राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो' यात्रा और गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के जोर पकड़ने के साथ ही सोशल मीडिया पर भ्रामक और फेक मल्टीमीडिया को धड़ल्ले से शेयर किया गया। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से जोड़कर जहां कई एडिटेड और फेक तस्वीरों को साझा किया गया, वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव से संबंधित दुष्प्रचार में नेताओं के पुराने भाषण के एडिटेड वीडियो क्लिप की भरमार रही।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा और गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के जोर पकड़ने के साथ ही सोशल मीडिया पर भ्रामक और फेक मल्टीमीडिया को धड़ल्ले से शेयर किया गया। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से जोड़कर जहां कई एडिटेड और फेक तस्वीरों को साझा किया गया, वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव से संबंधित दुष्प्रचार में नेताओं के पुराने भाषण के एडिटेड वीडियो क्लिप की भरमार रही।
विश्वास न्यूज की इस रिपोर्ट में पिछले हफ्ते के दौरान इन दोनों घटनाओं से संबंधित फैक्ट चेक रिपोर्ट्स के अलावा अन्य महत्वपूर्ण रिपोर्ट्स को पढ़ा जा सकता है।
‘भारत जोड़ो’ यात्रा से संबंधित एक वायरल तस्वीर में एक लड़की को राहुल गांधी को सचिन पायलट का स्केच देते हुए देखा जा सकता है। कई अन्य यूजर्स ने भी इस तस्वीर को साझा किया है लेकिन उस स्केच में अशोक गहलोत की तस्वीर नजर आ रही है।
विश्वास न्यूज ने जांच में इस तस्वीर को फेक पाया। ऑरिजिनल तस्वीर में राहुल गांधी को उनकी एक प्रशंसक उन्हीं का स्केच दे रही है। वायरल तस्वीर की पड़ताल करती विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान राहुल गांधी लगातार जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं और इसी संदर्भ में उनके भाषण का एक छोटा वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने देश से हिंदुओं को बाहर निकालने की धमकी दी।
हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रहा वीडियो क्लिप एडिटेड है, जिसे दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है। राहुल गांधी ने जयपुर की कांग्रेस की ‘महंगाई हटाओ’ रैली में ‘हिंदुत्ववादियों’ को सत्ता से हटाकर ‘हिंदुओं’ का शासन लाए जाने की बात की थी।
वायरल वीडियो क्लिप की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
‘भारत जोड़ो’ यात्रा से जोड़कर साझा की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई। वायरल तस्वीर को लेकर दावा किया गया है कि इसमें राहुल गांधी के साथ नजर आ रही लड़की वहीं है, जिसने असदुद्दीन ओवैसी के मंच से ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए थे। हमने अपनी जांच में पाया कि राहुल गांधी के साथ नजर आ रही केरल छात्र संघ (केएसयू) की एक स्टूडेंट मिवा आंद्रेलियो थी, जबकि असदुद्दीन ओवैसी के मंच से ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का लगाने वाली लड़की अमूल्या लियोना थी।
इसी यात्रा से जोड़कर एक वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए दावा किया गया है कि यह राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के दौरान आयोजित रैली का है। हमने अपनी जांच में पाया कि यह रैली 15 अगस्त को आयोजित रैली की थी, जिसे भ्रामक दावे के साथ ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से जोड़कर वायरल किया गया। वायरल वीडियो की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
हमने अपनी जांच में दोनों ही दावे को गलत और राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार पाया। न तो राहुल गांधी ने आरती से मना किया और न हीं श्रृंगेरी मठ के शंकराचार्य ने उन्हें आशीर्वाद देने से मना किया। दोनों ही पड़ताल करती फैक्ट रिपोर्ट्स को यहां और यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।
राहुल गांधी के एक अन्य वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान मंदिर में मां दुर्गा की आरती करने से मना कर दिया। जबकि एक अन्य तस्वीर को शेयर कर दावा किया गया कि उन्होंने श्रृंगेरी मठ के शंकराचार्य से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लेने की कोशिश की, लेकिन उनहोंने ऐसा करने से मना कर दिया।
इसी यात्रा से जोड़कर शशि थरूर की एक पुरानी तस्वीर को वायरल किया गया, जिसमें उन्हें कई महिलाओं के साथ किसी चर्चा में बैठे हुए देखा जा सकता है। हमने अपनी पड़ताल में पाया कि उनकी यह तस्वीर 2019 की जर्मनी की थी, जिसे फेक दावे के साथ राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से जोड़कर वायरल किया गया। वायरल तस्वीर की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के जोर पकड़ने के साथ ही सोशल मीडिया पर इससे संबंधित फेक न्यूज की बाढ़ आ गई है। इसी संदर्भ में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसके जरिये यह दावा किया जा रहा है कि गुजरात में बीजेपी के समर्थक भी अब यह मान रहे हैं कि गुजरात में आम आदमी पार्टी बीजेपी के मुकाबले ज्यादा मजबूत स्थिति में है।
हमने अपनी जांच में इस वीडियो को एडिटेड पाया। संबंधित दावे की फैक्ट चेक रिपोर्ट को पढ़ने के लिए यहां देखें।
गुजरात चुनाव में आम आदमी पार्टी पूरे जोर शोर के साथ प्रचार कर रही है। इसी क्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अहमदाबाद में एक ऑटो रिक्शा चालक के निमंत्रण पर उनके घर जाकर भोजन किया। दावा किया गया है कि जिस ऑटो चालक के घर केजरीवाल ने भोजन किया, उनके घर की दीवार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगी थी। हमने अपनी जांच में इस तस्वीर को फेक पाया, जिसे एडिटिंग की मदद से तैयार किया गया था।
वायरल तस्वीर की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
सोशल मीडिया पर अरविंद केजरीवाल के भाषण का एक वीडियो क्लिप इस दावे के साथ शेयर हुआ कि उन्होंने गुजरात के मतदाताओं को धमकाते हुए आम आदमी पार्टी को वोट देने के लिए कहा।
हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड था, जिसे दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया गया। मूल वीडियो में केजरीवाल नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साध रहे थे, लेकिन एडिटेड वीडियो क्लिप को सुनकर यह प्रतीत होता है कि उन्होंने गुजरात के मतदाताओं को धमकाया। वायरल वीडियो क्लिप की विस्तृत फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
पिछले हफ्ते दक्षिणी अफ्रीकी क्रिकेटर वेन परनेल की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई, जिसे लेकर दावा किया गया कि उन्होंने लंबे समय तक अध्ययन करने के बाद अपने पूरे परिवार के साथ इस्लाम को स्वीकार कर लिया। हमने अपनी जांच में इस दावे को भ्रामक पाया। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर वेन परनेल ने आयशा बकर से शादी से पांच साल पहले 2011 में इस्लाम धर्म को स्वीकार कर लिया था, जबकि वायरल पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि उन्होंने शादी के बाद अपने परिवार के साथ इस्लाम को स्वीकार किया।
वायरल दावे की फैक्ट चेक रिपोर्ट को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
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