Fact Check: आईपीएस अधिकारी नहीं है काजल शिंगला, भड़काऊ भाषण देने के आरोप में हुआ था केस दर्ज

वायरल वीडियो काजल शिंगला उर्फ काजल हिंदुस्‍तानी का है, लेकिन वह आईपीएस अधिकारी नहीं हैं। काजल पर नफरती भाषण और सांप्रदायिक तनाव फैलाने के आरोप में केस दर्ज हो चुका है। फिलहाल वह जमानत पर बाहर है।

Fact Check: आईपीएस अधिकारी नहीं है काजल शिंगला, भड़काऊ भाषण देने के आरोप में हुआ था केस दर्ज

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक युवती का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें युवती लव जिहाद का नाम लेकर सांपद्रायिक भड़काऊ बातें कर रही है। इस वीडियो को शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ये गुजरात की आईपीएस अधिकारी काजल शिंगला है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो काजल शिंगला का है, लेकिन वह आईपीएस अधिकारी नहीं है। वीडियो के साथ भ्रामक दावा किया जा रहा है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वायरल वीडियो को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

फेसबुक यूजर ‘बलजीत सिंह‘ (आर्काइव लिंक) ने भी 22 जून को इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,

“ये गुजरात की आईपीएस महिला अधिकारी काजल सिंघाला है और लव जिहाद की बखिया उधेड़ कर लड़कियों को आगाह कर रही है। हिन्दू धर्म के लोगों को आगह करना चाहता हूं। अपने परिवार की लड़कियों को तुरंत यह विडियो भेज दो। किसी भी शहर में पढाई करती है या नोकरी करती हो।”

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले वीडियो को ध्‍यान से देखा। इसमें युवती लोगों से ऑफिशियल काजल शिंगला पर मैसेज करने को कहती है।

इसके बाद हमने वीडियो को कीफ्रेम को निकालकर गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। इसमें हमें फेसबुक यूजर ‘Eternal Hindu – शाश्वत हिंदू‘ की पोस्‍ट (आर्काइव लिंक) मिली। इसमें वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। इसे 14 जुलाई 2021 को शेयर किया गया है। इसके साथ में लिखा है, काजल हिंदुस्‍तानी। मतलब यह वीडियो पुराना है।

काजल शिंगला के नाम से बने वेरिफाइड फेसबुक पेज पर भी हमें यह वीडियो (आर्काइव लिंक) मिला। इसे 24 जून 2021 को अपलोड किया गया है।

ऑफिशियल काजल शिंगला के नाम से बने वेरिफाइड इंस्‍टाग्राम प्रोफाइल पर भी इस वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को देखा जा सकता है। इसे भी 24 जून 2021 को अपलोड किया गया है। मतलब यह वीडियो काजल शिंगला का है।

Kajal Shinghala

काजल शिंगला के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने गूगल पर कीवर्ड से सर्च किया। 18 मई 2023 को टाइम्‍स नाउ की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार, “काजल राजस्‍थान की रहने वाली हैं और उनका असली नाम काजल त्रिवेदी है। उनकी शादी गुजरात में हुई और उनके ससुराल वाले शिंगला हैं। शादी के बाद उनका सरनेम शिंगला हो गया। बाद में उन्‍होंन अपना सरनेम फिर से बदलकर हिंदुस्‍तानी कर लिया।” खबर में कहीं भी यह जिक्र नहीं है कि काजल आईपीएस अधिकारी है।

Kajal Shinghala

6 अप्रैल 2023 को जनसत्‍ता में भी काजल के बारे में खबर छपी है। इसमें लिखा है, “गुजरात के गिर सोमनाथ के ऊना शहर में एक रैली हुई थी। इसमें काजल शिंगला उर्फ काजल हिंदुस्‍तानी ने भाषण दिया था। आरोप है कि उनके भाषण के बाद सांप्रदायिक दंगा भड़क गया था। इस मामले में पुलिस ने काजल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। इस मामले में पुलिस फिलहाल काजल की तलाश कर रही है। ऊना पुलिस इंस्‍पेक्‍टर का कहना है कि काजल हिंदुस्‍तानी पर नफरती भाषण और सांप्रदायिक तनाव फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। काजल राजस्‍थान की मूल निवासी हैं और उनका शुरुआती नाम काजल त्रिवेदी है। उनकी शादी जामनगर के बिजनेसमैन ज्‍वलंत शिंगला से हुई थी।” इसमें भी उनके आईपीएस अधिकारी होने का कोई जिक्र नहीं है।

Kajal Shinghala

काजल हिंदुस्‍तानी के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट के बायो में आंत्रप्रेन्योर, रिसर्च एनालिस्‍ट, डिबेटर, सोशल एक्टिविस्ट, प्रो इंडिया राइट, नेशनलिस्‍ट, प्राउड हिंदुस्‍तानी लिखा हुआ है। इसमें भी आईपीएस अधिकारी नहीं लिखा हुआ है।

इसके बाद हमने गुजरात में तैनात आईपीएस अधिकारियों की सूची को चेक किया। राज्‍य में काजल शिंगला नाम से कोई भी आईपीएस अधिकारी तैनात नहीं है।

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने गुजरात में दैनिक जागरण के ब्‍यूरो हेड शत्रुघ्‍न से संपर्क किया। उनका कहना है, “वायरल वीडियो काजल शिंगला का है। वह फिलहाल जमानत पर बाहर है। वह आईपीएस अधिकारी नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल दावा गलत है।

पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे से वायरल करने वाल फेसबुक यूजर ‘बलजीत सिंह‘ की प्रोफाइल को स्‍कैन किया। उनके करीब 4400 फ्रेंड्स हैं और यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है।

निष्कर्ष: वायरल वीडियो काजल शिंगला उर्फ काजल हिंदुस्‍तानी का है, लेकिन वह आईपीएस अधिकारी नहीं हैं। काजल पर नफरती भाषण और सांप्रदायिक तनाव फैलाने के आरोप में केस दर्ज हो चुका है। फिलहाल वह जमानत पर बाहर है।

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