विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने खालिस्तान को लेकर इस तरह का कोई बयान नहीं दिया गया है। असली वीडियो में वो अपनी जिंदगी के अनुभवों के बारे में बताते हुए नजर आ रहे हैं, जिसके ऑडियो को एडिटिंग के जरिए बदल दिया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने खालिस्तानियों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि खालिस्तान बनाने के लिए जनमत संग्रह की अनुमति दी जानी चाहिए।
विश्वास ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है। लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने खालिस्तान को लेकर इस तरह का कोई बयान नहीं दिया गया है। असली वीडियो में वो अपनी जिंदगी के अनुभवों के बारे में बताते हुए नजर आ रहे हैं, जिसके ऑडियो को एडिटिंग के जरिए बदल दिया गया है।
ट्विटर यूजर ए सिंह ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “खालिस्तान जनमत संग्रह की अनुमति दी जानी चाहिए” – भारतीय सेना लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह, XVI कोर जम्मू।
पोस्ट के आकाईव वर्जन को यहां देखें।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया, लेकिन हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वीडियो से मिलती-जुलती एक रिपोर्ट रिपब्लिक भारत की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 16 नवंबर 2022 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, मनजिंदर सिंह लेफ्टिनेंट जनरल बनने के बाद पंजाब के बटाला में स्थित अपने गांव गए थे।
प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें असली वीडियो फास्टवे न्यूज नामक न्यूज चैनल पर 12 नवंबर 2022 को अपलोड हुआ मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक, मनजिंदर सिंह लंबे समय के बाद अपने गांव पहुंचे थे। वहां पर गांववालों ने उनका भव्य स्वागत किया था। असली वीडियो में वो अपनी जिंदगी के अनुभवों के बारे में बताते हुए नजर आ रहे हैं। 3 मिनट 28 सेकेंड के वीडियो को हमने पूरा देखा। हमने पाया कि असली वीडियो में उन्होंने कहीं भी खालिस्तान का जिक्र नहीं किया। असली वीडियो में वो पंजाबी में कहते है, मैं लगभग 10-12 साल बाद अपने गांव में वापस आया हूं। लोगों ने मेरा बहुत अच्छा स्वागत किया है। मुझे यहां वापस आकर काफी अच्छा लग रहा है। मेरी बहुत सारी यादें इस गांव से जुड़ी हुई हैं, जिन्हें मैं अभी तक नहीं भूला हूं। मैंने अपने जिंदगी में बहुत मेहनत की है।” इसके बाद वो अपने आर्मी के सफर के बारे में बताते हैं।
अधिक जानकारी के लिए हमने आर्मी पीआरओ सुधीर चमोली से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है और यह वीडियो एडिटेड है। लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने खालिस्तान के समर्थन में इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है।”
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फेक दावे को शेयर करने वाले ट्विटर यूजर ए सिंह के हैंडल की सोशल स्कैनिंग की। ट्विटर पर यूजर को 18 लोग फॉलो करते हैं। यूजर दिसंबर 2022 से सोशल मीडिया पर मौजूद है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने खालिस्तान को लेकर इस तरह का कोई बयान नहीं दिया गया है। असली वीडियो में वो अपनी जिंदगी के अनुभवों के बारे में बताते हुए नजर आ रहे हैं, जिसके ऑडियो को एडिटिंग के जरिए बदल दिया गया है।
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