Fact Check : कालीचरण महाराज को नहीं मिली बेल, पेशी का वीडियो भ्रामक दावे के साथ हुआ वायरल

विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो 30 दिसंबर 2021 का है। जब कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस द्वारा कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। कालीचरण महाराज को अभी तक बेल नहीं मिली है। कोर्ट द्वारा कालीचरण महाराज को 13 जनवरी तक न्यायिक रिमांड पर रखने का आदेश दिया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया में महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज का एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कालीचरण महाराज कुछ पुलिसवालों के साथ चलते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कालीचरण महाराज को बेल मिल गई है, ये वीडियो इसी दौरान का है। विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो 30 दिसंबर 2021 का है। जब कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस द्वारा कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। कालीचरण महाराज को अभी तक बेल नहीं मिली है। कोर्ट द्वारा कालीचरण महाराज को 13 जनवरी तक न्यायिक रिमांड पर रखने का आदेश दिया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Ashok M Parmar ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि #कालीचरण माहाराज जी की बेल स्वीकार हो गई है शेरों की तरह दहाड़ दो । #जयश्रीराम

यहां वायरल मैसेज को ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है। ट्विटर पर भी यूजर्स इस दावे को शेयर कर रहे हैं। पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

https://twitter.com/thakurBeerusinh/status/1476856639575584768

पड़ताल –

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें एक वीडियो रिपोर्ट 30 दिसबंर 2021 को IBC24 नामक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, कालीचरण महाराज को 30 दिसंबर को रायपुर की जिला कोर्ट में पेश किया गया था। उस समय कालीचरण महाराज के समर्थकों ने जय श्रीराम के नारे लगाकर उनका स्वागत किया था। ये वीडियो उसी दौरान का है। वीडियो रिपोर्ट में 1 मिनट 38 सेकेंड पर वायरल वीडियो के हिस्से को देखा जा सकता है।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट Zee News की वेबसाइट पर मिली। 30 दिसंबर 2021 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक, जब कालीचरण महाराज को गिरफ्तार कर रायपुर जिला कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। उस दौरान समर्थकों ने जय श्रीराम के नारे लगाकर उनका स्वागत किया था। 4 जनवरी 2022 को प्रकाशित दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रायपुर जिला कोर्ट ने इस केस की सुनवाई करते हुए कालीचरण महाराज की जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। साथ ही उन्हें 13 जनवरी तक न्यायिक रिमांड पर रखने का आदेश दिया है।

अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने अपने सहयोगी दैनिक जागरण रायपुर के पत्रकार दीपक शुक्ला से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। कालीचरण महाराज को अभी तक बेल नहीं मिली है। उन्होंने जिला कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी डाली थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था, फिर उन्होंने सेशन कोर्ट में अर्जी डाली थी, वहां भी उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई थी। 4 जनवरी को पुणे पुलिस ट्रांजिट रिमांड के लिए उन्हें महाराष्ट्र लेकर गई है। कोर्ट द्वारा कालीचरण महाराज को 13 जनवरी तक न्यायिक रिमांड पर रखने का आदेश दिया गया है।

पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Ashok M Parmar की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर एक खास विचारधारा से प्रभावित है। Ashok M Parmar के फेसबुक पर 200 से ज्यादा फ्रेंड्स हैं। यूजर आनंद गुजरात शहर का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल वीडियो 30 दिसंबर 2021 का है। जब कालीचरण महाराज को रायपुर पुलिस द्वारा कोर्ट में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था। कालीचरण महाराज को अभी तक बेल नहीं मिली है। कोर्ट द्वारा कालीचरण महाराज को 13 जनवरी तक न्यायिक रिमांड पर रखने का आदेश दिया गया है।

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