Fact Check: नमाज़ पढ़ते लोगों का यह वीडियो, पेरिस का नहीं, बल्कि मॉस्को का है

विश्वास न्यूज़ ने वायरल वीडियो की पड़ताल में पाया कि इस वीडियो का पेरिस से कोई लेना-देना नहीं है। ये वीडियो मॉस्को की कैथेड्रल मस्जिद के बाहर का है, जहाँ मुस्लिम नमाज पढ़ रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सड़क पर बहुत-से लोगो को नमाज़ पढ़ते हुए देखा जा सकता है। अब यूजर इस वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो फ्रांस के पेरिस का है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये दावा भ्रामक है।

वायरल वीडियो का पेरिस से कोई लेना-देना नहीं है। ये वीडियो मॉस्को की कैथेड्रल मस्जिद के बाहर का है, जहाँ मुस्लिम नमाज पढ़ रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, ‘यह पेरिस में #शुक्रवार की तस्वीर है देखो और रोओ ये कल आने वाले भारत की तस्वीर है अभी नही जागे तो विनाश निश्चित है’।

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वीडियो को इनविड टूल में अपलोड किया और कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये सर्च किया। सर्च में वायरल वीडियो के इसी मंज़र से मिलता-जुलता वीडियो एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। 13 अक्टूबर 2015 को अपलोड किये गए इस वीडियो में हूबहू वही सारी बिल्डिंग और सुनहरे गुम्बद वाली मस्जिद को देखा जा सकता है, जैसा कि वायरल वीडियो में नज़र आ रही है। यहाँ वीडियो को अपलोड करते हुए डिस्क्रिप्शन में लिखा है, ‘मास्को की कैथड्रल मस्जिद के बाहर हज़ारों मुसलमानों ने ईद की नमाज़ अदा की।’

वायरल वीडियो के ही मंज़र से मिलता-जुलता एक दूसरा वीडियो भी हमें एक यूट्यूब चैनल पर मिला। यहाँ भी वीडियो को शेयर करते हुए मॉस्को की कैथेड्रल मस्जिद का बताया गया है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर मास्को की कैथेड्रल मस्जिद को सर्च किया और हमें dreamstime.com की वेबसाइट पर वायरल किये जा रहे वीडियो वाली ही मस्जिद नज़र आई। नीचे वायरल वीडियो वाली मस्जिद और मास्को की कैथेड्रल मस्जिद के कोलाज को देखा जा सकता है।

गूगल स्ट्रीट व्यू पर मास्को की कैथेड्रल मस्जिद सर्च किये जाने पर भी हमें हूबहू वायरल वीडियो वाली बिल्डिंग और लोकेशन नज़र आई। नीचे स्क्रीनशॉट में देखा जा सकता है।

पुष्टि के लिए हमने मॉस्को के पत्रकार गेब्रियल गाविन से ट्विटर के ज़रिये संपर्क किया और वायरल वीडियो को उनके साथ साझा किया। उन्होंने हमें पुष्टि देते हुए बताया कि यह वीडियो मॉस्को में स्थित कैथेड्रल मस्जिद के बाहर का है, जहाँ लोग नमाज पढ़ रहे हैं।

भ्रामक पोस्ट को शेयर करने वाले पेज की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि इस पेज को 80,940 लोग फॉलो करते हैं।

यह वीडियो इससे पहले भी भ्रामक दावे के साथ वायरल हो चुका है, जिसका फैक्ट चेक विश्वास न्यूज़ ने किया था। हमारा फैक्ट चेक यहाँ पढ़ें।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने वायरल वीडियो की पड़ताल में पाया कि इस वीडियो का पेरिस से कोई लेना-देना नहीं है। ये वीडियो मॉस्को की कैथेड्रल मस्जिद के बाहर का है, जहाँ मुस्लिम नमाज पढ़ रहे हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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