Fact Check : कंगना रनोट ने बीएसएफ जवानों के साथ नहीं मनाया विजय दिवस, 4 साल पुरानी तस्वीर गलत दावे के साथ हुई वायरल
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है। वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2017 की है। साल 2017 में कंगना रनोट अपनी फिल्म रंगून के प्रमोशन के लिए बीएसएफ के कैंप में पहुंची थी। ये तस्वीर उसी दौरान की है, जो कि अब गलत दावे के साथ वायरल हो रही है।
- By: Pragya Shukla
- Published: Dec 17, 2021 at 01:25 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारत में हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। साल 1971 में आज के ही दिन भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को हराकर बांग्लादेश को आजाद कराया था। नेता से लेकर अभिनेता तक आज शहीद हुए सैनिकों को याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसी से जुड़ी कंगना रनोट की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में कंगना बीएसएफ जवानों के साथ बैठी हुई नजर आ रही है। तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कंगना रनोट ने विजय दिवस बीएसएफ जवानों के साथ मिलकर मनाया है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है। वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2017 की है। साल 2017 में कंगना रनोट अपनी फिल्म रंगून के प्रमोशन के लिए बीएसएफ के कैंप में पहुंची थी। ये तस्वीर उसी दौरान की है, जो कि अब गलत दावे के साथ वायरल हो रही है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर Amazing Akuti ने कंगना रनौट की वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है कि #KanganaRanaut celebrating #SwarnimVijayVarsh with BSF. The victory of #1971War #BSFWithBangladesh1971 #VijayDiwas
(हिंदी अनुवाद – कंगना रनोट ने बीएसएफ जवानों के साथ मनाया विजय दिवस। पाकिस्तान पर जीत का दिन, विजय दिवस)
वायरल पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां देखें। फेसबुक पर भी यूजर्स इस दावे को शेयर कर रहे हैं।
पड़ताल –
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी 2 सितंबर 2017 को navodayatimes पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। खबर में वायरल तस्वीर के साथ-साथ कंगना रनोट की अन्य तस्वीरों को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, कंगना रनोट अपनी फिल्म रंगून के प्रमोशन के लिए बीएसएफ कैंप पहुंची थी। वहां पर उन्होंने जवानों के साथ एक दिन बिताया था।
अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण के एंटरटेनमेंट बीट कवर करने वाली स्मिता श्रीवास्तव से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। कंगना की तस्वीरें हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2017 रंगून फिल्म के प्रमोशन के समय की है। जिसे लोग अब गलत दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।
पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Amazing Akuti की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर एक खास विचारधारा से प्रभावित है। यूजर के फेसबुक पर 1400 सो ज्यादा फॉलोअर्स है और यह पेज 5 फरवरी 2021 से सक्रिय है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है। वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि साल 2017 की है। साल 2017 में कंगना रनोट अपनी फिल्म रंगून के प्रमोशन के लिए बीएसएफ के कैंप में पहुंची थी। ये तस्वीर उसी दौरान की है, जो कि अब गलत दावे के साथ वायरल हो रही है।
- Claim Review : #KanganaRanaut celebrating #SwarnimVijayVarsh with BSF The victory of #1971War #BSFWithBangladesh1971 #VijayDiwas
- Claimed By : Amazing Akuti
- Fact Check : भ्रामक
पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...