Fact Check : पीएम मोदी की 30 साल पुरानी इस तस्‍वीर में अमित शाह नहीं, संघ के प्रचारक हैं

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पुरानी तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसमें उनके बगल में एक शख्‍स को खड़े देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स दावा कर रहे हैं कि पीएम मोदी के साथ अमित शाह खड़े हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। तस्‍वीर में अमित शाह नहीं, बल्कि डॉक्‍टर संजीव ओझा हैं। वे उस वक्‍त यूरोप में राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के प्रचारक थे। मोदी अमेरिका दौरे के बाद 1993 में जर्मनी गए थे। तस्‍वीर उसी दौरान की है।

क्‍या हो रहा है वायरल

ट्विटर पर धर्मेंद्र भाटी नाम के एक हैंडल से पीएम मोदी की एक पुरानी तस्‍वीर को अपलोड करते हुए अंग्रेजी में दावा किया गया कि इसमें मोदी के साथ अमित शाह भी हैं। दावा कुछ यूं था, ‘Unique photo of PM Shri Modi and Mr. Amit Shah during year 1993.’

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज टूल का सहारा लिया। वायरल तस्‍वीर को इस टूल में अपलोड करके सर्च करने पर हमें कई वेबसाइट पर यह तस्‍वीर मिली। इसमें बताया गया कि नरेंद्र मोदी की यह तस्‍वीर 1993 में जर्मनी में खींची गई थी। इस तस्‍वीर के साथ कहीं भी यह नहीं बताया गया कि इसमें अमित शाह भी मौजूद हैं।

सर्च के दौरान यह तस्‍वीर कई सोशल मीडिया प्‍लेटफार्म पर भी मिली। नवीन कपूर नाम के एक पत्रकार ने 2 मई 2022 को इसे अपलोड करते हुए लिखा कि 30 साल पहले जर्मनी में नरेंद्र मोदी। इस पोस्‍ट पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि मोदी जी के साथ डॉक्‍टर संजीव भाई ओझा।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए डॉक्‍टर संजीव ओझा के बारे में सर्च करना शुरू किया। हमें उनका एक फेसबुक अकाउंट मिला। इसमें दी हुई जानकारी के अनुसार, डॉक्‍टर ओझा राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ से जुड़े हुए हैं। फिलहाल वे गुजरात के राजकोट में रहते हैं। गुजरात आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर भी रह चुके हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए डॉक्‍टर संजीव ओझा से संपर्क किया। उनकी ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह तस्‍वीर 1993 की है। इसमें वे ही हैं। 1993 में मोदी अमेरिका के दौरे पर थे तो जर्मनी भी आए थे। उस वक्‍त डॉक्‍टर संजीव ओझा यूरोप में हिन्दू स्वयंसेवक संघ के प्रचारक थे।

पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि धर्मेंद्र भाटी नाम का यह ट्विटर हैंडल जनवरी 2022 में बनाया गया था।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि पीएम मोदी की 30 साल पुरानी तस्‍वीर को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इस तस्‍वीर में मोदी के साथ अमित शाह नहीं, बल्कि गुजरात में रहने वाले संघ के प्रचारक डॉक्‍टर संजीव ओझा हैं।

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