Fact Check : फोटोग्राफर ने जमीन पर लेट कर नहीं खींची पीएम मोदी की तस्वीर, एडिटेड है वायरल इमेज

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह तस्वीर एडिटेड पाई गई। वायरल तस्वीर फर्जी है।

Fact Check : फोटोग्राफर ने जमीन पर लेट कर नहीं खींची पीएम मोदी की तस्वीर, एडिटेड है वायरल इमेज

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्‍वीर खूब वायरल हो रही है। इसमें कथिततौर पर एक फोटोग्राफर को जमीन पर लेटकर पीएम मोदी की तस्‍वीर लेते हुए देखा जा सकात है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस तस्‍वीर को सच समझकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की विस्‍तार से जांच की। पड़ताल में पाया कि तस्वीर एडिट की हुई है। दो तस्वीरों को मिला कर इस तस्वीर को बनाया गया है। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।  

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर नेहा सिंह राठौर ने अपने प्रोफाइल पर तस्वीर शेयर किया।

पोस्ट और उसके आर्काइव वर्जन को यहां देखें।

इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।  

पड़ताल

विश्वास न्यूज़ ने गूगल रिवर्स इमेज सर्च के साथ इस तस्वीर की जांच शुरू की। हमें ओरिजनल तस्वीर प्रधानमंत्री मोदी के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट पर मिली। इसे उन्होंने 2 अक्टूबर, 2021 को दिल्ली में गांधी स्मृति में एक प्रार्थना सभा में जाने के बाद ट्वीट किया था। इस तस्वीर में कहीं भी ज़मीन पर लेटा कोई फोटोग्राफर नहीं था।

सर्च के दौरान हमें सियासत डॉट कॉम पर भी पीएम मोदी की ओरिजनल तस्वीर मिली। यहाँ भी ज़मीन पर लेटा कोई फोटोग्राफर नहीं था। तस्वीर के कैप्शन में लिखा है : “नई दिल्ली: महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर दिल्ली में गांधी स्मृति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (पीटीआई फोटो)”

जांच के दूसरे चरण में हमने  दूसरी तस्वीर की जाँच की, जो फोटोग्राफर की है। हमें गूगल रिवर्स इमेज पर कोई ख़ास नतीजे नहीं मिले, इसलिए हमने कीवर्ड सर्च का उपयोग करके इस तस्वीर को खोजा। हमें इस फोटोग्राफर की तस्वीर स्टॉक इमेज वेबसाइट, अलामी पर मिली। इस तस्वीर में पीएम मोदी कहीं नहीं थे।

यहां यह तस्वीर 15 मार्च, 2017 को डाली गयी थी। कैप्शन में लिखा था, “एक बड़ी इमारत की अलग-अलग नजरिए से फोटो खींचते हुए फोटोग्राफर जमीन पर लेटा हुआ है। रचनात्मक फोटोग्राफी शैली।”

तस्वीर का क्रेडिट एक ‘इंगमार मैग्नसन’ को दिया गया था। विश्वास न्यूज ने उनसे मेल के जरिए संपर्क किया है, लेकिन हमें अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।  

जांच के अगले चरण में हम फोटो डेस्क पर काम कर रहे पीटीआई के एक पत्रकार से जुड़े। उन्होंने पुष्टि की कि 2021 में साझा की गई नरेंद्र मोदी की तस्वीर पीआईबी द्वारा प्रदान की गई थी और पीटीआई द्वारा जारी की गई थी।

विश्वास न्यूज ने भाजपा प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी से संपर्क किया। उन्होंने कहा कि यह पीएम नरेंद्र मोदी की एडिटेड तस्वीर है। विश्वास न्यूज ने इस संबंध में पीएम कार्यालय से भी संपर्क किया है, जवाब आने पर फैक्ट चेक स्‍टोरी को अपडेट किया जाएगा।

जांच के आखिरी चरण में विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर को शेयर करने वाले यूजर के बैकग्राउंड की जांच की। नेहा सिंह राठौर के ट्विटर पर 19 हजार से ज्‍यादा फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह तस्वीर एडिटेड पाई गई। वायरल तस्वीर फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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