Fact Check: वायरल वीडियो में नज़र आ रहा शख्स नहीं है मुस्लिम स्कॉलर, फ़र्ज़ी है दावा

विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट की पड़ताल में पाया कि वीडियो में नज़र आ रहा शख्स मुस्लिम स्कॉलर नहीं, बल्कि एक हिन्दू आचार्य हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़). सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसे आपत्तिजनक भाषा बोलते हुए देखा जा सकता है। वीडियो फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सऐप पर ज़बरदस्त वायरल है और इसे शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि वायरल वीडियो में नज़र आ रहा शख्स मुस्लिम स्कॉलर है। जब हमने इस वीडियो की पड़ताल की तो हमें पता चला कि यह व्यक्ति मुस्लिम स्कॉलर नहीं, बल्कि एक हिन्दू आचार्य हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर मनोज उपाध्याय ने 6 जुलाई 2022 को वायरल वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा, ‘यह एक मुस्लिम स्कॉलर हैं। सभी लोग इस वीडियो को सुने, विचार करें और अन्य हिंदुओं को भी फॉरवर्ड करें।”

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने इनविड टूल के ज़रिये वीडियो के कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये सर्च किया। सर्च में हमें यह वीडियो इसी फर्जी दावे के साथ ‘उमा शंकर राजपूत’ नाम के एक ट्विटर यूजर के ज़रिये शेयर किया हुआ मिला। वीडियो के कमेंट सेक्शन को चेक करने पर हमें ‘आचार्य प्रशान्त शर्मा’ (@aach_prashant) नाम के ट्विटर यूजर के ज़रिये किया हुआ कमेंट मिला। कमेंट में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा गया है, ‘इसमें इनका कोई दोष नहीं, यह सब वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी की क्लास का परिणाम हैं। कॉपी-पेस्ट के रोग के कारण इन्होंने ऐसा लिखा है मेरे विषय में।’

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हम आचार्य प्रशान्त शर्मा के ट्विटर हैंडल पर पहुंचे। वहां पर हमें उनके और भी वीडियो शेयर हुए मिले। ट्विटर पर हमें आचार्य प्रशान्त शर्मा की यूट्यूब चैनल का लिंक भी मिला। यहाँ उनके यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो का पूरा वर्जन 30 जून 2022 को अपलोड हुआ मिला।

आचार्य प्रशान्त शर्मा के यूट्यूब चैनल से हमें उनके फेसबुक और इंस्टाग्राम प्रोफाइल का लिंक भी मिला। फेसबुक प्रोफाइल स्कैनिंग में हमें इसी वायरल वीडियो से जुडी हुई 7 जुलाई को की गई एक पोस्ट मिली। पोस्ट में वायरल वीडियो के साथ किये जा रहे दावे को फर्जी बताया गया है।

आचार्य प्रशान्त शर्मा के इंस्टाग्राम के बायो के मुताबिक, वह ‘सनातनी’ हैं।

वायरल वीडियो से जुड़ी पुष्टि के लिए हमने आचार्य प्रशान्त शर्मा से ईमेल के ज़रिये संपर्क किया और वायरल वीडियो उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें जानकारी देते हुए बताया, ‘मैं मुस्लिम नहीं, सनातनी हूँ। आप हमारे यूट्यूब चैनल, इंस्टाग्राम, ट्विटर एवं फेसबुक पर जाकर देख सकती हैं। कृपया अपनी दैनिक जागरण की टीम के माध्यम से इस गलत जानकारी को फैलने से रोकें और लोगों को सत्य से अवगत कराएं।’

पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर मनोज उपाध्याय की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर उत्तर प्रदेश के भदोही का रहने वाला है और उसको 299 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट की पड़ताल में पाया कि वीडियो में नज़र आ रहा शख्स मुस्लिम स्कॉलर नहीं, बल्कि एक हिन्दू आचार्य हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट