Fact Check: दिल्ली पुलिस आयुक्त ने नहीं जारी किया यह संदेश

दिल्ली के कमिश्नर के नाम से वायरल मैसेज, जिसमें महिलाओं को वॉट्सऐप पर डीपी के रूप में अपनी तस्वीर नहीं लगाने के लिए कहा है, वह फर्जी है।

नई दिल्ली, विश्वास टीम: सोशल मीडिया पर आज कल एक संदेश वायरल हो रही है, जिसे दिल्ली पुलिस आयुक्त के नाम से जारी किया गया बताया जा रहा है। संदेश में लोगों से अपनी तस्वीर को वॉट्सऐप पर अपनी डीपी के रूप में अपलोड न करने का अनुरोध किया है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह संदेश फर्जी है। ऐसा कोई संदेश दिल्ली पुलिस आयुक्त ने जारी नहीं किया है।

क्या हो रहा है वायरल?

‘सोनल अमोल धनवते’ नाम के एक फेसबुक यूजर ने इस मैसेज को मराठी भाषा में शेयर किया। पोस्ट में लिखा था (मराठी से अनुवादित) “हाय, अगर किसी की मां या बहन ने वॉट्सऐप पर खुद की फोटो की डीपी पोस्ट की है, तो उसे तुरंत बदलने के लिए कहें, क्योंकि वॉट्सऐप पर ISIS और चीन के हैकर्स हैं जिनके पास आपका वॉट्सऐप नंबर और जानकारी है। वे आपकी अश्लील फोटो बनाने के लिए आपकी प्रोफाइल फोटो का गलत इस्तेमाल करते हैं। वॉट्सऐप के सीईओ ने कुछ दिनों तक अपनी खुद की प्रोफाइल फोटो नहीं रखने का अनुरोध किया है। वॉट्सऐप इंजीनियर हमेशा आपकी सुरक्षा के लिए आपके साथ सहयोग करेंगे। इस मैसेज को जल्द से जल्द फॉरवर्ड करें। खासकर युवा लड़कियों के लिए…। धन्यवाद। ए.के. मित्तल (IPS) 9849436632 कमिश्नर दिल्ली। कृपया अपने सभी मित्रों को भी आगे भेजें ।।”

इस फेसबुक पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल:

विश्वास न्यूज़ ने अपनी जांच को शुरू करने के लिए पोस्ट में दिए गए दावों को एक-एक करके देखने का फैसला किया।

संदेश में उल्लेख किया गया है कि वॉट्सऐप के सीईओ ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे डीपी के रूप में अपनी तस्वीरों का उपयोग न करें। विश्वास न्यूज़ ने सबसे पहले चेक किया कि क्या किसी ज़िम्मेदार मीडिया पोर्टल्स ने इस संबंध में कोई खबर चलाई है या नहीं। हमें वॉट्सऐप सीईओ के बारे में ऐसी कोई खबर नहीं मिली।

हमने तब जांच की कि क्या दिल्ली के आयुक्त ने हाल में इस तरह के कोई बयान दिए हैं। जिस पर विश्वास न्यूज को पता चला कि दिल्ली के कमिश्नर का नाम एके मित्तल नहीं, बल्कि एसएन श्रीवास्तव है।

हमने पाया कि दिल्ली के इतिहास में कभी कोई एके मित्तल नाम के आयुक्त नहीं रहे हैं।

विश्वास ने पोस्ट में बताए गए नंबर पर भी संपर्क किया। नंबर अनुपलब्ध निकला।

अंत में पुष्टि के लिए, हमने दिल्ली पुलिस पीआरओ अनिल मित्तल से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “दिल्ली पुलिस के नाम से वायरल किया गया पोस्ट फर्जी है।”

हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक प्रोफाइल की स्कैनिंग की। यूजर सोनल अमोल धनावते महाराष्ट्र के चाकन की निवासी है, जिन्होंने सितंबर 2016 को अपना प्रोफ़ाइल बनाया था।

निष्कर्ष: दिल्ली के कमिश्नर के नाम से वायरल मैसेज, जिसमें महिलाओं को वॉट्सऐप पर डीपी के रूप में अपनी तस्वीर नहीं लगाने के लिए कहा है, वह फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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