मेरठ के वीडियो को मीरा रोड पर हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। पुलिस के सामने खुद को गोली मारने की धमकी देने वाले वीडियो का मीरा रोड पर हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह से पहले मुंबई के मीरा रोड पर रैली के दौरान हुई झड़प को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हुए हैं। इनमें से कुछ फर्जी वीडियो की पड़ताल विश्वास न्यूज कर चुका है। अब एक वीडियो शेयर कर उसे भी मीरा रोड पर हुई हिंसा से जोड़ा जा रहा है। वायरल वीडियो में एक युवक वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के सामने खुद को गोली मारने की धमकी दे रहा है। यूजर्स इसे शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो मीरा रोड पर हिंदुओं पर पत्थर चलाने वाले युवक की है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि मीरा रोड से जोड़कर वायरल किया जा रहा वीडियो मेरठ का है, जहां एक अपराधी ने पुलिस के सामने खुद को गोली मारने की धमकी दी थी। इस मामले का मीरा रोड पर हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है।
इंस्टाग्राम पर यूजर baba_bageshwar_dham_sarkar____ (आर्काइव लिंक) ने 3 फरवरी को वीडियो शेयर करते किया। इस पर लिखा है,
“ये वो ही है जिसने मीरा रोड पर हिंदुओं को पत्थर मारकर दंगे करवाये थे अब देख लो इसका हाल”
वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूुगल पर ओपन सर्च किया। K24 BHARAT नाम के यूट्यूब चैनल पर इस बारे में छपी वीडियो न्यूज में वायरल वीडियो को मेरठ का बताया गया है। इसमें अपराधी का नाम राशिद खान बताया गया है।
अमर उजाला के यूट्यूब चैनल पर भी 27 जनवरी को अपलोड वीडियो न्यूज में भी इस बारे में खबर को देखा जा सकता है। वीडियो न्यूज में वायरल वीडियो क्लिप को भी देखा जा सकता है। इसमें भी वीडियो को मेरठ का बताया गया है।
मेरठ के स्थानीय पत्रकार सचिन गुप्ता ने भी 27 जनवरी को इस वीडियो को शेयर करते हुए इसे मेरठ के राशिद खान का बताया है।
हिन्दुस्तान लाइव की वेबसाइट पर भी इस रिपोर्ट को देखा जा सकता है।
दैनिक जागरण के 28 जनवरी के मेरठ संस्करण में भी इस खबर को देखा जा सकता है। इसके अनुसार, मामला बनियापाड़ा पुलिस चौकी के पास का है। यह ड्रामा करीब डेढ़ घंटे चला। दरोगा ने पीछे से जाकर पकड़ा, तब जाकर गैंगस्टर की गिरफ्तारी हो सकी।
इस बारे में हमने सचिन गुप्ता से संपर्क कर उनको वायरल वीडियो भेजा। उन्होंने इस वीडियो को मेरठ का बताते हुए कहा कि पुलिस जब धमकी देने के आरोपी राशिद को पकड़ने गई थी, तब उसने पुलिस को धमकी दी थी। बाद में पुलिस ने उसको पकड़ लिया था।
नवभारत टाइम्स में 28 जनवरी को छपी खबर में लिखा है कि राम मंदिर अभिषेक समारोह से पहले मीरा रोड पर निकाले जा रहे जुलूस पर पथराव हो गया था। इसके बाद नया नगर इलाके में हिंसा भड़क उठी थी। इस मामले में पुलिस ने 12 मामले दर्ज किए हैं। अब तक 28 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
गलत दावा करने वाले इंस्टा यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर के 73 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: मेरठ के वीडियो को मीरा रोड पर हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। पुलिस के सामने खुद को गोली मारने की धमकी देने वाले वीडियो का मीरा रोड पर हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है।
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