Fact Check: अयोध्या में राम मंदिर समारोह के दौरान दलित लड़के की पिटाई का दावा FAKE, वीडियो हरियाणा का है

अयोध्या में राम मंदिर समारोह के दौरान फूल फेंकने पर दलित लड़के की पिटाई का दावा फेक है और इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो हरियाणा के फरीदाबाद में हुई घटना का है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक समारोह से पहले सोशल मीडिया पर इससे संबंधित भ्रामक और फेक दावों को धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है। इसी संदर्भ में वायरल एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर समारोह के दौरान फूल फेंकने पर आयोजकों ने एक दलित लड़के की पिटाई कर डाली।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया, जिसे भड़काऊ दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। अयोध्या में अभी ऐसा कोई आयोजन नहीं किया गया है और इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं बल्कि हरियाणा की घटना का है, जिसे गलत रंग देकर अयोध्या के नाम पर वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Yohi Jhootha Hai’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “योगी का रामराज्य: दलित स्कूली बच्चे का फूल छूना भी मना है। अयोध्या में राम मंदिर समारोह के दौरान फूल फेंकने पर दलित लड़के विष्णु को आयोजकों ने पीटा। राम मंदिर के दान पुन का और वहां पुजारी बनने का हक पोंगा पंडित का है। योगी राज में दलित और पिछड़ा होना पाप।”

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/yadavanoop08/status/1739977731297923285

पड़ताल

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज करने पर भास्कर डॉटकॉम की वेबसाइट पर पांच दिन पहले प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें इस्तेमाल किया गया वीडियो वायरल वीडियो क्लिप से मेल खाता है।

रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, “फरीदाबाद में गीता जयंती का प्रोग्राम देखने गए बच्चे की जमीन पर गिराकट टीचरों ने पिटाई कर दी।” रिपोर्ट में बताया गया है कि घटना का वीडियो सामने आने के बाद न केवल स्कूल की प्रिंसिपल बल्कि शिक्षा विभाग भी इसका संज्ञान लेने की बात कर रहा है।

अन्य कई रिपोर्ट्स में भी इस घटना का समान संदर्भ में जिक्र किया गया है।

हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल हो रहा वीडियो अयोध्या में हुई किसी घटना का नहीं, बल्कि हरियाणा के फरीदाबाद में हुई घटना का है। अयोध्या पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से भी इस घटना का खंडन करते हुए इसे हरियाणा के फरीदाबाद में हुई घटना का बताया है।

वायरल वीडियो को लेकर हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के अयोध्या यूनिट के संपादकीय प्रभारी रमा शरण अवस्थी से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि अयोध्या में न तो ऐसा कोई आयोजन हुआ है और न ही ऐसी कोई घटना हुई है।

कुछ दिनों पहले ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसे लेकर दावा किया गया था कि यह अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में विद्युतीकरण कार्य पूरा होने के बाद का वीडियो है, जो वास्तव में बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान राम मंदिर की थीम पर बने पांडाल का था। संबंधित फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां देखा जा सकता है।

वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब ढाई लाख लोग फॉलो करते हैं। अयोध्या में जनवरी में होने वाले अभिषेक समारोह से पहले अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर देखा जा सकता है।

निष्कर्ष: अयोध्या में राम मंदिर समारोह के दौरान फूल फेंकने पर दलित लड़के की पिटाई के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो हरियाणा के फरीदाबाद में हुई घटना का है।

False
Symbols that define nature of fake news
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