Fact Check: बुर्का पहने न्यूज पढ़ती अफगानिस्तानी एंकर की तस्वीर कतर के नाम से की जा रही शेयर

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल तस्वीर कतर की एंकर की नहीं, बल्कि अफगानिस्तान की एक न्यूज एंकर की है, जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: बुर्का पहने न्यूज पढ़ती अफगानिस्तानी एंकर की तस्वीर कतर के नाम से की जा रही शेयर

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। नूपुर शर्मा विवाद में कतर समेत कई अन्य मुस्लिम देशों की प्रतिक्रिया के बाद सोशल मीडिया पर बुर्का पहने एक महिला टीवी एंकर की तस्वीर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि यह एंकर कतर के न्यूज चैनल में काम करने वाली फातिमा शेख हैं, जो भारत में मजहबी आजादी के बारे में खबरें पढ़ रही हैं।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा भ्रामक है। वायरल हो रही तस्वीर कतर के एंकर की नहीं, बल्कि अफगानिस्तान के एक न्यूज एंकर खतेरा अहमदी की है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Mulchand Dadhich ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, “भारत मे म-जहबी आजादी पर..खबर पढ़ती हुई कतर की एंकर फा-तिमा शे-ख।”

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर अन्य यूजर्स मिलते-जुलते दावों के साथ इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं।

https://twitter.com/AdvisorZaidu/status/1534735713089908736

पड़ताल

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने फोटो को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल एपी इमेज्स की वेबसाइट पर अपलोड मिली। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर अफगानिस्तानी न्यूज एंकर खतेरा अहमदी (Khatera Ahmadi) की है। इस तस्वीर को 22 मई, 2022 को टोलो न्यूज के स्टूडियो में खींचा गया था। दरअसल अफगानिस्तान के तालिबान शासकों ने एक आदेश जारी कर कहा था कि देश की सभी महिला एंकरों को ऑन-एयर होने के दौरान अपने चेहरे को ढकना होगा। इस आदेश के लागू होने के बाद इस तस्वीर को खींचा गया था।

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कीवर्ड्स के जरिए सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ा एक ट्वीट टोलो न्यूज के डायरेक्टर Saad Mohseni के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर प्राप्त हुआ। 25 मई 2022 को इस तस्वीर को शेयर करते हुए Saad Mohseni ने कैप्शन में लिखा है, “ये हमारी न्यूज प्रजेंटर खतेरा अहमदी (Khatera Ahmadi) की तस्वीर है, जो कि एक समाचार बुलेटिन की तैयारी कर रही थी। लेकिन चेहरा ढका होने के कारण सांस नहीं ले पा रही थी। मैं तालिबान शासकों के आदेश की निंदा करता हूं। महिलाओं के चेहरे से इस पर्दे को हटाया जाए।”

अधिक जानकारी के लिए हमने अफगानिस्तान के पत्रकार Omid Farooq से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। यह टोलो टीवी की न्यूज एंकर खतेरा अहमदी (Khatera Ahmadi) हैं। टोलो न्यूज के डायरेक्टर Saad Mohseni ने भी इस तस्वीर को शेयर किया था।”

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने गलत दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग की। फेसबुक यूजर को 500 लोग फॉलो करते हैं, जबकि Mulchand Dadhich के फेसबुक पर 366 मित्र हैं। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला। वायरल तस्वीर कतर की एंकर की नहीं, बल्कि अफगानिस्तान की एक न्यूज एंकर की है, जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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