Fact Check : EVM में आग लगाने का वीडियो यूपी का नहीं, 2017 का कश्‍मीर का है

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर लोकसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान ईवीएम को आग लगाते आक्रोशित लोगों की भीड़ का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में दावा किया गया है कि किसी भी बटन के दबाने पर वोट कथित रूप से बीजेपी को जा रहा था, जिसके बाद गुस्से में आए लोगों ने ईवीएम को आग लगा दी। विश्वास टीम ने जब इस फोटो की पड़ताल की तो पता चला कि यह वीडियो 9 अप्रैल 2017 को श्रीनगर लोकसभा सीट पर हुए उप-चुनाव के दौरान पोलिंग बूथ पर हुई हिंसा की है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वीडियो में दावा किया गया है, ”कोई सा भी बटन दबाने पर भाजपा को जा रहा था वोट, आक्रोशित लोगों ने ईवीएम में लगा दिया आग।” फेसबुक पर यह पोस्ट मोहम्मद सद्दाम (MD Saddam) के प्रोफाइल पेज से 11 अप्रैल 2019 को शाम 4.42 मिनट पर पोस्ट की गई। पड़ताल किए जाने तक इस तस्वीर को 1200 लोग शेयर कर चुके हैं, वहीं इसे 177 लाइक्स मिले हैं।

पड़ताल

वीडियो को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि इसमें कुछ लोगों ने फिरन पहन रखा है, जो आम तौर पर कश्मीरियों का लिबास है। वीडियो में बात कर रहे लोगों की भाषा भी अलग सुनाई देती है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए हमने जांच की शुरुआत गूगल रिवर्स इमेज से की। इस दौरान हमें 12 अप्रैल 2017 का न्यूज चैनल NDTV का लिंक मिला, जिसमें वहीं वीडियो नजर आया, जिसे मोहम्मद सद्दाम की के पेज से पोस्ट किया गया है।

टीवी रिपोर्ट के मुताबिक, ‘9 अप्रैल को श्रीनगर में ईवीएम को नुकसान पहुंचाया गया।’ रिपोर्ट में बताया गया है कि 33 ईवीएम को पोलिंग बूथ पर आग लगा दी गई, वहीं, कई ईवीएम लापता है। इसकी पुष्टि के लिए जब हमने न्यूज सर्च का सहारा लिया, हमें कई अखबारों के न्यूज लिंक्स मिले।

9 अप्रैल 2017 को ”द हिंदू” में प्रकाशित रिपोर्ट ने तत्कालीन मुख्य निर्वाचन अधिकारी शांतमनु ने कहा, ‘एक पोलिंग स्टेशन को आग लगा दी गई। पेट्रोल बम से हमला हुआ और हमें कई बूथ पर चुनाव रोकना पड़ा।’ उन्होंने कहा, ‘कई ईवीएम को भी नुकसान पहुंचाया गया। हालांकि, कई मशीनें वापस मिल चुकी हैं। चुनाव आयोग दुबारा मतदान पर विचार करेगा।’

11 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण की 91 सीटों पर हुए मतदान के दौरान ऐसी किसी घटना की पुष्टि करने के लिए हमने एक बार फिर से न्यूज सर्च का सहारा लिया।

मतगणना खत्म होने के बाद चुनाव आयोग की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘कुछ ऐसी घटनाएं सामने आईं, जहां ईवीएम को नुकसान पहुंचाया गया। इनमें से छह मामले आंध्र प्रदेश, 5 अरुणाचल प्रदेश, एक बिहार, दो मणिपुर और एक पश्चिम बंगाल के हैं।’ लेकिन कहीं भी ईवीएम को आग लगाए जाने की जानकारी आयोग ने नहीं दी।

पड़ताल में हमें पता चला कि इस वीडियो को देश के अन्य राज्यों में हुए चुनाव के दौरान हुई हिंसा के अलग-अलग दावे के साथ भी वायरल किया गया। फेसबुक पर मौजूद यूजर ‘Desh ki Awaaz’ ने यही वीडियो हिमाचल प्रदेश के मंडी और जम्मू-कश्मीर के पुंछ का बताते हुए पोस्ट किया है।


इसके बाद हमने स्टॉकस्कैन की मदद से प्रोफाइल पेज को स्कैन किया। स्कैनिंग के दौरान हमें पता चला कि संबंधित पेज पर लगभग सभी पोस्ट विचारधारा विशेष के खिलाफ है। फेसबुक पर इस पेज को 30,511 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह साबित हुआ है कि जिस वीडियो को 11 अप्रैल के पहले चरण की वोटिंग के दौरान का वाकया बताते हुए वायरल किया गया, वह 2017 के श्रीनगर में हुए लोकसभा उप चुनाव की है, जहां एक पोलिंग बूथ पर हमला कर ईवीएम को आग लगा दिया गया। हमारी पड़ताल में यह वीडियो सही साबित होता है, लेकिन इसे गलत संदर्भ में 11 अप्रैल के मतदान का वाकया बताते हुए वायरल किया गया।

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Symbols that define nature of fake news
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