Fact Check : महाराष्ट्र में हुए बवाल का वीडियो जयपुर के नाम पर हुआ वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोगों को तोड़फोड़ करते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो जयपुर का है।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यह वीडियो गलत साबित हुआ। दरअसल असली वीडियो महाराष्‍ट्र के हिंगोली जिले का है। 12 अगस्‍त को दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए थे। वीडियो उसी घटना का है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक पर वायरल हो रहे वीडियो में कुछ लोग सड़क पर उत्‍पात मचाते हुए दिख रहे हैं। बाबू लाल नाम के फेसबुक यूजर ने दावा किया गया कि वीडियो जयपुर का है। इस वीडियो को दूसरे भी कई यूजर्स सोशल मीडिया पर जयपुर की घटना बताकर वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने सबसे पहले जयपुर के पुलिस कमिश्‍नर आनंद श्रीवास्‍तव से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि ईद के दिन कुछ लोग आमने-सामने आ गए थे। यह सही है, लेकिन स्थिति को पूरी तरह कंट्रोल में कर लिया गया था। 150 लोगों को अरेस्‍ट भी किया गया। दोनों समुदाय के लोगों से लगातार बातचीत करके शांति कायम बनाई गई। जयपुर कमिश्‍नर ने हमें बताया कि जिस वीडियो को जयपुर के नाम पर फैलाया जा रहा है, वह यहां का नहीं है।

अब हमें यह जानना था कि यदि वीडियो जयपुर का नहीं है तो कहां का है? इसके लिए हमने वायरल हो रहे वीडियो को ध्‍यान से देखा। हमे वीडियो में दो खास बातें नजर आईं। सड़क के बाएं तरफ हमें हिंगोली का बोर्ड नजर आया। इसके अलावा हमें एक बोर्ड पर हिंगोली नगरपरिषद का बोर्ड भी नजर आया।

अब हमें यह जानना था कि हिंगोली नाम की जगह किस राज्‍य में है। इसके लिए हमने गूगल में हिंगोली टाइप करके सर्च किया। हमें विकीपीडिया के पेज से जानकारी मिली कि हिंगोली महाराष्‍ट्र का एक जिला है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए अब हमें यह पता लगाना था कि हिंगोली में यह उत्‍पात कब हुआ था। इसके लिए हमने InVID टूल की मदद ली। InVID में वायरल वीडियो को अपलोड करके कई ग्रैब लिए और फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। कई ग्रैब को सर्च करने के बाद हमें आखिरकार ‘सामना’ अखबार के यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो मिली। इसमें भी कुछ लोगों को सड़क पर उत्‍पात मचाते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को यूट्यूब चैनल पर 14 अगस्‍त 2019 को अपलोड किया गया।

इसके बाद हमने गूगल में ‘हिंगोली में हंगामा’ कीवर्ड टाइप करके सर्च किया। हमें यहां एक हिंदी अखबार की खबर मिली। इसमें बताया गया कि 12 अगस्‍त को ईद के दिन दो समुदाय के लोगों के बीच झड़प हो गई थी। घटना हिंगोली जिले के औंधा ईदगाह और नांदेड नाका इलाकों के बीचे हुई। दोनों पक्षों के बीच पहले बहस हुई और फिर इसके बाद पथराव हुआ।

जांच के दौरान हम हिंगोली पुलिस के सोशल मीडियो अकाउंट को खंगाला। हमें हिंगोली पुलिस के फेसबुक पेज पर एक पोस्‍ट मिली। इसमें बताया गया कि हिंगोली शहर में कुछ समाजकंटक लोगों ने उत्‍पात मचाया। अफवाहों पर भरोसा नहीं करें। पूरी पोस्‍ट आप नीचे देख सकते हैं।

इसके बाद हमने हिंगोली के पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार से बात करने की कोशिश की। उन्‍होंने हमें बताया कि वायरल वीडियो 12 अगस्‍त का है। दो समुदाय के लोग आपस में भीड़ गए थे। स्थिति को कंट्रोल में कर लिया गया था।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि जयपुर के नाम पर वायरल हो रहा वीडियो फर्जी है। महाराष्‍ट्र के हिंगोली में घटी एक घटना के वीडियो को सोशल मीडिया पर जयपुर में वायरल किया जा रहा है। 12 अगस्‍त को हिंगोली जिले में ईद और सावन के अंतिम सावन के मौके पर दो समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए थे। वीडियो उसी घटना का है।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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Symbols that define nature of fake news
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