लोकसभा चुनाव 24 के नतीजे आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह को मार्गदर्शक मंडल में शामिल किए जाने का दावा गलत है। मोदी और सिंह 2014 से ही मार्गदर्शक मंडल के सदस्य रहे हैं, जिसका गठन पार्टी के मार्गदर्शन के लिए किया गया था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मार्गदर्शक मंडल का विस्तार करते हुए उसमें नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह को शामिल कर दिया है। नरेंद्र मोदी जहां मौजूदा सरकार में प्रधानमंत्री हैं, वहीं राजनाथ सरकार रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह वर्ष 2014 से ही बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हैं। 2014 में तत्कालीन बीजेपी प्रेसिडेंट अमित शाह ने पार्टी की गतिविधियों के मार्गदर्शन हेतु नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह को इसमें शामिल किए जाने की घोषणा की थी। उनके अलावा अन्य तीन वरिष्ठ नेताओं में अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी शामिल थे।
सोशल मीडिया यूजर ‘Dharmendra Panchal’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “भाजपा में मार्गदर्शक मंडल का हुआ विस्तार, पीएम मोदी और राजनाथ शामिल।”
केरल कांग्रेस के आधिकारिक एक्स हैंडल (आर्काइव लिंक) से भी इस दावे को शेयर किया गया है।
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल पोस्ट में किए गए दावे की जांच के लिए हमने बीजेपी की आधिकारिक वेबसाइट को चेक किया। वेबसाइट पर हमें मार्गदर्शक मंडल के बारे में जानकारी मिली, जिसमें फिलहाल नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री, भारत), एल के आडवाणी, डॉ. मुरली मनोहर जोशी और राजनाथ सिंह (कैबिनेट मंत्री, भारत सरकार) का जिक्र है।
यानी बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह शामिल हैं। हालांकि, हमें यहां इस बात की जानकारी नहीं मिली कि इस वेब पेज में कब-कब बदलाव किए गए हैं। इसकी जांच के लिए हमने वेबैकमशीन टूल की मदद ली। यह टूल आर्काइव टूल हैं और इसमें हमें सबसे पुराना आर्काइव तीन जून 2023 को मिला, जिसमें मार्गदर्शक मंडल में इन्हीं चारों नेताओं के नाम शामिल हैं।
अब तक की जांच से स्पष्ट है कि नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह को 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद मार्गदर्शक मंडल में शामिल नहीं किया गया है।
अब तक मिली जानकारी के आधार पर हमने की-वर्ड सर्च किया और सर्च में हमें बीजेपी की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति मिली, जिसे 26 अगस्त 2014 को जारी किया गया है।
विज्ञप्ति में जारी जानकारी के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी की गतिविधियों के मार्गदर्शन हेतु निम्न वरिष्ठ नेताओं की मार्गदर्शक मण्डल के नाते नियुक्ति की है, जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और राजनाथ सिंह शामिल हैं।
वायरल पोस्ट को लेकर हमने बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर विजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि मार्गदर्शक मंडल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह शुरू से शामिल रहे हैं। उन्होंने कहा, “मार्गदर्शक मंडल का कार्य पार्टी को मार्गदर्शन देना रहा है और इसमें शामिल होने का मतलब रिटायर होना भी नहीं है।”
द हिंदू की 19 जनवरी 2015 की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी ने 2014 में मार्गदर्शक मंडल का गठन किया था और पार्टी के संस्थापक सदस्यों अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को संसदीय बोर्ड से हटाकर इसमें शामिल कर दिया था।
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने तीसरे कार्यकाल के लिए मंत्रियों की टीम के साथ नौ जून को शपथ ली थी और 10 जून को सभी मंत्रियों के विभागों का बंटवारा (पोर्टफोलियो विवरण) किया जा चुका है।
वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब चार सौ से अधिक लोग फॉलो करते हैं। चुनाव से संबंधित अन्य भ्रामक व फेक दावों की जांच करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज के चुनावी सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: लोकसभा चुनाव 24 के नतीजे आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह को मार्गदर्शक मंडल में शामिल किए जाने का दावा गलत है। मोदी और सिंह 2014 से ही मार्गदर्शक मंडल के सदस्य रहे हैं, जिसका गठन पार्टी के मार्गदर्शन के लिए किया गया था।
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