Vishvas News की जांच में यह दावा फर्जी निकला। यह तस्वीर मार्स की नहीं है, इसे एक ग्राफिक आर्टिस्ट ने एडिटिंग टूल्स की मदद से बनाया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर में सूरज को डूबते देखा जा सकता है। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि यह मार्स की तस्वीर है।
Vishvas News की जांच में यह दावा फर्जी निकला। यह तस्वीर मार्स की नहीं है, इसे एक ग्राफिक आर्टिस्ट ने एडिटिंग टूल्स की मदद से बनाया है।
क्या है वायरल पोस्ट में ?
वायरल पोस्ट में डूबते सूरज की तस्वीर के साथ लिखा है “First ever photo of a sunset on Mars.” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “मंगल पर सूर्यास्त की पहली तस्वीर।”
पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें gettyimages पर यह तस्वीर मिली। तस्वीर के साथ लिखा लिखी जानकारी के अनुसार यह एक ग्राफ़िकली तैयार की गयी तस्वीर है जिसे साइंस फोटो लाइब्रेरी के मार्क गार्लिक ने बनाया है।
हमें यह तस्वीर alamy और sciencephoto.com पर भी मिली। दोनों वेबसाइटों पर दी गयी जानकारी के अनुसार यह एक इलस्ट्रेशन यानि चित्रण है, कोई असली तस्वीर नहीं।
पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज़ ने मार्क गार्लिक से ट्विटर के ज़रिये संपर्क साधा। उन्होंने कहा “इस तस्वीर को मैंने दिसंबर 2018 में फ़ोटोशॉप और 3 डी मैक का उपयोग करके बनाया था। यह एक डिजिटल कला है, मार्स की असली तस्वीर नहीं।”
ढूंढ़ने पर हमें नासा की वेबसाइट पर मार्स पर सूर्यास्त की तस्वीरें मिलीं। इन्हें यहाँ देखा जा सकता है।
वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Ravi Goutam की सोशल स्कैनिंग से पता चला कि इसके फेसबुक पर 4,950 दोस्त हैं। यूजर हरियाणा का रहने वाला है।
निष्कर्ष: Vishvas News की जांच में यह दावा फर्जी निकला। यह तस्वीर मार्स की नहीं है, इसे एक ग्राफिक आर्टिस्ट ने एडिटिंग टूल्स की मदद से बनाया है।
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