Fact Check: महाराष्ट्र के सतारा की नंदी की मूर्ति को वाराणसी का बताकर किया जा रहा है दुष्प्रचार

जांच में विश्वास न्यूज ने इस दावे को भ्रामक पाया। भगवान नंदी की वायरल तस्वीर महाराष्ट्र के सतारा के वाई में स्थित काशी विश्वेश्वर मंदिर की है, वाराणसी की नहीं।

नई दिल्ली (विश्वास समाचार): ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के बीच, दो तस्वीरों का एक कोलाज वायरल है। इनमें से एक तस्वीर में नंदी की मूर्ति है और दूसरी में ज्ञानवापी मस्जिद। पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के नंदी की तस्वीर है। हालांकि, जांच में विश्वास न्यूज ने इस दावे को भ्रामक पाया। भगवान नंदी की वायरल तस्वीर महाराष्ट्र के सतारा के वाई में स्थित काशी विश्वेश्वर मंदिर की है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर राजा चंद्रा (Archive) ने 16 मई को कोलाज पोस्ट किया और लिखा: जश्न मनाने का समय !! जय भोलेनाथ !! जय हिन्दू राष्ट्र !! कोलाज पर लिखा है: काशी विश्वनाथ मंदिर में नंदी का लंबा इंतजार खत्म। पोस्ट और उसके आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल:

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल कोलाज में से नंदी की तस्वीर अलग करके उसे गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें अलामी स्टॉक इमेज वेबसाइट पर नंदी की ठीक वैसी ही तस्वीर मिली। कैप्शन में कहा गया है: वाई, सतारा, महाराष्ट्र में काशी विश्वेश्वर मंदिर में नंदी बैल की मूर्ति।

हमें ट्रिपएडवाइजर वेबसाइट पर भी नंदी की यह तस्वीर मिली, लेकिन एक अलग एंगल से थी।

अलामी स्टॉक इमेज वेबसाइट में नंदी की मूर्ति की एक और तस्वीर थी। कैप्शन में कहा गया है: नंदी प्रतिमा, भगवान शिव मंदिर, वाई, सतारा, महाराष्ट्र, भारत।

जांच के अगले चरण में विश्वास न्यूज ने केदार गोखले से संपर्क साधा। केदार का परिवार काशी विश्वेश्वर मंदिर, वाई, सतारा में ट्रस्टी है। हमने उनके साथ वायरल तस्वीर को वॉट्सऐप पर साझा किया और उन्होंने पुष्टि की कि यह वास्तव में वाई में मंदिर के परिसर में स्थित नंदी की मूर्ति है।

इसलिए यह निश्चित था कि नंदी की मूर्ति ज्ञानवापी मस्जिद के सामने वाराणसी से नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के सतारा जिले की है।

जांच के आखिरी चरण में विश्वास न्यूज ने पोस्ट शेयर करने वाले फेसबुक यूजर का सोशल बैकग्राउंड चेक किया। हमें पता चला कि यूजर राजा चंद्रा रायचूर का रहने वाला है और उसे 1078 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: जांच में विश्वास न्यूज ने इस दावे को भ्रामक पाया। भगवान नंदी की वायरल तस्वीर महाराष्ट्र के सतारा के वाई में स्थित काशी विश्वेश्वर मंदिर की है, वाराणसी की नहीं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट