विश्वास न्यूज की पड़ताल में माचिस की तीली के पाउडर से बिच्छू के डंक का इलाज करने वाला दावा फर्जी निकला।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि माचिस की पांच-सात तीलियों का मसाला पानी में घिस कर बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लगाएं। इसे लगाते ही सिर्फ 2 मिनट में बिच्छू का जहर उतर जाता है। पोस्ट को शेयर करने को भी कहा गया है। कई यूज़र्स इसे सच मानते हुए शेयर कर रहे हैं। विश्वास न्यूज़ ने वायरल पोस्ट की जांच की और पड़ताल में पोस्ट फर्जी साबित हुई है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर “Trilok Yadav Atwei ” ने 28 अक्टूबर को इस पोस्ट को शेयर किया है। वायरल पोस्ट में लिखा है, ‘माचिस की पांच-सात तीलियों का मसाला पानी में घिसकर बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लगाएं। इसे लगाते ही सिर्फ 2 मिनट में बिच्छू का जहर उतर जाता है। कृपया शेयर जरूर करें क्योंकि शेयर करने का कोई पैसा नहीं लगता है। यह जानकारी जरूरतमंद के काम आ जाए, जिससे उसकी जान बचाई जा सके।
फेसबुक पोस्ट का आकाईव वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए खंगालना शुरू किया, लेकिन हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय रिसर्च या मीडिया रिपोर्ट नहीं प्राप्त हुई।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने “बिच्छू के काटने के तुरंत बाद क्या करना चाहिए?” इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें delhi.apollohospitals.com नामक वेबसाइट पर बिच्छू के जहर से कैसे बचा जा सकता है संबंधी जानकारियां मिली। लेकिन यहाँ कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि माचिस की तीली के मसाले से बिच्छू का जहर उतारा जा सकता है।
वायरल दावे को लेकर हमने आईएमए केरल के रिसर्च सेल के वाइस चेयरमैन डॉ राजीव जयदेवन से भी संपर्क किया। उन्होंने वायरल दावे को फर्जी बताया है। उनका कहना है कि ऐसे दावे वायरल होते रहते हैं, जो निराधार है।
सेंटर फॉर इकोलॉजिकल साइंसेज (सीईएस) की इवोल्यूशनरी वेनॉमिक्स लैब के डॉक्टर और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस (IISC) में असिस्टेंट प्रोफेसर डाक्टर Kartik Sunagar से मेल के जरिए संपर्क किया। उन्होंने भी वायरल दावे को फर्जी बताते हुए ऐसा करना असुरक्षित बताया है।
पहले भी यह दावा सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। जिसकी जांच विश्वास न्यूज़ ने की थी। आप हमारी पहले की पड़ताल को यहां पढ़ सकते हैं। उस समय हमने अलाप्पुझा के डॉक्टर सजीव कुमार (सीएससी, डीसीएच, एमबीबीएस, जनरल फिजिशियन, 34 साल का अनुभव) से संपर्क किया था। उनके मुताबिक, ‘यह फर्जी खबर है और माचिस की तीली के पाउडर से बिच्छू के जहर का इलाज नहीं किया जा सकता है।’
पड़ताल के अंत में हमने इस दावे को शेयर करने वाले यूजर की जांच की। जांच में पता चला कि यूजर झांसी का रहने वाला है। यूजर के फेसबुक पर 5 हज़ार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में माचिस की तीली के पाउडर से बिच्छू के डंक का इलाज करने वाला दावा फर्जी निकला।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।