भारतीय रेलवे के 1 जुलाई से नियम बदलने वाला दावा फर्जी है। यह कई साल से वायरल हो रहा है। तत्काल कन्फर्म टिकटों और सुविधा ट्रेनों की रिफंड पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। रेल मंत्रालय भी इसे फेक बता चुका है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर भारतीय रेलवे को लेकर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि 1 जुलाई से रेलवे के 10 नियम बदल जाएंगे। इसके तहत दावा किया जा रहा है कि वेटिंग लिस्ट का झंझट खत्म हो जाएगा और तत्काल टिकट को रद्द कराने पर 50 फीसदी पैसा वापस मिलेगा।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया। वायरल मैसेज में कुछ दावे गलत हैं, जबकि कुछ पहले से ही लागू हैं। जैसे- तत्काल के कन्फर्म टिकट को कैंसल कराने पर कोई रिफंड नहीं मिलता है और वेटिंग टिकट्स अभी भी जारी होते हैं। वहीं, तत्काल के तहत एसी क्लास में टिकट बुकिंग सुबह 10 बजे से और नॉन एसी क्लास में बुकिंग सुबह 11 बजे से शुरू होती है। यह नियम 2015 से लागू है।
विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस वायरल मैसेज को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।
फेसबुक यूजर ‘अतपी एंड राहुल ब्लॉग्स‘ (आर्काइव लिंक) ने 4 जून को इस मैसेज को पोस्ट किया है। इसमें लिखा है,
“RAILWAY INFORMATION
From July 1st, 2023 these 10 rules of railways changed….
1) The hassle of waiting list will end. Passengers will be given the facility of confirmed tickets in Suvidha trains run by the Railways.
2) From July 1, 50 percent amount will be refunded on cancellation of Tatkal tickets.
3) There has been a change in the rules of Tatkal tickets from July 1. Ticket booking will be done for AC coach from 10 am to 11 am while Sleeper coach will be booked from 11 am to 12 pm.
4) Paperless ticketing facility is being started in Rajdhani and Shatabdi trains from July 1. After this facility, paper tickets will not be available in Shatabdi and Rajdhani trains, instead the ticket will be sent on your mobile.
5) Soon railway ticketing facility is going to start in different languages. Till now, tickets are available in Hindi and English in the railways, but after the new website, now tickets can be booked in different languages.
6) There is always a fight for tickets in the railways. In such a situation, from July 1, the number of coaches in Shatabdi and Rajdhani trains will be increased.
7) An alternate train adjustment system, Suvidha Train and Duplicate Train running of important trains are planned to provide better train comfort during rush hours.
The Ministry of Railways will run Suvidha trains on the lines of Rajdhani, Shatabdi, Duronto and Mail-Express trains from July 1.
9) Railway is going to completely stop premium trains from 1st July.
10) 50% of the fare will be refunded on refund of tickets in Suvidha trains. Apart from this, Rs.100/- will be deducted on AC-2, Rs.90/- on AC-3, Rs.60/- per passenger on Sleeper.
Issued in public interest
sleep carelessly in the train, the railway will wake up on arrival at the destination station….
You will have to activate the Wakeup Call-Destination Alert facility on your PNR by calling 139.
Railway has started wakeup call-destination alert facility for the passengers traveling in the train at night before reaching the destination station.
What is Destination Alert
This feature is named Destination Alert.
On activation of the facility, the alarm will sound on the mobile even before the destination station arrives.
To activate the feature
After typing alert
PNR Number has to be typed
And send it to 139.
139 have to call.
After making the call, select the language and then dial 7.
After dialing 7, the PNR number has to be dialed. After that this service will be activated
This feature is named as Wake-up Call.
Mobile bell will ring till it is received
On activating this service, the mobile bell will ring before the arrival of the station. This bell will keep ringing until you receive the phone. On receipt of the phone, the passenger will be informed that the station is about to arrive.
Please send this message to everyone.”
(अनुवाद- रेलवे सूचना
1 जुलाई 2023 से रेलवे के ये 10 नियम बदल गए….
1) वेटिंग लिस्ट का झंझट खत्म होगा। रेलवे द्वारा चलाई जाने वाली सुविधा ट्रेनों में यात्रियों को कन्फर्म टिकट की सुविधा दी जाएगी।
2) 1 जुलाई से तत्काल टिकट कैंसल कराने पर 50 फीसदी राशि वापस की जाएगी।
3) एक जुलाई से तत्काल टिकट के नियमों में बदलाव किया गया है। एसी कोच के लिए सुबह 10 बजे से 11 बजे तक, जबकि स्लीपर कोच की बुकिंग सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक होगी।
4) 1 जुलाई से राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में पेपरलेस टिकटिंग की सुविधा शुरू की जा रही है। इस सुविधा के बाद शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में पेपरलेस टिकट नहीं मिलेगा, बल्कि आपके मोबाइल पर टिकट भेजा जाएगा।
5) जल्द ही अलग-अलग भाषाओं में रेलवे टिकटिंग की सुविधा शुरू होने जा रही है। अभी तक रेलवे में हिंदी और अंग्रेजी में टिकट मिलते थे, लेकिन नई वेबसाइट के बाद अब अलग-अलग भाषाओं में टिकट की बुकिंग की जा सकेगी।
6) रेलवे में टिकट के लिए हमेशा मारामारी मची रहती है। ऐसे में एक जुलाई से शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में कोचों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
7) एक वैकल्पिक ट्रेन समायोजन प्रणाली, सुविधा ट्रेन और महत्वपूर्ण ट्रेनों की डुप्लीकेट ट्रेन चलाने की योजना बनाई गई है, ताकि व्यस्त समय के दौरान बेहतर ट्रेन सुविधा प्रदान की जा सके।
रेल मंत्रालय एक जुलाई से राजधानी, शताब्दी, दुरंतो और मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों की तर्ज पर सुविधा ट्रेनें चलाएगा।
9) रेलवे 1 जुलाई से प्रीमियम ट्रेनों को पूरी तरह बंद करने जा रहा है।
10) सुविधा ट्रेनों में टिकट रिफंड करने पर 50% किराया वापस किया जाएगा। इसके अलावा एसी-2 पर 100/- रुपये, एसी-3 पर 90 रुपये, स्लीपर पर 60 रुपये प्रति यात्री की कटौती की जाएगी।
जनहित में जारी
ट्रेन में लापरवाही से सोएं, गंतव्य स्टेशन पर पहुंचते ही जाग उठेगा रेलवे…
आपको 139 पर कॉल करके अपने पीएनआर पर वेकअप कॉल-डेस्टिनेशन अलर्ट सुविधा को सक्रिय करना होगा।
रेलवे ने रात में ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को डेस्टिनेशन स्टेशन पर पहुंचने से पहले वेकअप कॉल-डेस्टिनेशन अलर्ट की सुविधा शुरू की है.
डेस्टिनेशन अलर्ट क्या है
इस फीचर का नाम डेस्टिनेशन अलर्ट है।
सुविधा के सक्रिय होने पर गंतव्य स्टेशन आने से पहले ही मोबाइल पर अलार्म बजेगा।
सुविधा को सक्रिय करने के लिए
अलर्ट टाइप करने के बाद
पीएनआर नंबर टाइप करना होगा
और 139 पर भेज दें।
139 पर कॉल करना है।
कॉल करने के बाद, भाषा चुनें और फिर 7 डायल करें।
7 डायल करने के बाद पीएनआर नंबर डायल करना होगा। इसके बाद यह सेवा सक्रिय हो जाएगी
इस फीचर को वेक-अप कॉल का नाम दिया गया है।
मोबाइल की घंटी रिसीव होने तक बजेगी
इस सर्विस को एक्टिवेट करने पर स्टेशन आने से पहले मोबाइल की घंटी बजेगी। यह घंटी तब तक बजती रहेगी, जब तक आप फोन रिसीव नहीं करते। फोन मिलने पर यात्री को सूचित कर दिया जाएगा कि स्टेशन आने वाला है।
कृपया इस संदेश को सभी को भेजें।)
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। इससे पता चला कि इस तरह की पोस्ट पहले भी कई बार वायरल हो चुकी है। फेसबुक पर जून 2016 (आर्काइव लिंक) और मार्च 2017 (आर्काइव लिंक) में भी इस पोस्ट को देखा जा सकता है। मतलब यह दावा करीब सात पहले से किया जा रहा है।
इसके बाद और सर्च करने पर हमें एनडीटीवी की वेबसाइट पर 24 जून 2016 को छपी खबर का लिंक मिला। इसके अनुसार, “रेलवे ने कहा है कि 1 जुलाई से वेटिंग लिस्ट और तत्काल टिकटों की बुकिंग और रद्द करने के नियमों में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है, जैसा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर बताया गया है। यह देखा गया था कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक मैसेज वायरल किया गया था, जिसमें कहा गया था कि 1 जुलाई से कई बदलाव और नई सुविधाएं शुरू की जा रही हैं। यह खबर पूरी तरह गलत और निराधार है।”
सर्चिंग में ही हमें रेल मंत्रालय का एक प्रेस नोट भी मिला। 30 जून 2017 को जारी किए गए इस प्रेस नोट में वायरल मैसेज के एक-एक दावे को क्रमवार तरीके से साफ किया गया है। इसमें लिखा है,” यह देखा गया है कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और वेबसाइट पर एक समाचार वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि भारतीय रेलवे 1 जुलाई 2017 से कई बदलाव और नई सुविधाएं शुरू कर रहा है। यह खबर पूरी तरह से गलत और आधारहीन है। मीडिया के एक वर्ग ने भी इस खबर को भारतीय रेलवे प्रणाली के अधिकृत स्रोतों से सत्यापित किए बिना प्रकाशित किया है। इससे रेल यात्रियों के मन में काफी भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। इस संदर्भ में रेल मंत्रालय निम्नलिखित स्पष्ट करना चाहता है:-
रेलवे ऑनलाइन (ई-टिकट) और पीआरएस काउंटर दोनों के माध्यम से प्रतीक्षा सूची वाले टिकटों की बिक्री कर रहा है। इस योजना में कोई बदलाव नहीं किया गया है और रेलवे प्रतीक्षा सूची वाले टिकटों को ऑनलाइन और पीआरएस काउंटर दोनों के माध्यम से बेचना जारी रखेगा।
रेलवे जुलाई 2015 से सुविधा क्लास की ट्रेनें चला रहा है। ऐसी ट्रेनें चलती रहेंगी। आवश्यकता पड़ने पर ऐसी ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची वाला टिकट भी उपलब्ध है। सुविधा ट्रेन टिकट के मामले में आंशिक रिफंड का प्रावधान योजना की शुरुआत से ही उपलब्ध है। इस संबंध में कोई नया बदलाव नहीं है।
रेलवे ने नवंबर 2015 में नए रिफंड नियम अधिसूचित किए हैं। ये नियम अभी भी जारी हैं और इनमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। तत्काल टिकट के रिफंड नियमों में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है। मौजूदा नियम के तहत कन्फर्म तत्काल टिकट/डुप्लीकेट तत्काल टिकट को रद्द करने पर कोई रिफंड नहीं मिलता है। यह नियम लागू है।
शताब्दी और राजधानी ट्रेनों के लिए और इस मामले में ट्रेन की किसी भी श्रेणी में पेपर टिकट बंद करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। हालांकि, ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले यात्रियों (यानी ई-टिकट) के लिए एसएमएस एक पहचान पत्र के साथ वैध प्रमाण है।
तत्काल टिकटों के लिए बुकिंग समय 2015 में एसी क्लास के लिए 10:00 बजे और गैर-एसी क्लास के लिए 11:00 समय में बदल दिया गया था। इन समयों में कोई बदलाव नहीं किया गया है और वही व्यवस्था जारी है।
रेलवे पहले से ही अपने हेल्पलाइन नंबर 139 पर अपनी डेस्टिनेशन अलर्ट सुविधा चला रहा है। इसके अलावा कुछ राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में सुबह 6 बजे से सुबह 11 बजे के बीच गंतव्य पर ट्रेन के आगमन के लिए एक मुफ्त अलर्ट सेवा भी पायलट आधार पर शुरू की गई थी। यह भी पहले से ही उपलब्ध है। इस सुविधा में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है।
क्षेत्रीय भाषाओं में टिकट (ई-टिकट और पीआरएस टिकट दोनों) प्रिंट करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
डुप्लीकेट ट्रेनें चलाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। हम वैसे भी यातायात की आवश्यकताओं के अनुसार चिन्हित लोकप्रिय मार्गों पर पीक सीजन के दौरान भीड़ को कम करने के लिए विशेष ट्रेनें चलाते हैं।
रेलवे ने 1 नवंबर 2015 को ‘विकल्प’ आल्टरनेटिक ट्रेन एकोमोडेशन स्कीम (एटीएएस) शुरू की है। इसक उद्देश्य प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को कन्फर्म सीट उपलब्ध कराना है। यह सुविधा शुरू में नई दिल्ली-जम्मू, नई दिल्ली-लखनऊ, दिल्ली-हावड़ा, दिल्ली-चेन्नई, दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-सिकंदराबाद सर्किट पर शुरू की गई थी। 22 मार्च 2017 को इस योजना का विस्तार सभी क्षेत्रों में कर दिया गया।”
सुविधा ट्रेन की रिफंड पॉलिसी के लिए हमने कीवर्ड से सर्च किया तो आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर इससे संबंधित जानकारी मिली। 16 मार्च 2020 को छपी रिपोर्ट में लिखा है कि भारतीय रेलवे ने 2014 में सुविधा एक्सप्रेस की शुरुआत की थी। अधिकतम 120 दिन पहले इसमें रिजर्वेशन करा सकते हैं। इन ट्रेनों में कोई छूट नहीं मिलती है। रिफंड पॉलिसी के तहत इन ट्रेनों में किराये का 50 फीसदी वापस होगा। एसी 2/ फर्स्ट क्लास के यात्रियों से कम से कम 100 रुपये, एसी 3/एसी चेयर कार के यात्रियों से 90 और स्लीपर क्लास के कन्फर्म या आरएसी टिकट पर 60 रुपये कैंसिलेशन चार्ज लिया जाएगा। मतलब सुविधा ट्रेनों में रिफंड को लेकर यह नियम पहले से लागू है।
आईआरसीटीसी हेल्प की वेबसाइट पर भी तत्काल टिकट की रिफंड पॉलिसी के बारे में भी देखा जा सकता है। इसमें लिखा है कि तत्काल कन्फर्म टिकट पर कोई रिफंड नहीं मिलता है।
इस बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के सीनियर पीआरओ अमित मालवीय से संपर्क कर उनको वायरल मैसेज भेजा। उनका कहना है, “अभी तक ऐसी कोई भी अधिसूचना नहीं आई है। कुछ नियम पहले से लागू हैं। अभी तक कोई बदलाव नहीं हुआ है।”
पड़ताल के अंतिम चरण में हमने फेक मैसेज शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘अटपी एंड राहुल ब्लॉग्स‘ की प्रोफाइल को स्कैन किया। 13 अक्टूबर 2022 को बने इस पेज के 644 फॉलोअर्स हैं।
विश्वास न्यूज पहले भी इस दावे की पड़ताल कर चुका है। फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां देखा जा सकता है।
निष्कर्ष: भारतीय रेलवे के 1 जुलाई से नियम बदलने वाला दावा फर्जी है। यह कई साल से वायरल हो रहा है। तत्काल कन्फर्म टिकटों और सुविधा ट्रेनों की रिफंड पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। रेल मंत्रालय भी इसे फेक बता चुका है।
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