Fact Check: 2013 की कच्छ दरगाह की मुरारी बापू की फोटो अजमेर की हालिया बताकर की जा रही वायरल

मुरारी बापू 2013 में कच्छ स्थित दरगाह में गए थे। उस समय की फोटो को अजमेर दरगाह की हालिया बताकर वायरल किया जा रहा है। मुरारी बापू हाल में अजमेर नहीं गए हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कथा वाचक मुरारी बापू की एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए इस तस्‍वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि मुरारी बापू अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर चढ़ाने पहुंचे। इस तस्‍वीर में उन्‍हें एक चादर पर हाथ लगाते हुए देखा जा सकता है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पड़ताल में दावा बेबुनियाद साबित हुआ। हाल-फिलहाल में मुरारी बापू अजमेर शरीफ दरगाह में नहीं गए हैं। वायरल फोटो 2013 की है, जब मुरारी बापू कच्छ दरगाह गए थे।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ‘विजय डोंगरे‘ (आर्काइव लिंक) ने 25 जुलाई को फोटो पोस्ट करते हुए लिखा,

सूनी हो चुकी अजमेर शरीफ दरगाह पर पुनः रौनक लौट आने हेतु चादर चढ़ा कर मन्नत मांगने पहुंचे कथित संत मुरारी बापू।
इन लोगो से सावधान रहें और इनका पूर्ण बहिस्कार करते रहे ये लोग ही हैं जिन्होंने हिंदू समाज का बेड़ा गर्क किया है

सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट।

यह पोस्ट हमें विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 95992 99372 पर भी मिली।

फेसबुक पर कई अन्य यूजर्स ने इस फोटो को समान दावे से शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले फोटो को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद हमने इसे यांडेक्स रिवर्स इमेज से सर्च किया। इसमें हमें ‘दीनबंधु झा‘ (आर्काइव लिंक) के ट्विटर अकाउंट पर यह फोटो मिली। 19 मई 2020 को इस फोटो को ट्वीट किया गया है। हालांकि, इसमें जगह की कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन इससे यह साफ हो गया कि यह हाल-फिलहाल की नहीं है।

इसको कीवर्ड से हमने गूगल पर सर्च किया, लेकिन किसी विश्वसनीय वेबसाइट पर कोई खबर नहीं मिली। इसके बाद हमने इसकी जानकारी के लिए ‘श्री चित्रकूट धाम’ से ईमेल के जरिए संपर्क किया। उनके साथ हमने वायरल फोटो को भी साझा किया। उनकी तरफ से विकास ने बताया, ‘वायरल फोटो 2013 की है, जब मुरारी बापू कच्छ के दरगाह में गए थे। इसका हाल-फिलहाल या अजमेर से कोई संबंध नहीं है। मुरारी बापू सर्वधर्म को मामने वाले हैं, इस वजह से सभी लोगों की मदद भी करते हैं।

इस बारे में अजमेर के राजस्थान पत्रिका के रिपोर्टर रक्तिम तिवारी का कहना है, ‘वायरल फोटो अजमेर की दरगाह की नहीं है। इस तरह की बनावट दरगाह के किसी भी भवन की नहीं है। मुरारी बापू भी हाल-फिलहाल में अजमेर नहीं आए हैं।

फोटो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘विजय डोंगरे‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। उनको 2812 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: मुरारी बापू 2013 में कच्छ स्थित दरगाह में गए थे। उस समय की फोटो को अजमेर दरगाह की हालिया बताकर वायरल किया जा रहा है। मुरारी बापू हाल में अजमेर नहीं गए हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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