Fact Check: कोका कोला ने किसान आंदोलन के समर्थन में नहीं निकाली है नई कोक, वायरल पोस्ट फर्जी है

वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा गलत है। कोका कोला कंपनी ने किसानों के समर्थन में कोई ब्रांड कैम्पेन नहीं चलाया है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। पिछले कुछ समय से जारी किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की पोस्ट वायरल हो रही हैं। इन्हीं में से एक पोस्ट में कोका कोला साॅफट ड्रिंक की एक तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसके उपर अंग्रेजी में किसान एक्ता और सपोर्ट फार्मर लिखा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि कोका कोला कंपनी ने यह साॅफट ड्रिंक मौजूदा किसान आंदोलन के समर्थन में जारी की है।

विश्वास न्यूज ने पोस्ट की पड़ताल की और पाया कि इस पोस्ट के साथ किया गया दावा फर्जी है। कोका कोला ने किसान आंदोलन के समर्थन में कोई साॅफ्रट ड्रिंक जारी नहीं की है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Khushpreet Singh Gill Sehaura ने कोका कोला की दो बोतलों की तस्वीर साझा करते हुए लिखाः कोका कोला कंपनी किसान के हक में अपने ब्रांड पर प्रचार कर रही है।#kisanektazindabaad #kisanmajdooriktazindabad #KisanAndolan

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले इंटरनेट पर कोका कोला के इस तरह किसान आंदोलन के समर्थन करने के बारे में सर्च किया। हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिससे वायरल पोस्ट में किए जा रहे दावे की पुष्टि होती हो।

इसके बाद हमने कोका कोला इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इस बारे में सर्च किया, लेकिन वहां भी हमें ऐसे किसी कैम्पेन की जानकारी नहीं मिली। हमने कोका कोला के तमाम सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगाले, अकसर कंपनी के सभी कैम्पेंस के बारे में यहां जिक्र होता है, लेकिन हमें यहां भी किसान आंदोलन के समर्थन में कंपनी का कोई कैम्पेन नजर नहीं आया।

ज्यादा जानकारी के लिए हमने ईमेल के जरिए कोका कोला इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर, काॅरपोरेट पीआर अक्षत गुप्ता से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि वायरल हो रहा पोस्ट फर्जी है, कंपनी ने किसान आंदोलन के समर्थन में कोई ब्रांड कैम्पेन नहीं चलाया है।

वायरल तस्वीर में नजर आ रही कोका कोला की बोतल पर “Share a Coke” शेयर अ कोक टैगलाइन भी दिखाई देती है। आपको बता दें कि साल 2018 में कोका कोला इंडिया ने शेयर ए कोक पैकिंग कैम्पेन शुरू किया था जिसके तहत बोतल पर शेयर ए कोक विद के बाद – गैंडैड (ओल्ड स्कूल येट कूल), गैंडमा (स्कोल्डस मी स्पाॅइल्स मी), डैडी (माय टीचर माय फ्रैंड) जैसे फ्रेज लिखे होते थे। इसमें किसानों को लेकर कोई फ्रेज नहीं था।

इसके बाद हमने फेसबुक पर यह पोस्ट साझा करने वाले यूजर Khushpreet Singh Gill Sehaura की प्रोफाइल को खंगाला। हमने पाया कि खबर लिखे जाने तक यूजर के 106 फाॅलोअर्स थे।

निष्कर्ष: वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा गलत है। कोका कोला कंपनी ने किसानों के समर्थन में कोई ब्रांड कैम्पेन नहीं चलाया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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