावा किया है कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में दावे को गलत पाया। चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक, इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट समेत किसी भी माध्यम में 12 नवंबर को सुबह पांच बजे से लेकर पांच दिसंबर को शाम 5.30 बजे तक एग्जिट पोल पर प्रतिबंध है। ऐसे में गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से संबंधित एग्जिट पोल का दावा गलत और मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश है।
सोशल मीडिया यूजर ‘Bengal news’ ने एग्जिट पोल (आर्काइव लिंक) के आंकड़ों को शेयर करते हुए गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने का दावा किया है।
एक अन्य यूजर ने भी गुजरात चुनाव के एग्जिट पोल (आर्काइव लिंक) का हवाला देते हुए आम आदमी पार्टी की सरकार बनने का दावा किया है।
एक अन्य यूजर ने हिमाचल प्रदेश चुनाव से संबंधित एग्जिट पोल के आंकड़ों को शेयर करते हुए राज्य में बीजेपी की वापसी का दावा किया है।
चुनाव आयोग ने तीन नवंबर को गुजरात विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा की थी, जिसके मुताबिक राज्य में दो चरणों के तहत एक दिसंबर और पांच दिसंबर 2022 को चुनाव होना है।
न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद ही चुनाव आयोग ने एग्जिट पोल पर प्रतिबंध लगाए जाने की अधिसूचना जारी की थी और नियमों के मुताबिक, 12 नवंबर को सुबह आठ बजे से लेकर पांच दिसंबर को शाम साढ़े पांच बजे तक गुजरात और हिमाचल प्रदेश दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल्स को किसी भी माध्यम में प्रचारित और प्रसारित नहीं किया जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश में जहां 12 नवंबर को मतदान हो चुका है, वहीं गुजरात में दो चरणों के तहत एक और पांच दिसंबर को चुनाव होने हैं।
जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126ए के सब सेक्शन (1) के तहत 12 नवंबर सुबह 8 बजे से पांच दिसंबर (गुजरात के लिए दूसरे चरण का चुनाव) के शाम 5.30 तक के बीच किसी भी तरह के एग्जिट पोल और उसके किसी भी माध्यम में प्रसारण पर रोक होगी। चुनाव आयोग की तरफ से जारी नोटिफिकेशन से भी इसकी पुष्टि होती है।
19 नवंबर 2022 की तरफ से जारी अधिसूचना के मुताबिक, जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 126क में यह साफ किया गया है कि कोई भी व्यक्ति एग्जिट पोल नहीं करेगा और किसी भी एग्जिट पोल के परिणाम को (ऐसी अवधि के दौरान, जिसे निर्वाचन आयोग इस संबंध में अधिसूचित करेगा) को प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक या किसी अन्य माध्यम से प्रकाशित या प्रचारित नहीं करेगा।
उपरोक्त अधिनियम के अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए चुनाव आयोग ने 12 नवंबर 2022 (शनिवार) को सुबह 8 बजे से पांच दिसंबर 2022 (सोमवार) अपराहन 6.30 बजे तक के बीच की अवधि को ऐसी अवधि के रूप में अधिसूचित करता है, जिसके दौरान हिमाचल प्रदेश और गुजरात की विधानसभाओं के साधारण चुनाव और उप-चुनाव के संबंध में किसी भी प्रकार के एग्जिट पोल का आयोजन करने या प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या किसी भी अन्य तरीके से इसके नतीजों को प्रकाशित या प्रचारित करने पर प्रतिबंध होगा।
साथ ही हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के आंकड़ों को लेकर जिन वीडियो या स्क्रीनशॉट को शेयर किया जा रहा है, वह सभी पहले हो चुके चुनावों से संबंधित आंकड़ें हैं।
गुजराती जागरण के डिप्टी एडिटर राजेंद्र सिंह परमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर दल विशेष के समर्थक एग्जिट पोल या ओपिनियन पोल के मनगढ़ंत आंकड़ों का इस्तेमाल कर रहे हैं। एग्जिट पोल के आंकड़ें गुजरात में दूसरे और अंतिम चरण के मतदान के बाद ही आएंगे।
निष्कर्ष: चुनाव आयोग की अधिसूचना के मुताबिक, हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल का प्रसारण गुजरात के दूसरे और अंतिम चरण के मतदान के बाद किया जाएगा। गुजरात में दूसरे और अंतिम चरण का मतदान पांच दिसंबर को है। ऐसे में सोशल मीडिया पर इन दोनों राज्यों के एग्जिट पोल को लेकर किया जा रहा दावा मनगढ़ंत और फेक है। इन दोनों राज्यों के चुनाव को लेकर किसी भी तरह के एग्जिट पोल का प्रसारण किया ही नहीं जा सकता है।
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