विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पीएम मोदी के जी-7 शिखर सम्मेलन के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। पीएम मोदी के साथ नजर आ रहा शख्स जो बाइडेन नहीं, बल्कि ऑर्गेनाइजिंग कमेटी का स्टाफ मेंबर था, जो कि पीएम मोदी को रास्ता दिखा रहा था।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इटली दौरे का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे पीएम मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को अनदेखा कर दिया। जो बाइडेन पीएम मोदी से हाथ मिलाने के लिए आगे आए, लेकिन उन्होंने उनसे हाथ नहीं मिलाया।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। पीएम मोदी के साथ नजर आ रहा शख्स जो बाइडेन नहीं, बल्कि ऑर्गेनाइजिंग कमेटी का स्टाफ मेंबर था, जो कि पीएम मोदी को रास्ता दिखा रहा था।
फेसबुक यूजर ‘बलम जी’ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “जो बाईडेन से हाथ न मिलाकर मोदी जी ने अमेरिका को उसकी औकात दिखा दी हमारे चुनावों में दखलअंदाजी का नतीज़ा औकात दिखा देंगे दुनिया के सामने!!”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन फर्स्टपोस्ट के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 15 जून 2024 को अपलोड किया गया था। मौजूद जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो जी-7 शिखर सम्मेलन का है, जिसमें शामिल होने के लिए पीएम मोदी इटली पहुंचे थे। वीडियो की शुरुआत में देखा जा सकता है कि पीएम मोदी के साथ नजर आ रहा शख्स अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन नहीं, बल्कि ऑर्गेनाइजिंग कमेटी का एक स्टाफ है। जो कि पीएम मोदी से हाथ नहीं मिला रहा है, बल्कि उन्हें रास्ता बता रहा है।
पड़ताल के दौरान हमें जी-7 शिखर सम्मेलन का एक अन्य वीडियो पीएम मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 15 जून 2024 को अपलोड किया गया है। वीडियो में पीएम मोदी अन्य देश के नेताओं से मिलते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में 1.39 मिनट पर पीएम मोदी को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से हाथ मिलाते हुए देखा जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण दिल्ली में नेशनल कवर करने वाले संवाददाता जेपी रंजन से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा भ्रामक है। उन्होंने जब जो बाइडेन से मुलाकात की थी,तो हाथ मिलाया था। वायरल वीडियो में नजर आ रहे शख्स जो बाइडेन नहीं हैं।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। प्रोफाइल पर यूजर ने खुद को राजस्थान का रहने वाला बताया है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि पीएम मोदी के जी-7 शिखर सम्मेलन के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। पीएम मोदी के साथ नजर आ रहा शख्स जो बाइडेन नहीं, बल्कि ऑर्गेनाइजिंग कमेटी का स्टाफ मेंबर था, जो कि पीएम मोदी को रास्ता दिखा रहा था।
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