Fact Check: माचिस की तीली के पाउडर से नहीं होता बिच्छू के डंक का इलाज, फर्जी पोस्ट फिर वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। माचिस की तीली के पाउडर से बिच्छू के डंक का इलाज नहीं किया जा सकता है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि बिच्छू काटने के बाद फैले जहर का इलाज माचिस की तीली के पाउडर से किया जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने पोस्ट की पड़ताल की और जांच में यह फर्जी साबित हुई। माचिस की तीली के पाउडर से बिच्छू के डंक का इलाज नहीं किया जा सकता है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

अकरम बेग नाम के फेसबुक यूजर ने 10 जनवरी को इस पोस्ट को शेयर किया जिसमें लिखा था, “बिच्छू काटे का इलाज, माचिस की पाँच-सात तीलियों का मसाला पानी में घिस कर बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लगाएं। इसे लगाते ही सिर्फ 2 मिनट में बिच्छू का जहर उतर जाता है। कृपया शेयर जरूर करे क्योंकि शेयर करने का कोई पैसा नही लगता। यह महत्त्वपूर्ण जानकारी जरूरतमंद के काम आ जाए जिससे उसकी जान बचाई जा सकती है।”

पड़ताल

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए खंगालना शुरू किया, लेकिन हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय रिसर्च या मीडिया रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुई।

पड़ताल के लिए हमने “बिच्छू के काटने के तुरंत बाद क्या करना चाहिए?” इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए गूगल पर सर्च  किया। हमें अपोलो हॉस्पिटल  की वेबसाइट पर बिच्छू के जहर से बचने से संबंधी जानकारियां मिली। यहाँ कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि माचिस की तीली के मसाले से बिच्छू का जहर उतारा जा सकता है।

यह दावा एक बार पहले भी वायरल हो चुका है, उस समय भी विश्वास न्यूज ने इस फर्जी पोस्ट की जांच की थी। उस समय पड़ताल करने के लिए हमने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के नेशनल इन्फॉर्मेशन सेंटर (एनपीआईसी) से संपर्क साधा था। वहां के डॉक्टरों के मुताबिक, ‘बिच्छू के डंक से एलर्जी, खुजली के साथ दूसरी हृदय संबंधी परेशानियों के लक्षण दीखते हैं। माचिस की तीली के पाउडर से इसका इलाज नहीं किया जा सकता।’

इसके बाद हमने 35 साल के अनुभव वाले अलाप्पुझा के डॉक्टर संजीव कुमार से भी संपर्क किया था। उन्होंने इस पोस्ट को फर्जी बताते हुए लोगों को ऐसे फर्जी पोस्ट्स के झांसे में न आने और एक्सपर्ट्स की राय लेने की सलाह दी थी।

वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर अकरम बेग की सोशल स्कैनिंग से पता चला कि उनके फेसबुक पर 175 फ्रेंड हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। माचिस की तीली के पाउडर से बिच्छू के डंक का इलाज नहीं किया जा सकता है।

False
Symbols that define nature of fake news
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