प्रयागराज के मंदिर में युवक ने वज्रासन की मुद्रा में पूजा की थी। उस वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल कर दिया गया। पुलिस ने भी नमाज पढ़ने के दावे को अफवाह बताया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर 37 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक शख्स बैठा हुआ दिख रहा है। इस वीडियो को शेयर कर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि युवक ने प्रयागराज के सिविल लाइन हनुमान मंदिर में नमाज पढ़ी है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो को गलत दावे से वायरल किया जा रहा है। दरअसल, वीडियो में दिख रहा युवक मंदिर में पूजा कर रहा था, जिसे सोशल मीडिया पर गलत दावे से शेयर किया गया। प्रयागराज पुलिस ने ऐसी भ्रामक सूचनाएं शेयर नहीं करने की अपील की है।
फेसबुक यूजर ‘कन्हैया कुमार‘ (आर्काइव लिंक) ने 19 सितंबर को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
प्रयागराज के सिविल लाइन हनुमान मंदिर में नमाज पढ़ते दिखा युवक।
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसे गूगल पर ओपन सर्च किया। इसमें हमें News18 Virals यूट्यूब चैनल पर वीडियो न्यूज मिली। इसमें वायरल वीडियो को भी देखा जा सकता है। इसके मुताबिक, युवक ने बाद में कहा कि वह पूजा कर रहा था। वज्रासन मुद्रा में बैठने के कारण लोगों ने उसे नमाज पढ़ते समझा। युवक का नाम वैभव त्रिपाठी है।
19 सितंबर को जागरण में छपी खबर के मुताबिक, प्रयागराज के सिविल लाइन स्थित हनुमान मंदिर में एक शख्स को नमाजी बताकर उसकी फोटो शेयर की जा रही है। जांच में पता चला है कि युवक का नाम वैभव त्रिपाठी है। पुलिस पूछताछ में नमाज पढ़ने जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। वैभव वज्रासन मुद्रा में पूजा करते हैं। 18 सितंबर की शाम को भी वह हनुमान मंदिर में पूजा कर रहे थे। इस बीच किसी ने उनकी वीडियो बना ली और सोशल मीडिया पर गलत दावे से वायरल कर माहौल खराब करने की कोशिश की।
प्रयागराज पुलिस के नाम से बने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया गया है। इसमें एक युवक खुद को वैभव त्रिपाठी बता रहा है और कह रहा है कि वह रोज मंदिर में पूजा करने आता है। वह वज्रासन में पूजा करता है। लोगों ने उसे गलत समझ लिया। इसके साथ प्रयागराज पुलिस का बयान भी दिया गया है। इसमें लिखा है कि वीडियो हनुमान मंदिर का है। इसमें दिख रहे युवक का नाम वैभव त्रिपाठी है। वह वहां वज्रासन मुद्रा में पूजा कर रहा था। मंदिर में नमाज पढ़ने का आरोप बेबुनियाद है। सभी से अपील है कि ऐसी भ्रामक सूचनाएं शेयर न करें।
प्रयागराज पुलिस के इसी ट्विटर अकाउंट पर एसएसपी शैलेश की वीडियो बाइट भी अपलोड की गई है। इसमें उन्होंने सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे को अफवाह बताया है।
इस बारे में प्रयागराज में दैनिक जागरण के संपादक राकेश पांडेय का कहना है, ‘सोशल मीडिया पर वायरल दावा गलत है। युवक का नाम वैभव त्रिपाठी है और वह वहां पर पूजा कर रहा था।‘
वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक यूजर ‘कन्हैया कुमार‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह अगस्त 2012 से फेसबुक पर सक्रिय हैं और एक विचारधारा से प्रेरित है।
निष्कर्ष: प्रयागराज के मंदिर में युवक ने वज्रासन की मुद्रा में पूजा की थी। उस वीडियो को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल कर दिया गया। पुलिस ने भी नमाज पढ़ने के दावे को अफवाह बताया है।
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