विश्वास न्यूज की पड़ताल में कोविड संक्रमण के दौरान वर्क फ्रॉम होने के लिए सरकार की तरफ से फ्री रिचार्ज मिलने का दावा झूठा निकला है। फ्री रिचार्ज के नाम पर स्पैम लिंक वायरल किया जा रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ऐसे लिंक पर क्लिक करने से आपको वित्तीय नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि कोविड काल में भारत सरकार की तरफ से वर्क फ्रॉम होम के लिए तीन महीने का मोबाइल रिचार्ज मुफ्त दिया जा रहा है। दावे के मुताबिक, यह ऑफर एयरटेल, जियो और वी यूजर्स के लिए सिर्फ 15 मई तक है। इस मैसेज के साथ एक लिंक भी शेयर किया जा रहा है। फ्री रिचार्ज के लिए इसपर क्लिक करने को कहा जा रहा है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा झूठा निकला है। फ्री रिचार्ज के नाम पर स्पैम लिंक वायरल किया जा रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ऐसे लिंक पर क्लिक करने से आपको वित्तीय नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी ये दावा फैक्ट चेक के लिए मिला है। वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि यह फ्री रिचार्ज की सुविधा सरकार की तरफ से वर्क फ्रॉम होम के लिए मिल रही है। कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें यही वायरल मैसेज फेसबुक पर भी मिला। फेसबुक यूजर Omakar Verma ने CID नाम के एक पब्लिक ग्रुप में 6 मई 2021 को इस वायरल मैसेज को शेयर किया है।
इस पोस्ट के आर्काइव्ड लिंक को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
कोविड-19 के संक्रमण के दौर में सरकार की तरफ से फ्री रिचार्ज मिलने वाले इस दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इसे इंटरनेट पर ओपन सर्च किया। तीन दिग्गज टेलिकॉम कंपनियों एयरटेल, जियो और वी के यूजर्स को अगर ये ऑफर मिल रहा होता, तो निश्चित तौर पर इनकी प्रामाणिक मीडिया कवरेज मौजूद होती। हमें ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली। इसके उलट हमें हमारे सहयोगी दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 22 अप्रैल 2021 प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (COAI) के हवाले से बताया गया है कि भारत सरकार की तरफ से 3 महीने का फ्री रिचार्ज मिलने का दावा झूठा है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
हमें COAI के ट्विटर हैंडल से 21 अप्रैल 2021 को किया गया एक ट्वीट भी मिला, जिसमें फ्री रिचार्ज के नाम पर फ्रॉड मैसेज की जानकारी है। इस ट्वीट में यूजर्स से अपील की गई है कि वे मैसेज के साथ शेयर किए जा रहे यूआरएल पर क्लिक न करें। इस ट्वीट को यहां नीचे देखा जा सकता है।
हालांकि, अभी जो फ्री रिचार्ज का मैसेज वायरल किया जा रहा है उसमें शेयर किया जा रहा यूआरएल अलग है। इसकी पड़ताल के लिए हमने यूआरएल पर क्लिक किया (यूजर्स को हमारी सलाह है कि वे किसी अनजान यूआरएल पर क्लिक न करें)। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद ओपन हो रहे पेज पर मोबाइल नंबर दर्ज करने को कहा जा रहा है। रिस्पॉन्स सबमिट करने के बाद इसे कम से कम 10 वॉट्सऐप ग्रुप में साझा करने के लिए कहा जा रहा है। यानी यहां मोबाइल नंबर जैसी निजी जानकारियां देनी पड़ रही हैं।
विश्वास न्यूज पहले भी ऐसे वायरल दावों की पड़ताल कर चुका है। आईटी एक्सपर्ट्स अनजाने लिंक पर क्लिक नहीं करने की सलाह दे रहे हैं। अक्सर ऐसे ऑफर्स की आड़ में यूजर्स की निजी जानकारियों को चुराने या मालवेयर की मदद से सिस्टम हैक करने की कोशिश की जाती है। ऐसे ही वायरल दावों पर पहले किए गए फैक्ट चेक को यहां नीचे देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे के संबंध में एयरटेल, जियो और वी के कस्टमर केयर से संपर्क किया। तीनों ही जगहों पर हमें बताया गया कि ऐसा कोई फ्री रीचार्ज का ऑफर नहीं है। साथ ही, इन कंपनियों के कस्टमर केयर रिप्रजेंटिव्स की तरफ से ऐसे किसी भी वायरल मैसेज में मौजूद लिंक पर क्लिक नहीं करने की अपील भी की गई।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाले FB यूजर Omakar Verma की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर ने अपनी प्रोफाइल पर निजी जानकारियों को पब्लिक नहीं किया है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में कोविड संक्रमण के दौरान वर्क फ्रॉम होने के लिए सरकार की तरफ से फ्री रिचार्ज मिलने का दावा झूठा निकला है। फ्री रिचार्ज के नाम पर स्पैम लिंक वायरल किया जा रहा है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ऐसे लिंक पर क्लिक करने से आपको वित्तीय नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
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