Fact Check: मध्य प्रदेश के बीमार तेंदुए का पुराना वीडियो कच्ची शराब पीने के भ्रामक दावे से जोड़कर वायरल

मध्य प्रदेश के देवास जिले में करीब एक साल पहले बीमार तेंदुए के गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने उसे परेशान कर दिया था। उस घटना के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक तेंदुए के साथ कई लोगों का वीडियो वायरल हो रहा है। इसको छत्तीसगढ़ के नाम से शेयर किया जा रहा है। कुछ यूजर्स इसको पोस्ट कर दावा कर रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में कच्ची शराब पीने के बाद एक तेंदुए की यह हालत हो गई।

विश्वास न्यूज की जांच में वायरल दावा भ्रामक निकला। दरअसल, करीब एक साल पहले मध्य प्रदेश के देवास जिले में एक बीमार तेंदुए को कुछ लोगों ने परेशान कर दिया था। उस घटना के वीडियो को अब भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट

थ्रेड यूजर thepillarindia ने 3 अगस्त को इस वीडियो को शेयर (आर्काइव लिंक) किया है। इस पर लिखा है,

“कच्ची शराब पीकर मदहोश हुआ छत्तीसगढ़ का चीता!”

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने इसका कीफ्रेम निकालकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। न्यूज 18 की वेबसाइट पर 30 अगस्त 2023 को छपी खबर के अनुसार, वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के देवास जिले में एकरेला गांव का बताया जा रहा है। गांव में बीमार तेंदुए के घुसने पर लोगों ने उसे परेशान कर दिया था।

एनडीटीवी के एक्स हैंडल से 30 अगस्त 2023 को इस वीडियो को पोस्ट करते हुए इसे मध्य प्रदेश का बताया गया है।

30 अगस्त 2023 को एनडीटीवी की वेबसाइट पर 30 अगस्त 2023 को छपी खबर में लिखा है कि वायरल वीडियो मध्य प्रदेश के इकलेरा गांव का है। वहां ग्रामीणों ने बीमार तेंदुए को परेशान कर दिया। उज्जैन से आई वन विभाग की टीम तेंदुए को सुरक्षित स्थान पर ले गई। वन विभाग के अधिकारी ने बताया था कि तेंदुए की हालत गंभीर थी। तेंदुआ ठीक से चल नहीं पा रहा था।

इससे पहले भी यह वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल हो चुका है। उस समय विश्वास न्यूज ने इंदौर के जू प्रभारी उत्तम यादव से संपर्क किया था। उन्होंने बताया था कि तेंदुआ बीमार था।  

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले थ्रेड यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर के 7 हजार से ज्यादा फॉलाअर्स हैं।

निष्कर्ष: मध्य प्रदेश के देवास जिले में करीब एक साल पहले बीमार तेंदुए के गांव में पहुंचने पर ग्रामीणों ने उसे परेशान कर दिया था। उस घटना के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट