Fact Check: मुंबई पुलिस ने मेडिकल स्टोर, दूध की और किराने की दुकानों के खुलने और बंद होने के लिए कोई समय सीमा तय नहीं की है

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। मुंबई पुलिस ने मेडिकल स्टोर, दूध और किराने की दुकानों के खुलने की कोई समय सीमा तय नहीं की है।

विश्वास न्यूज़, नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है। ऐसे में लोगों के बिना वजह घर से बाहर निकलने पर भी पाबंदी है। ऐसे में इस लॉकडाउन को लेकर एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा है कि मुंबई पुलिस ने मेडिकल स्टोर, दूध और किराने की दुकानों को केवल सुबह ही आइटम वितरित करने के लिए कहा है। साथ ही इस मैसेज में अख़बार के वितरण को 7 बजे से पहले करने के बारे में भी लिखा है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। मुंबई पुलिस ने मेडिकल स्टोर, दूध और किराने की दुकानों के खुलने और अख़बारों के वितरण की कोई समय-सीमा तय नहीं की है।

क्या हो रहा है वायरल?

वायरल मैसेज में लिखा है Please Notedown..
Dates & timings for distributions of :
(1) MILK – From Morning 6 a.m to 8 a.m.(daily)
(2) NEWS PAPERS – Upto 7 a.m (daily)
(3) VEGETABLES, KIRANA & MEDICAL SHOPS : From Morning 8 a.m. to 11 a.m. ( on 24/26/28 & 30 March only)
By Order of Mumbai Police Commissioner
Good morning 🙏”

जिसका हिंदी अनुवाद होता है: “कृपया नोट करें ।।

वितरण के लिए दिनांक और समय:
(1) * दूध* – सुबह 6 बजे से सुबह 8 बजे तक (दैनिक)
(२) * अख़बार * – .सुबह 7 बजे तक (दैनिक)
(३) * सब्ज़ियां, * किराना & * मेडिकल दुकानें*: सुबह 8 बजे से 11 बजे तक (24/26/28 और 30 मार्च को)

इस पोस्ट का आर्कईव लिंक यहाँ है।

पड़ताल

हमने इस पोस्ट की जांच करने के लिए गूगल पर इस खबर के बारे में ढूंढा मगर कहीं भी हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। सर्च करने पर हमें मुंबई पुलिस का एक ट्वीट मिला, जिसमें लॉकडाउन के दौरान क्या बंद होगा और क्या नहीं उसकी एडवाइजरी थी। इस एडवाइजरी के अनुसार, आवश्यक वस्तुओं का लेन-देन करने वाली दुकानें खुली रहेंगी मगर कहीं भी इनके खुलने के समय को लेकर कोई उल्लेख नहीं था।

https://twitter.com/MumbaiPolice/status/1242129489179504642?s=20

लॉकडाउन के दौरान क्या बंद होगा और क्या नहीं को लेकर हमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का एक ट्वीट भी मिला। ट्वीट के अनुसार, मेडिकल स्टोर, दूध और किराने की दुकाने खुली रहेंगी। इस ट्वीट में कहीं भी दुकानों के खुलने की समय-सीमा का कोई उल्लेख नहीं था।

इस वायरल मैसेज को लेकर हमें मुंबई पुलिस कमिश्नर के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट मिला, जिसमें लिखा था- “Namaste, I’m the Commissioner of @MumbaiPolice & this list has definitely not been made on my directions! The last thing we want to get infected with & pass on during such crisis is rumours. Pls verify every msg regarding emergency services before you forward #StaySafeFromRumours.” जिसका हिंदी अनुवाद होता है ‘नमस्ते, मैं मुंबई पुलिस का कमिश्नर हूँ। यह सूची निश्चित रूप से मेरे निर्देशन पर नहीं बनी है! इस तरह के संकट के दौरान हमें ऐसी फेक ख़बरों से संक्रमित नहीं होना चाहिए।”

हमने पुष्टि के लिए मुंबई पुलिस प्रवक्ता डीसीपी प्रणय अशोक से बात की। उन्होंने कन्फर्म किया कि वायरल मैसेज फर्जी है। उन्होंने कहा, “जैसा मुंबई पुलिस कमिश्नर ने अपने ट्वीट में लिखा है, यह सूची फर्जी है। आवश्यक वस्तुओं की बिक्री पर कोई समय सीमा नहीं है।”

वायरल मैसेज में अख़बार के वितरण को लेकर भी समय सीमा का ज़िक्र है। हमने गूगल पर सर्च किया तो हमें मिरर नाउ का एक यूट्यूब वीडियो मिला, जिसमें बताया गया था कि वेंडर संघों ने कोरोनोवायरस के खतरे के टलने तक अखबारों को वितरित नहीं करने का फैसला किया है।

अखबारों को वितरित नहीं करने को लेकर हमें एक खबर bestmediainfo.com पर भी मिली।

इस मैसेज को वॉट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर पर वायरल किया जा रहा है। फेसबुक पर Sanjay Chaudhary नाम के एक यूजर ने इस मैसेज को शेयर किया था। प्रोफाइल के अनुसार, यूजर मुंबई में रहते हैं।

विश्वास न्यूज़ ने कोरोना वायरस को लेकर और भी कई फैक्ट चेक किये हैं। इनमें से कुछ आप नीचे पढ़ सकते हैं।

Disclaimer: कोरोनावायरसफैक्ट डाटाबेस रिकॉर्ड फैक्ट-चेक कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) की शुरुआत से ही प्रकाशित हो रही है। कोरोना महामारी और इसके परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं और जो डाटा शुरू में एक्यूरेट लग रहे थे, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। आने वाले समय में इसमें और भी बदलाव होने का चांस है। आप उस तारीख को याद करें जब आपने फैक्ट को शेयर करने से पहले पढ़ा था।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। मुंबई पुलिस ने मेडिकल स्टोर, दूध और किराने की दुकानों के खुलने की कोई समय सीमा तय नहीं की है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

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