सोशल मीडिया पर वायरल कब्र की तस्वीर भारत के हैदराबाद की है, न कि पाकिस्तान की। परिजनों ने बुजुर्ग महिला की कब्र को कचरे से बचाने के लिए लोहे का गेट लगवाकर ताला लगवा दिया था। इसे गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक कब्र की तस्वीर शेयर की जा रही है। इसमें कब्र पर ताला लगा दिख रहा है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इसे शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह कब्रिस्तान की तस्वीर पाकिस्तान की है। दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान में बेटियों के शव को बलात्कारियों से बचाने के लिए कब्र पर लोहे के दरवाजे में ताला लगाया हुआ है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कब्र की यह तस्वीर पाकिस्तान की नहीं, बल्कि भारत के हैदराबाद की है। बुजुर्ग महिला की कब्र को कचरे से बचाने के लिए परिजनों ने वहां ताला लगवा दिया था।
फेसबुक यूजर ‘नवीन कुमार‘ (आर्काइव लिंक ) ने 28 अप्रैल को फोटो पोस्ट करते हुए लिखा,
“यह कब्रिस्तान की तस्वीर भारत की नहीं बल्कि पाकिस्तान के कब्रिस्तान की है। कब्र की इतनी सुरक्षा जो लोहे के दरवाजे में ताला लगा के रखा है। दरअसल ये एक जवान युवती की कब्र है, जिसके अम्मी अब्बा को इतना खौफ है कि कोई इनकी बेटी के शव के साथ कोई कब्र से निकालकर उसका बलात्कार न कर ले, इसीलिए इतनी सुरक्षा व्यवस्था की गई है लाश की यह हाल है मुस्लिम देश की…….ये सबसे बड़े गर्व है हम हिन्दुओं के लिये हम मृत्यु के पश्चात आत्मा की शांति की कामना करते है और ये मुस्लिम मरने के बाद अपने ही कौम की औरतों के साथ उसके शव के साथ दरिंदगी करते है जब यह अपने ही कौम की औरतों को नहीं छोड़ते तो हिन्दू औरतों के साथ क्या करते होंगे…“
आशीष शुक्ल नाम के फेसबुक यूजर ने हैरिस सुल्तान नाम के ट्विटर यूजर के ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए मिलता-जुलता दावा किया।
कब्र पर लगे ताले की तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज से सर्च किया। इसमें हमें ट्विटर यूजर गब्बर का ट्वीट दिखा। 30 अप्रैल 2023 को इस अकाउंट से कुछ तस्वीरों को ट्वीट किया गया है। इसमें एक तस्वीर में कब्र पर लगा गेट दिख रहा है। यह तस्वीर वायरल तस्वीर से काफी मिलती-जुलती है। इसमें लिखा है कि ये तस्वीरें भारत के हैदराबाद की हैं। इसमें एक तस्वीर में दिख रहे बोर्ड पर रायन बाजार हैदाराबाद का पता लिखा हुआ है।
एक अन्य ट्विटर यूजर सूर्या रेड्डी ने भी तस्वीर और वीडियो को पोस्ट करते हुए इस कब्र को हैदाराबाद के मदन्नापेट की बताया है। इसमें वीडियो में एक शख्स को कहते सुना जा सकता है कि कई लोग पुरानी कब्रों में नए लोगों को दफना कर चले जाते हैं। इस वजह से जाली डाल दी गई है। यह कब्र बिना कमेटी की अनुमति के बनाई गई है। यह जगह हैदराबाद है। ट्वीट में यह भी बताया गया है कि कब्र में दफनाई गई महिला की उम्र 65 साल थी, जिनकी मौत तीन साल पहले हुई थी। ट्वीट किए गए एक अन्य वीडियो में युवक कहा रहा है कि यह कब्र उसके दोस्त की मां की है। उन्होंने जब सोशल मीडिया पर फोटो पाकिस्तान के आपत्तिजनक दावे के साथ देखी तो वह यहां आए और यहां की तस्वीरें शेयर की। यह एक बुजुर्ग की कब्र है। इसी ट्वीट में पोस्ट किए गए एक अन्य वीडियो में एक व्यक्ति कह रहा है कि यह उसकी मां की कब्र है। उनका तीन साल पहले इंतकाल हुआ था। उनकी उम्र 65 साल थी। यह एंट्री का रास्ता है, तो लोग इसके उपर पैर न रखें, यह देखते हुए कब्र पर ग्रिल लगाई गई थी। ग्रिल डालने के बाद उन्होंने देखा कि लोग कचरा जैसे- ताबीज वगैरह डाल रहे थे। इसके बाद उन्होंने ताला लगा दिया। किसी असामाजिक तत्व ने फोटो लेकर गलत दावे से शेयर कर दी।
कब्रिस्तान को गूगल स्ट्रीट वीव 360 डिग्री से सर्च करने पर हमें यह लोकेशन मिली। इसमें दिख रही कब्र पर लोहे का गेट लगा देखा जा सकता है।
इसके बाद हमने कुछ यूजर्स द्वारा शेयर किए जा रहे हैरिस सुल्तान के ट्वीट का स्क्रीनशॉट के बारे में सर्च किया। हमें वायरल स्क्रीनशॉट वाला ट्वीट नहीं मिला। फिर हमने इसे वेबैक मशीन पर भी चेक किया। 27 अप्रैल 2023 को अकाउंट को सेव किया गया है। इसमें वायरल ट्वीट को देखा जा सकता है। मतलब यह ट्वीट हैरिस सुल्तान के अकाउंट से किया गया था, जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया।
इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने मदन्नापेट हैदराबाद स्थित कब्रिस्तान के पास में रहने वाले मोहम्मद अब्दुल जलील से संपर्क किया। उन्होंने कहा, “यह तस्वीर वायरल होने के बाद मैं कब्रिस्तान गया था। यह मेरे घर के पास में ही है। मेरा घर हैदराबाद में है। दरअसल, लेडी के परिजनों ने यह गेट लगाने का फैसला किया था। इससे वहां कचरा नहीं फैलेगा और न ही कोई उसे तोड़ेगा। कब्र को सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने इसे थोड़ा हेवी स्ट्रक्चर बना दिया और उस पर ताला लगा दिया।“
तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘नवीन कुमार‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह सूरत, गुजरात में रहते हैं और उनको 35 यूजर्स फॉलो करते हैं। वह एक विचाराधारा से प्रभावित हैं।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर वायरल कब्र की तस्वीर भारत के हैदराबाद की है, न कि पाकिस्तान की। परिजनों ने बुजुर्ग महिला की कब्र को कचरे से बचाने के लिए लोहे का गेट लगवाकर ताला लगवा दिया था। इसे गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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