विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि हाल-फिलहाल अमेरिका में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, जहां लाखों की तादाद में लोगों ने धर्मांतरण कर सनातन धर्म अपनाया हो। वायरल की जा रही तस्वीरें भी पुरानी हैं और अलग- अलग धार्मिक कार्यकर्मों से जुड़ी हुई है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। वायरल पोस्ट के साथ एक कोलाज शेयर किया जा रहा है, जिसमें तीन तस्वीरों में कुछ महिलाओं को साड़ी में देखा जा सकता है। पोस्ट शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि अमेरिका में एक साथ 4 लाख ईसाइयों ने हिन्दू धर्म अपना कर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर दिया है।
विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि हाल-फिलहाल अमेरिका में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है जहां लाखों की इतनी बड़ी तादाद में लोगों ने धर्मांतरण कर सनातन धर्म अपनाया हो। वायरल की जा रही तस्वीरें भी पुरानी हैं और अलग- अलग धार्मिक कार्यकर्मों से जुड़ी हुई है।
फेसबुक यूजर वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए, ”अमेरिका में 4 लाख ईसाइयों ने ईसाई धर्म को त्याग कर सनातन धर्म में प्रवेश कर विश्व रिकॉर्ड कायम किया है।”
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखें।
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने न्यूज सर्च के जरिये ये जानने की कोशिश कि की क्या अमेरिका के किसी हिस्से में इतने बड़े पैमाने पर ईसाइयों ने धर्मांतरण करते हुए हिन्दू धर्म अपनाया है। सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। हालांकि, अगर इस खबर में जरा भी सच्चाई होती तो सुर्ख़ियों में जरूर मौजूद होती।
न्यूज़ सर्च में 3 मई 2015 को इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट मिली, जिसके मुताबिक, ”प्यू रिसर्च सेंटर की ‘धार्मिक लैंडस्केप स्टडी’ से पता चला है कि अमेरिका में हिंदुओं की आबादी में बढ़ोतरी हुई है। वहां की आबादी में हिंदुओं का अनुपात 2007 के 0.4 प्रतिशत से बढ़कर पिछले साल 0.7 प्रतिशत हो गया है। अमेरिका की हिंदू आबादी 2.23 मिलियन (22.3 लाख) तक पहुंच गई है।
वहीं, 8 जनवरी 2016 को जी न्यूज में छपी खबर के अनुसार, सूरत में विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया ने दावा किया है कि उनके संगठन ने भारत में पिछले दस साल में 5 लाख से ज्यादा ईसाइयों और 2.5 लाख से ज्यादा मुस्लिमों की घर वापसी कराई है। खबर में हमें यूएसए में हुए धर्म परिवर्तन के बारे में कोई जिक्र नहीं मिला।
अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने वायरल की जा रही तस्वीरों को खोजना शुरू किया। पहली तस्वीर को क्रॉप करते हुए गूगल लेंस के जरिये सर्च किया। सर्च में हमें यह फोटो सकीनानन्दस्वामी डॉट कॉम की वेबसाइट पर पर मिली।
यहां तस्वीर ‘साधु संगा महोत्सव” की फोटो गैलरी में अपलोड की गई है।
तस्वीर को यांडेक्स सर्च किये जाने पर यह और वायरल की जा रही दूसरी तस्वीर इस्कॉन न्यूज़ डॉट ओ आरजी की वेबसाइट पर अपलोड हुई मिली।
10 अप्रैल 2015 को पब्लिश हुए आर्टिकल में पहली तस्वीर को देखा जा सकता है। आर्टिकल में बताया गया कि 22 से 25 मई तक आयोजित होने वाला साधु-संगा रिट्रीट पिछले सप्ताहांत से पूरी तरह से बुक हो चुका है। इसकी शुरुआत 2011 में कुछ इस्कॉन गुरुओं और उनके शिष्यों द्वारा एक छोटी सभा के रूप में हुई थी, लेकिन साधु- संगा रिट्रीट जल्द ही इस्कॉन उत्तरी अमेरिका में सबसे बड़ा कीर्तन उत्सव बन गया है।
वहीं, दूसरी तस्वीर 9 सितम्बर 2019 को पब्लिश हुए आर्टिकल में मौजूद है। आर्टिकल में दी गई जानकारी के मुताबिक, ”5,000 श्रद्धालुओं के काला सागर में पहुंचने के साथ ही रूसी साधु-संगाउत्सव शुरू हो गया।”
वायरल दावे से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने द इंडिया ऑब्ज़र्वर (यूएसए) की क्षेत्रीय ब्यूरो प्रमुख विजयलक्ष्मी नादर से संपर्क किया और वायरल पोस्ट उनके साथ शेयर की। उन्होंने हमें पुष्टि देते हुए बताया गया कि अमेरिका में ईसाइयों के इतनी बड़ी मात्रा में हिन्दू बनने की खबर बिल्कुल फर्जी है।
इस बारे में हमने हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के सीनियर डायरेक्टर कम्युनिकेशन मैट मैक्डरमॉट से ईमेल के जरिए संपर्क किया। उन्होंने हमें पुष्टि देते हुए बताया, ”अमेरिका में किसी एक कार्यक्रम में 4 लाख ईसाइयों ने हिंदू धर्म नहीं अपनाया है।”
फर्जी पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘बजरंग दल नारायणपुर’ की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर को 263 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि हाल-फिलहाल अमेरिका में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, जहां लाखों की तादाद में लोगों ने धर्मांतरण कर सनातन धर्म अपनाया हो। वायरल की जा रही तस्वीरें भी पुरानी हैं और अलग- अलग धार्मिक कार्यकर्मों से जुड़ी हुई है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।