Fact Check: छात्रों ने पोल से नहीं उतारा राष्ट्रीय ध्वज, भ्रामक दावा हो रहा वायरल

कर्नाटक के शिमोगा में राष्ट्रीय ध्वज को उतारकर भगवा झंडा नहीं फहराया गया है। कॉलेज के प्रिंसिपल ने भी कहा है कि झंडा फहराए जाने के समय पोल खाली था। वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद के बीच एक स्कूल में भगवा ध्वज फहराने का मामला सामने आया है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल कर दावा किया जा रहा है कि शैक्षणिक संस्थान में राष्ट्रीय ध्वज को भगवा ध्वज से बदल दिया गया था। वीडियो में एक युवक पोल पर भगवा ध्वज फहराते हुए दिख रहा है, जबकि नीचे कई लोग खड़े हुए हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कर्नाटक के शिमोगा स्थित स्कूल में युवक ने जब पोल पर भगवा झंडा फहराया था, तब वह खाली था। युवक द्वारा राष्ट्रीय ध्वज उतारने की बात गलत है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर Wasim Qureshi (आर्काइव) ने 9 फरवरी 2022 को 45 सेकंड का यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा, कर्नाटक के कुछ शैक्षणिक संस्थानों की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि एक मामले में राष्ट्रीय ध्वज को भगवा ध्वज से बदल दिया गया था। मुझे लगता है कि कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रभावित संस्थानों को एक हफ्ते के लिए बंद कर देना चाहिए। शिक्षण ऑनलाइन जारी रह सकता है।

एक अन्य फेसबुक यूजर I Am with Aabid Saifi (आर्काइव) ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
कर्नाटक के शिमोगा में तिरंगे को उतारकर भगवा झंडा लहराया

ट्विटर यूजर @KamaalPasha99 (आर्काइव) ने भी वीडियो पोस्ट करते हुए इस तरह का दावा किया।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसको सर्च किया। 8 फरवरी को आज तक में छपी खबर के मुताबिक, वायरल वीडियो कर्नाटक के शिमोगा का बताया जा रहा है।

इसको और सर्च करने पर हमें thehindu में छपी खबर का लिंक मिला। इसमें लिखा है कि हिजाब के विरोध में शिमोगा के बापूजी नगर स्थित गवर्नमेंट फर्स्ट ग्रेड कॉलेज में छात्रों ने भगवा ध्वज फहराया। कॉलेज में यह फ्लैग पोस्ट राष्ट्रीय ध्वज के लिए है, जिस पर गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया जाता है। वहां पर मौजूद लोगों का कहना है कि उस समय पोल खाली था।

8 फरवरी को ANI ने शिमोगा के एसपी बीएम लक्ष्मी प्रसाद का बयान ट्वीट किया है। इसके अनुसार, एक खबर मिली थी कि राष्ट्रीय ध्वज को उतारकर उसकी जगह भगवा ध्वज फहराया गया है, लेकिन वहां पोल खाली था। पोल पर केवल भगवा झंडा फहराया गया है। बाद में उन्होंने उसे भी उतार लिया था।

9 फरवरी को hindustantimes में स्कूल के प्रिंसिपल का बयान भी छपा है। शिमोगा के गवर्नमेंट फर्स्ट ग्रेड कॉलेज के प्रिंसिपल धनंजय बीआर ने कहा है, फ्लैग पोस्ट खाली था। हमने झंडा फहराने का विरोध जताया था, लेकिन उन्होंने किसी तरह इसे फहरा दिया। कुछ समय बाद छात्रों ने भगवा ध्वज उतार लिया था।

इस बारे में हमने कर्नाटक के एक पत्रकार से संपर्क साधा। उनका कहना है, शिमोगा में राष्ट्रीय ध्वज की जगह भगवा झंडा नहीं फहराया गया था। उस समय पोल पर कुछ भी नहीं था।

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Wasim Qureshi की प्रोफाइल को स्कैन पर पता चला कि वह एक विचारधारा से प्रेरित हैं।

निष्कर्ष: कर्नाटक के शिमोगा में राष्ट्रीय ध्वज को उतारकर भगवा झंडा नहीं फहराया गया है। कॉलेज के प्रिंसिपल ने भी कहा है कि झंडा फहराए जाने के समय पोल खाली था। वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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