नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बच्चा चोरों को लेकर सोशल मीडिया में अफवाहों का दौर जारी है। कभी राजस्थान तो कभी मध्य प्रदेश में बच्चा चोरी के आरोप में निर्दोष लोगों की पिटाई हो रही है। ताजा मामला यूपी से आया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक युवक को कुछ लोग पीटते हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि भारत में रोहिंग्या की 2000 लोगों की टीम आई हुई है।
विश्वास टीम की पड़ताल में पता चला कि वायरल हो रहा वीडियो उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के मऊरानी इलाके का है। वीडियो में दिख रहा शख्स मानसिक रूप से बीमार है। एक अगस्त को कुछ लोग इस युवक को बच्चा चोरी के आरोप में थाने लेकर गए थे, लेकिन इसका बच्चा चोरी से कोई संबंध नहीं निकला। हमारी पड़ताल में बच्चा चोरी के नाम पर वायरल हो रहा वीडियो फर्जी साबित हुआ।
वर्ल्ड बेस्ट वीडियो डॉट कॉम नाम के एक फेसबुक पेज ने एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ”(सावधान) पूरे हिन्दुस्तान में रोहिंग्या की 2000 लोगो की टीम आयी है जो बच्चों को उठा के ले जा रही है ..कोई बेचता है कोई बलि के लिये ले जाता है खुद देखो सुनो ओर ज्यादा से ज्यादा इसे फैलाओ….”
इस वीडियो को 19 अगस्त को अपलोड किया गया। इसे अब तक तीन हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका है, जबकि शेयर करने वाले 154 लोग हैं।
विश्वास टीम ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। वीडियो में दिख रहा युवक सलवार-कमीज में नजर आ रहा है। इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने InVID टूल का यूज किया और वीडियो को वहां अपलोड करके कई स्क्रीनशॉट निकाले। इसे फिर गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। गूगल पर हमें एक तस्वीर और वीडियो एक न्यूज वेबसाइट पर मिला। इससे हमें पता चला कि एक अगस्त को यूपी के झांसी जिले के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में कुछ लोगों ने एक व्यक्ति को बच्चा चुराने के आरोप में पकड़ा था।
खबर की तह में जाने के लिए हमने झांसी के अखबारों को खंगालना शुरू किया। 2 अगस्त 2019 के एक दैनिक अखबार के ईपेपर में हमें एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि बच्चा चोरी के संदेह में एक विक्षिप्त युवक को खिलारा गांव के निकट पकड़ा गया। यह युवक महिलाओं के कपड़ों में घूम रहा था।
इस पूरे मामले में मऊरानीपुर थाने के एसएचओ सत्यपाल सिंह का कहना कि वीडियो में दिख रहा युवक कोई बच्चा चोर नहीं है। वह मानसिक रोगी है। भीड़ ने पकड़ कर उसे हमारे हवाले कर दिया था। बच्चा चोरी वाला बात पूरी तरह बेबुनियाद है। युवक मध्य प्रदेश के गुना जिले का रहने वाला था। इसका नाम पुष्पेंद्र सिंह था। ग्वालियर में उसका इलाज चल रहा था। वहीं से वह हमारे क्षेत्र में आ गया था। घटना के बाद युवक को उसके पिता को सौंप दिया गया है।
इसके बाद विश्वास टीम ने झांसी (मऊरानीपुर) के डीसीपी हिमांशु गौरव से संपर्क किया। उन्होंने हमें जानकारी देते हुए बताया कि एक अगस्त को कुछ लोगों ने मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में एक युवक को बच्चा चोरी के संदेह में पकड़ा था। मामला थाने में भी पहुंचा, लेकिन जांच में पता चला कि इसमें बच्चा चोरी वाला कोई एंगल नहीं है। युवक मेंटली डिस्टर्ब है। कभी वह खुद को इंजीनियर बताता था तो कभी डॉक्टर। डीसीपी के अनुसार, इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
अंत में हमने बच्चा चोरी के फर्जी वीडियो को वायरल करने वाले फेसबुक पेज वर्ल्ड बेस्ट वीडियो डॉट कॉम की सोशल स्कैनिंग की। हमें पता चला कि इस पेज पर अक्सर वायरल वीडियो को ही पोस्ट किया जाता है। पेज को 14 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। 26 जनवरी 2018 को बनाए गए इस पेज पर हमें कई ऐसे वीडियो मिले, जो गलत संदर्भ के साथ वायरल हो रहे हैं।
निष्कर्ष : विश्वास टीम की पड़ताल में पता चला कि रोहिंग्या बच्चा चोर के नाम वायरल वीडियो फर्जी है। यूपी के झांसी जिले के मऊरानीपुर थाना क्षेत्र से एक युवक को बच्चा चोरी के आरोप में एक अगस्त को पकड़ा गया था। वह युवक मानसिक विक्षिप्त निकला।
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