भारत के मालदीव में 28 द्वीपों को करीब 900 करोड़ रुपये में खरीदे जाने का दावा फेक और मनगढ़ंत है। विदेश मंत्री एस जयशंकर की हालिया मालदीव यात्रा के दौरान भारत ने 28 द्वीपों को कवर करने वाले पानी और नाले की परियोजना को पूरा कर उसे आधिकारिक रूप से मालदीव को सौंप दिया, जिसकी लागत करीब 110 मिलियन डॉलर थी।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। विदेश मंत्री एस जयशंकर की हालिया मालदीव यात्रा के बाद सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि भारत ने मालदीव से 28 आईलैंड को खरीद लिया है और यह कथित सौदा करीब 900 करोड़ रुपये से अधिक में हुआ है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर नौ से 10 अगस्त तक मालदीव की यात्रा पर थे और इस दौरान 28 द्वीपों पर फैले वाटर एंड सैनिटेशन (पानी और साफ-सफाई) के प्रोजेक्ट को पूरा कर उसे मालदीव को सौंप दिया गया। इस परियोजना की लागत 110 मिलियन डॉलर थी, जिसे भारत ने फंड किया था। इसी घटनाक्रम को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘Markandey Pandey’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “भारत ने मालदीव से उनके 28 आईलैंड खरीद लिया है। भारत ने यह सौदा 923 करोड़ में किया है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जु ने भारत के हवाले किए 28 आईलैंड। इस अवसर पर मालदीव के राष्ट्रपति मोइज्जु ने कहा मोदी हमेशा साथ देते हैं, हर मुश्किल समय में मोदी जी ने साथ दिया है।ठीक बात है। आगे भी साथ देंगे।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
वायरल पोस्ट में किए गए दावे के आधार पर हमने की-वर्ड सर्च किया, जिसमें हमें डीडी न्यूज.कॉम की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, “भारत के विदेश मंत्री (ईएएम) डॉ. एस जयशंकर 09-11 अगस्त 2024 तक मालदीव की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। यह यात्रा मालदीव गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम डॉ. मोहम्मद मुइज़ू की हाल ही में नई कैबिनेट और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह के लिए भारत की यात्रा के बाद हो रही है। विदेश मंत्री ने इससे पहले जनवरी 2023 में मालदीव का दौरा किया था।”
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की 10 अगस्त 2024 की रिपोर्ट के मुताबिक, “विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को भारत की फंडिंग से बने 110 मिलियन डॉलर की लागत वाली एक विशाल जल एवं स्वच्छता परियोजना को मालदीव को सौंपा। यह परियोजना 28 द्वीपों में फैली हुई है, जहां देश की कुल 7 प्रतिशत आबादी रहती है।”
हमने इसे विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर भी चेक किया। भारतीय विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर 11 अगस्त 2024 की विज्ञप्ति में भारत की मदद से पूरी हुई इस जल एवं स्वच्छता परियोजना का जिक्र है, जो मालदीव के 28 द्वीपों को कवर करता है।
हमें एस जयशंकर की आधिकारिक एक्स प्रोफाइल पर एक वीडियो भी मिला, जिसमें इस परियोजना को पूरा कर उसे आधिकारिक रूप से भारत को सौंपे जाने का जिक्र है।
हमारी जांच से स्पष्ट है कि वायरल पोस्ट में किया गया दावा गलत है। भारत सरकार की केंद्रीय नोडल इन्फॉर्मेशन एजेंसी ने भी वायरल पोस्ट में किए गए दावे का खंडन किया है।
इसमें कहा गया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह दावा पूरी तरह से गलत है कि मालदीव के राष्ट्रपति ने एक समझौता पर हस्ताक्षर कर भारत को 28 द्वीपों को सौंप दिया है। वायरल पोस्ट में किए गए दावे को लेकर हमने विदेश मामलों को कवर करने वाले वरिष्ठ टीवी पत्रकार मधुरेंद्र कुमार से संपर्क किया। उन्होंने हमारे साथ विदेश मंत्रालय के आधिकारिक बयान को शेयर किया, जिसमें भारत की मदद से पूरा किए गए इस परियोजना को मालदीव को सौंपे जाने का जिक्र है।
वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब चार हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं। बांग्लादेश में जारी सियासी संकट के बीच सोशल मीडिया पर इससे संबंधित अन्य वायरल दावों की फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।
निष्कर्ष: भारत के मालदीव में 28 द्वीपों को करीब 900 करोड़ रुपये में खरीदे जाने का दावा फेक और मनगढ़ंत है। विदेश मंत्री एस जयशंकर की हालिया मालदीव यात्रा के दौरान भारत ने 28 द्वीपों को कवर करने वाले पानी और नाले की परियोजना को पूरा कर उसे आधिकारिक रूप से मालदीव को सौंप दिया, जिसकी लागत करीब 110 मिलियन डॉलर थी।
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