Fact Check : 2011 में सिख युवक के साथ हुई बदसलूकी का वीडियो CAA के प्रदर्शन के नाम पर अब वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में एक पुराने वीडियो को कुछ लोग झूठे और विवादित दावों के साथ वायरल कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि अन्‍य समुदाय के लोग पगड़ी पहनकर आंदोलन कर रहे हैं। यह वीडियो फेसबुक से लेकर ट्विटर तक पर वायरल हो रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट का दावा झूठा निकला। 28 मार्च 2011 में पंजाब के मोहाली में घटी एक घटना को कुछ लोग झूठे दावे के साथ नागरिकता संशोधन कानून के विरोध प्रदर्शन से जोड़कर वायरल कर रहे हैं।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

आफरीन फातिमा नाम की एक ट्विटर यूजर ने 25 दिसंबर 2019 को रात 10:53 बजे 13 सेकंड के एक वीडियो को अपने हैंडल पर अपलोड करते हुए लिखा : Muslim Using fake sikh sardar face to show that sikh are against #CAA Fake propaganda…

इस पोस्ट के आर्काइवड वर्जन को यहाँ देखा जा सकता है।

इसी तरह धनराज नागर नाम के एक फेसबुक यूजर ने इसी वीडियो को 25 दिसंबर को अपने अकाउंट पर शेयर करते हुए दावा किया : ”सिख बनकर दंगा कर रहा था #शान्तिदूत. देखिए! ऐसे ही ये लोग हिन्दू बनकर, हिन्दूओं को आपस में लड़ाते है, और बदनाम करते है। सावधान!!”

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले 13 सेकंड के वीडियो को देखा। इसमें कुछ पुलिसवालों को एक सिख युवक के साथ बदतमीजी करते हुए देखा जा सकता है। विश्‍वास न्‍यूज ने वीडियो ग्रैब निकाल कर गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। हमें Sikhnet.com पर एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि 28 मार्च 2011 को मोहाली के पीसीए स्‍टेडियम के पास रूरल वेटेरिनरी फॉर्मासिस्‍ट से जुड़े लोग शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे। तभी कुछ पुलिसकर्मी एक सिख युवक के साथ बदतमीजी की।

सर्च के दौरान हमें टाइम्‍स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर एक खबर मिली। 31 मार्च 2011 को पब्लिश इस खबर में बताया गया 28 मार्च 2011 को मोहाली के पीसीए स्‍टेडियम के पास रूरल वेटेरिनरी फार्मासिस्ट के धरने के वक्‍त एक सिख युवक के साथ बदतमीजी के आरोप में एसपी प्रीतम सिंह और फेज 8 पुलिस स्‍टेशन के एसएचओ कुलभूषण सिंह को सस्‍पेंड कर दिया गया। इसके अलावा पूरे घटना की सच्‍चाई जानने के लिए मजिस्‍ट्रेरियल जांच के आदेश भी दिए गए।

अब विश्वास न्‍यूज ने इस मामले की पुष्टि के लिए हमारे सहयोगी पंजाबी जागरण के मोहाली जिला इंचार्ज रिपोर्टर सतविंदर डधाक से संपर्क किया। आपको बता दें कि सतविंदर सिंह उस प्रदर्शन को कवर कर रहे थे और उस स्थान पर ही मौजूद थे। सतविंदर ने विश्वास न्‍यूज के साथ बात करते हुए बताया, “इस मामले का हिन्दू और मुस्लिम और CAA के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन से कोई सबंध नहीं है। असल में मार्च 2011 में पंजाब के फार्मासिस्ट PCA स्टेडियम के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे और उस दौरान ही एक सिख प्रदर्शनकारी के साथ पुलिस अफसर ने बदतमीजी कर दी। पुलिस अफसरों के खिलाफ करवाई करते हुए 2 पुलिस अफसरों को निलबिंत भी कर दिया गया था। इस मामले में मोहाली के SP प्रीतम सिंह और मोहाली फेस-8 के SHO कुलभूषण सिंह निलंबित किए गए थे।”

अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने धनराज नागर नाम के फेसबुक यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि यूजर एक खास पॉलिटिकल पार्टी से जुड़ा हुआ है। इसके अकाउंट को 9 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल पोस्‍ट का दावा झूठा है। वीडियो में दिख रहा युवक मुस्लिम नहीं, सिख था। वीडियो का नागर‍िकता संशोधन कानून को लेकर हो रहे प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है। वीडियो 28 मार्च 2011 में पंजाब के मोहाली में हुए फार्मासिस्ट के आंदोलन का है।

False
Symbols that define nature of fake news
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