Fact Check: दक्षिण अफ्रीका से नहीं, लंदन के इनर टेंपल से गांधी ने की थी वकालत की पढ़ाई

महात्मा गांधी ने अपनी वकालत की डिग्री लंदन के द इनर टेंपल से पूरी की थी। उन्होंने 1888 में यहां दाखिला लिया था और 1891 में वकालत की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रैक्टिस के लिए लंदन के हाई कोर्ट में एनरॉल हुए थे।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। महात्मा गांधी की वकालत की डिग्री को लेकर वायरल हो रहे एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि उन्होंने वकालत की डिग्री अफ्रीका से ली थी। पोस्ट के जरिए यूजर्स गांधी की वकालत की डिग्री की वैधता पर सवाल उठा रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। सितंबर 1888 में महात्मा गांधी कानून की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड गए, जहां इनर टेंपल से उन्होंने अपनी लॉ की पढ़ाई पूरी की और इसके बाद उन्हें 1891 में बार में शामिल किया गया। उन्होंने लंदन हाई कोर्ट में अपना पंजीकरण कराया, लेकिन साल के अंत में वह भारत आ गए और करीब दो सालों तक प्रैक्टिस करते रहे। इसके बाद उन्हें दक्षिण अफ्रीका में स्थित एक भारतीय कंपनी ने रोजगार का मौका दिया और फिर वह दक्षिण अफ्रीका चले गए, जहां उन्होंने करीब बीस सालों तक वकील के तौर पर सक्रिय रूप से काम किया।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘स्मिता हिन्दू’ ने महात्मा गांधी की तस्वीर वाली ग्राफिक्स (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है, जिसमें लिखा हुआ है, ”मोहनदास गांधी उर्फ महात्मा गांधी या बापू की वकालत की डिग्री अफ्रिका से ली थी। क्या अफ्रिका पहले भारत और दुनिया के अन्य देशों से विकसित व शिक्षा में समृद्ध था, बाद में पिछड़ गया। मामला संदेहास्पद है।”

सोशल मीडिया पर फेक दावे के साथ वायरल ग्राफिक्स

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस ग्राफिक्स को समान दावे के साथ शेयर किया है।

जांच

वायरल ग्राफिक्स में दावा किया गया है कि महात्मा गांधी ने वकालत की पढ़ाई अफ्रीका में की थी। mkgandhi.org पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, महात्मा गांधी 4 सितंबर 1888 को कानून की पढ़ाई करने के लिए इंग्लैंड गए और इनर टेंपल में रहकर उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। जिसके बाद 10 जून 1891 को उन्हें बार में शामिल किया गया और इंग्लैड हाई कोर्ट में काम करने का मौका मिला। लेकिन अगले ही दिन वह वापस भारत के लिए निकल पड़े। भारत लौटने के बाद उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट में प्रैक्टिस की शुरुआत की और ठीक काम नहीं होने की वजह से उन्होंने राजकोट में भी वकालत की प्रैक्टिस की। हालांकि, वह इस पेशे में बहुत अधिक सफल नहीं हो पाए। इसके बाद वह दक्षिण अफ्रीका चले गए, जहां उन्होंने बतौर वकील बीस सालों से अधिक तक काम किया।

इनर टेंपल की वेबसाइट पर भी गांधी महात्मा गांधी की पढ़ाई के बारे में जानकारी मौजूद है। दी गई जानकारी के मुताबिक, गांधी ने इनर टेंपल में कानून की पढ़ाई की

कई अन्य स्रोतों पर मौजूद जानकारी से भी इसकी पुष्टि होती है। अतिरिक्त पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के एआरएसडी कॉलेज में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर शंभूनाथ दुबे से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, ‘महात्मा गांधी की वकालत की डिग्री लंदन में पूरी हुई थी। हालांकि, वकील के तौर पर उन्हें पहचान दक्षिण अफ्रीका में मिली।’

निष्कर्ष: महात्मा गांधी ने अपनी वकालत की डिग्री लंदन के द इनर टेंपल से पूरी की थी। उन्होंने 1888 में यहां दाखिला लिया था और 1891 में वकालत की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रैक्टिस के लिए लंदन के हाई कोर्ट में पंजीकरण कराया था।

False
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