मणिपुर में सेना के दो जवानों को पीटकर मार डालने का झूठा दावा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। सेना के प्रवक्ता ने भी इसे फेक बताया है। इस तरह की कोई भी घटना मणिपुर में नहीं हुई है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मणिपुर को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसमें खेत में कुछ महिलाओं को जवानों से भिड़ते हुए देखा जा सकता है। कुछ यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि मणिपुर में भारतीय सेना के दो जवानों को खेतों में काम रही महिलाओं ने पीट-पीटकर मार डाला।
विश्वास न्यूज ने वायरल दावे की जांच तो पोस्ट महज अफवाह निकली। इस तरह का कोई मामला मणिपुर में सामने नहीं आया है। सेना की छवि खराब करने के मकसद से इस तरह की पोस्ट वायरल की गई है। सेना के प्रवक्ता ने इस दावे को फर्जी बताया है।
एक्स यूजर Ironclad (आर्काइव लिंक) ने 10 जनवरी को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
“मणिपुर में भारतीय सेना के दो जवानों ने जब पास के खेतों में काम कर रही महिलाओं के एक ग्रुप से छेड़छाड़ करने की कोशिश की तो उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।”
फेसबुक यूजर EM News Hyd (आर्काइव लिंक) ने 11 जनवरी को इस वीडियो को पोस्ट करते हुए समान दावा किया।
वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले इस बारे में कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके।
इसके बाद हमने इनविड टूल की मदद से वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स निकालकर उनको गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। सैम ट्रैवल्स नाम के यूट्यूब चैनल ने 6 जनवरी 2024 को वायरल वीडियो क्लिप को शेयर किया है। इसका टाइटल लिखा है कि मणिपुर की ‘मीरा पैबी’ महिलाओं ने सेना के जवानों को पकड़ लिया।
JohnNgamneo Haokip Kuki (आर्काइव लिंक) नाम के यूट्यूब चैनल पर भी वायरल क्लिप को अपलोड किया गया है। इसमें लिखा है कि सेना के जवान ‘मीरा पैबी’ महिलाओं के हाथों में फंस गए।
इस बारे में हमने भारतीय सेना के प्रवक्ता से संपर्क किया। उनका कहना है, “यह फेक है। ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।”
वहीं, मणिपुर में एएनआई के संवाददाता एलसीके सिंह को भी हमने वायरल वीडियो साझा किया।।उन्होंने कहा, “ऐसा कुछ नहीं हुआ है। जवानों को इलाके से यह कह कर भगा दिया गया कि वे उस इलाके में तैनात न रहें और कोई दूसरा मुद्दा खड़ा न करें। यह कुछ दिन पहले का मामला है।“
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 21 जुलाई 2023 को पीटीआई के हवाले से छपी खबर के अनुसार, “मणिपुर में महिलाओं के आंदोलन को मीरा पैबी के नाम से जाना जाता है। ये मशाल लेकर चलती हैं। सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि महिलाओं के समूह ‘मीरा पैबी’ से उत्पन्न खतरे से निपटने के लिए और अधिक महिला बटालियनों की आवश्यकता है। ये महिलाएं संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों के आवागमन में बाधा उत्पन्न करने के साथ ही गंभीर अपराधों को अंजाम देने में भी मदद कर रही हैं।”
फर्जी दावा करने वाले एक्स यूजर Ironclad के 1445 फॉलोअर्स हैं। यूजर ने भारतीय सेना के खिलाफ कुछ और पोस्ट भी की हुई हैं।
निष्कर्ष: मणिपुर में सेना के दो जवानों को पीटकर मार डालने का झूठा दावा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। सेना के प्रवक्ता ने भी इसे फेक बताया है। इस तरह की कोई भी घटना मणिपुर में नहीं हुई है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।