विश्वास न्यूज ने जब लिंक की जांच की तो पाया कि इंडियन ऑयल फ्यूल सब्सिडी के नाम पर वायरल हो रहा लिंक एक फिशिंग लिंक है। हम अपने पाठकों को बताना चाहते हैं ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक लिंक को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इंडियन ऑयल अपने ग्राहकों को सब्सिडी दे रहा है। इस सब्सिडी को लिंक पर शेयर कर पाया जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने जब लिंक की जांच की तो पाया कि यह पोस्ट फर्जी है। इंडियन ऑयल फ्यूल सब्सिडी के नाम पर वायरल हो रहा लिंक एक फिशिंग लिंक है। हम अपने पाठकों को बताना चाहते हैं ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
फेसबुक यूजर ‘Bï Kr Åm’ ने 31 जुलाई 2023 को पोस्ट शेयर की है। वायरल पोस्ट में लिखा है, “ इंडियन ऑयल -नेशनल फ्यूल सब्सिडी।” वहीं, नीचे एक लिंक दिया गया है।
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने सबसे पहले लिंक पर गौर किया। हमने पाया कि लिंक का यूआरएल इंडियन ऑयल की वेबसाइट का लिंक नहीं है, बल्कि किसी दूसरी अविश्वसनीय वेबसाइट का लिंक है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट का यूआरएल आईओसीएल डॉट कॉम है, जबकि वायरल लिंक का यूआरएल फीट फ़्लर्ट टॉप है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने इंडियन ऑयल की वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें इंडियन ऑयल के आधिकारिक फेसबुक पेज पर दावे से जुड़ी एक पोस्ट मिली। पोस्ट में वायरल ऑफर को लेकर दावे और लिंक को फेक बताया गया है।
अधिक जानकारी के लिए हमने साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, यह एक क्लिकबेट लिंक है। इस तरह के लिंक्स को ट्रैफिक और व्यूज लाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। अक्सर इस तरह के लिंक्स पर क्लिक करते ही आप किसी दूसरी वेबसाइट पर पहुंच जाएंगे, ताकि उस वेबसाइट पर व्यूज आ सके। कई बार इस तरह के लिंक्स का इस्तेमाल सिस्टम में मैलवेयर डालने के लिए भी किया जाता है। मैलवेयर के जरिए सिस्टम का कंट्रोल हासिल कर बड़ी ही आसानी से फ्रॉड किया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर पहले भी इससे मिलता-जुलता दावा वायरल हो चुका है। पूरी रिपोर्ट को यहां पर पढ़ें।
अंत में हमने लिंक को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के 2,649 मित्र हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, बंगाल का रहने वाला है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने जब लिंक की जांच की तो पाया कि इंडियन ऑयल फ्यूल सब्सिडी के नाम पर वायरल हो रहा लिंक एक फिशिंग लिंक है। हम अपने पाठकों को बताना चाहते हैं ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
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