मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में बच्चा चोरी के शक में पकड़े गए तीनों साधु नाथ अखाड़े से संबंधित हैं। वायरल वीडियो में भी वह अपना नाम गौरव, गोपी और सुनील बताते दिख रहे हैं। उस वीडियो को गलत सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। साधुओं से पूछताछ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वे अपना नाम सुनील, गौरव और गोपी बता रहे हैं। वीडियो में उनको अपना पता यमुनानगर बताते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि मेरठ में लोगों ने साधु बनकर घूम रहे तीन लोगों को बच्चा चोरी के आरोप में पकड़ा। उनमें से एक ने अपना नाम सोहन बताया लेकिन आधार कार्ड में उसका नाम मो. शमीम निकला। यूजर्स इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि मेरठ में बच्चा चोरी के आरोप में पकड़ गए साधुओं के नाम गौरव, गोपी और सुनील हैं। नाथ अखाड़े से संबंधित तीनों साधु हरियाणा के यमुनानगर के रहने वाले हैं। पुलिस ने जानकारी के बाद तीनों को छोड़ दिया था। साधुओं से माररपीट करने पर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
फेसबुक यूजर ‘राज आशिक‘ ने 14 जुलाई को वीडियो को पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा,
“मेरठ में साधु बनकर घूम रहे 3 लोगो को पब्लिक ने पकड़ा पूछताछ में नाम बताया सोहन , आधार कार्ड में निकाला “मो० शमीम” “मो० शमीम” अपने गैंग के साथ भगवा कपड़े पहनकर हिंदू मोहल्लों की करता था रेकी पब्लिक ने तीनों पर बच्चे चुराने का भी लगाया आरोप”
वायरल वीडियो पर ‘सुदर्शन उत्तर प्रदेश’ का लोगो लगा हुआ है। ‘सुदर्शन उत्तर प्रदेश’ के एक्स हैंडल से 13 जुलाई को वायरल वीडियो को इसी तरह के दावे के साथ शेयर (आर्काइव लिंक) किया गया है।
पोस्ट के जवाब में मेरठ पुलिस ने कमेंट करते हुए इस पोस्ट को झूठा बताया है। पोस्ट में जानकारी दी गई कि तीनों साधु हैं और नाथ संप्रदाय से संबंधित हैं। वे भिक्षा मांगने का कार्य करते हैं।
मेरठ पुलिस के एक्स हैंडल से 14 जुलाई को एसपी सिटी मेरठ का वीडियो पोस्ट किया गया है। इसमें वह कह रहे हैं कि लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में हिंदू समाज के कुछ लोगों ने तीन साधुओं को फर्जी साधु के शक में पकड़ लिया था। थाने लाने पर पता चला कि तीनों ही साधु थे और हरियाणा के यमुनानगर के रहने वाले हैं। वहां के लोगों ने इसकी पुष्टि भी की है। इसके बाद उनको छोड़ दिया गया था। साधुओं से मारपीट मामले में पुलिस ने संज्ञान लेते हुए दो लोगों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया है।
मेरठ पुलिस के एक्स हैंडल से ही एसपी सिटी मेरठ का एक अन्य वीडियो पोस्ट करते हुए जानकारी दी गई है कि लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में लोगों ने तीनों को बच्चा चोरी के शक में पकड़ लिया था। वे एक बच्चे को देख रहे थे। मारपीट के मामले में तीन आरोपियों पुनीत, मिक्की और हिमांशु को गिरफ्तार किया गया है।
दैनिक जागरण के मेरठ संस्करण के 14 जुलाई के अंक में इस बारे में खबर छपी है कि साधुओं के आधार कार्ड देखने पर उनकी पहचान गौरव, गोपी और सुनील के रूप में हुई। तीनों हरियाणा के यमुनानगर स्थित नाथ अखाड़े से संबंधित हैं। स्थानीय ग्राम प्रधान और पुलिस ने उनके नाथ अखाड़े के साधु होने की पुष्टि की है।
इस बारे में मेरठ में दैनिक जागरण के क्राइम रिपोर्टर लोकेश पंडित का कहना है कि तीनों ही साधु हिंदू हैं। उनकी पहचान के बाद पुलिस ने उनको छोड़ दिया था। साधुओं से मारपीट के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
वीडियो को गलत सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है।
निष्कर्ष: मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में बच्चा चोरी के शक में पकड़े गए तीनों साधु नाथ अखाड़े से संबंधित हैं। वायरल वीडियो में भी वह अपना नाम गौरव, गोपी और सुनील बताते दिख रहे हैं। उस वीडियो को गलत सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
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